सरगुजा: उगते सूर्य को अर्घ्य देने सरगुजा के छठ घाटों पर व्रतियों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी हैं. सुबह 3 बजे से ही लोगों का घाटों पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया. इससे पहले रविवार शाम को व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया. आज छठ पर्व का समापन हो जाएगा.
घाटों में व्रतियों और श्रद्धालुओं की भीड़: शहर के प्रमुख छठ घाट शंकर घाट, मौलवी बांध, मैरिन ड्राइव तालाब, गोधनपुर तालाब, सत्तीपारा तालाब, जेलपारा तालाब, शिवधारी तालाब, महामाया तालाब, खैरबार नहरपारा, घुनघुट्टा बांध सहित सभी घाटों पर छठ व्रतियों और भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. उगते सूर्य को अर्घ्य देकर लोग अपने परिवार की खुशहाली की कामना कर रहे हैं.
छठ मइया के भजनों और जय जयकारों से गूंज उठे घाट: छठ पूजा के लिए कई श्रद्धालु गाड़ियों से घाट पहुंचे तो कई व्रती और श्रद्धालु रंग-बिरंगे नए परिधानों में गाजे बाजे के साथ पारंपरिक छठ गीत गाते हुए पैदल ही घाटों तक पहुंचे. छठ गीतों से पूरा शहर गुंजायमान होता रहा. व्रतियों और परिजन के रैला के बीच कई व्रती महिला-पुरुष अपने घर से छठ घाट तक दण्डवत करते हुए भी पहुंचे.
घुनघुट्टा खर्रा घाट पर महाआरती: शहर से लगे घुनघुट्टा खर्रा घाट पर 25000 से ज्यादा श्रद्धालु और लगभग 1000 छठ व्रतियों ने पूजा अर्चना की. रविवार को घुनघुट्टा श्याम सेवा समिति सोहगा करजी की तरफ से बड़े पैमाने पर तैयारी की गई थी. आयोजन समिति ने गंगा आरती का भी आयोजन किया. बनारस से आई टीम ने सूर्यास्त होने के बाद गंगा आरती की जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे. गंगा आरती का भव्य नजारा लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा. आयोजन समिति ने छठ घाट किनारे भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड कप फाइनल मुकाबले का प्रसारण भी एलईडी के माध्यम से किया. ऐसे में दर्शक पूजा अर्चना के बाद वर्ल्ड कप मैच को लेकर बेहद रोमांचित नजर आए.