सरगुजा: छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने चुनाव हारने के बाद ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने कांग्रेस की हार, अपनी हार, बीजेपी में सीएम का चेहरा कौन समेत कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी.
हार की जिम्मेदारी: ईटीवी से खास बातचीत में टीएस सिंहदेव ने कहा कि, अंबिकापुर से हार की वजह मैं हूं. इसकी जिम्मेदारी मैं लेता हूं. बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि, मैं अपने आप को जनता के सामने रखने में नाकाम रहा. अंबिकापर शहर में मुझे वोट नहीं मिला, करीब साढ़े 8 हजार वोट से शहर में पीछे रह गया. ये मेरी कमी है, मैं उसको स्वीकारता हूं.
"दूल्हा या दुल्हन तो मैं था, घर वालों को तो लड़का लड़की देखना था, मेरे को उन्होंने योग्य नहीं समझा." टीएस सिंहदेव, पूर्व डिप्टी सीएम, छत्तीसगढ़
रमन और ओपी की तारीफ: ईटीवी से खास बातचीत में टीएस सिंहदेव ने बीजेपी में सीएम रेस के सवाल पर बड़ा ही दिलचस्प जवाब दिया. उन्होंने कहा कि, उनकी नजर में पहले नंबर पर रमन सिंह हैं. दूसरे पर अरुण साव और तीसरे नंबर पर उन्होंने रायगढ़ से जीतने वाले पूर्व IAS ओपी चौधरी का नाम लिया. सिंहदेव ने रमन सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि, रमन सिंह का छवि बेदाग रहा है. 15 साल तक वे राज्य के सीएम रहे हैं, केंद्र में मंत्री रह चुके हैं, शासन का जबरदस्त अनुभव है. टिकट वितरण में भी उनकी खूब चली है. ऐसा सुनने में मिला. इसके अलावा उन्होंने कहा कि, अरुण साव का संबंध संघ से है. वे अधिवक्ता हैं, सांसद हैं. लिहाजा उनका भी रेस में होना लाजिमी है. ओपी चौधरी का सिंहदेव ने खुले मन से तारीफ करते हुए कहा कि, वे ओपी चौधरी में भविष्य देखते हैं.आदिवासी मुख्यमंत्री बनाने की बात पर उन्होंने कहा कि, उसमें सरगुजा से दो नाम हैं, विष्णु देव साय सिंह और रेणुका सिंह. हालांकि उन्होंने ये जरूर कहा कि, ये बीजेपी का अंदरूनी मामला है.
लोगों का भरोसा नहीं जीत सके: टीएस सिंहदेव ने कहा कि, वे चुनाव हार गए हैं. फिर भी अगर किसी को लगेगा कि, बाबा उनके काम आ सकते हैं तो वे उनके लिए हर वक्त उपलब्ध रहेंगे. टीम में मिस मैनेजमेंट के सवाल पर ईटीवी भारत से टीएस सिंहदेव ने कहा कि, मिस मैनेजमेंट संभव नहीं है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी में बहुत ही सीनियर लोग जिम्मेदारी से काम करते हैं. शायद वे लोगों का भरोसा नहीं जीत पाये और वो कमी उनकी नहीं है.
एंटी इनकंबेंसी भी वजह: ईटीवी भारत से बातचीत में टीएस सिंहदेव ने कहा कि, कांग्रेस सरकार के 9 मंत्री चुनाव हार गये. सरकार से लोगों ने जो उम्मीद की थी, शायद वैसे काम नहीं हो सके होंगे, इससे नाराजगी लोगों में आ जाती है, इसे ही एंटी इनकंबेंसी कहते हैं. सिंहदेव ने कहा कि, सरकार से लोगों को उम्मीद बहुत ज्यादा रहती है. ऐसा नहीं हुआ होगा, तभी ऐसे परिणाम आये हैं, हार का कारण तो वे इसी को मानते हैं.