सरगुजा: मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पी.एस. सिसोदिया ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि, वे अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर खान-पान और रहन-सहन के लिए सचेत रहें. सरकार द्वारा निर्धारित शैक्षणिक योग्यताधारी चिकित्सक से हीं स्वास्थ्य की जांच कराना सुनिश्चित करें. जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग को बिना डिग्री एवं अनुमति के ग्रामीण क्षेत्र में घूम-घूम कर इलाज करने वालों पर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.
दरअसल ग्रामीण क्षेत्रों में कई ऐसे लोग हैं, जो बिना डिग्री के लोगों का इलाज करते हैं. कई बार देखा गया है कि, ऐसे झोला छाप डॉक्टरों के इलाज से लोगों की तबीयत ज्यादा बिगड़ जाती है. जब मरीज सीरियस हो जाता है तो ये झोला छाप डॉक्टर मरीज को शासकीय अस्पताल भेज देते हैं. लेकिन तब तक मरीज की स्थिति अधिक खराब हो जाने के कारण कई बार डॉक्टर जान नहीं बचा पाते है. ऐसे में सिर्फ समय पर सही इलाज ना मिल पाने के कारण छोटी सी बीमारी से लोगों की मौत जाती है. लिहाजा इस तरह की घटना को रोकने के लिये ही स्वास्थ्य विभाग ने ये कदम उठाया है.
मैनपाट के विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ आर.एस. सिंह की मानें तो मैनपाट विकासखंड के अंतर्गत ग्राम सरभंजा के आस-पास झोला छाप बंगाली डॉक्टर सक्रिय हैं. जिसके द्वारा ग्रामीणों को भ्रमित कर इलाज किया जा रहा है. जो कि गलत है. सरभंजा के निकटतम आमजनों के लिए स्वास्थ्य केन्द्र कमलेश्वरपुर में 24×7 स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध है. लोगों से अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने कहा गया है. किसी भी झोला छाप डाक्टर से इलाज नहीं कराने की समझाइश दी गई है.