सरगुजा: सरगुजा शिक्षा विभाग की मेहनत रंग लाई है. बिना किसी योजना और फंड के विभाग ने गरीब बच्चों को जेईई और नीट की निशुल्क ट्रेनिंग दी और इस ट्रेनिंग का नतीजा यह निकला की आज 2 गरीब बच्चों का चयन शासकीय मेडिकल कालेज में एमबीबीएस के लिये हो गया है. जिस बच्चे ने कभी सपने में भी नहीं सोंचा था कि वो डॉक्टर बन पायेगा आज वो डॉक्टर बनने के पहली सीढ़ी चढ़ चुका है.
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गरीब परिवार के दो बच्चे MBBS में एडमिशन: जिला पंचायत एवं जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से जिला स्तरीय नीट एवं जेईई मेन्स की विशेष 45 दिवसीय आवासीय कोचिंग की व्यवस्था की गई थी. कोचिंग का आयोजन जिला मुख्यालय अम्बिकापुर में स्थित शासकीय मल्टी पर्पज स्कूल में 2 मई से 15 जून तक किया गया. जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के विज्ञान और गणित संकाय के निर्धन परिवार के छात्र-छात्राओं को विषय विशेषज्ञों के द्वारा विशेष कोचिंग दी गई.
सरकारी फीस भी चुनौती: कोचिंग व्यवस्था से ग्राम अतौरी के छात्र प्रमोद सोनवानी का एमबीबीएस प्रथम चरण के काउंसलिंग में और द्वितीय चरण के काउंसलिंग में मैनपाट निवासी छात्र ज्ञानदीप तिग्गा का मेडिकल कॉलेज कोरबा में चयन हुआ है. छात्र इस उपलब्धि के लिये बेहद खुश हैं लेकिन अब इनके सामने शासकीय कॉलेज की फीस भरना भी बड़ी चुनौती होगी. क्योंकि शासकीय कालेज में भी एमबीबीएस की फीस करीब 50 हजार प्रति साल है.
डीईओ ने दी बधाई: जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंहदेव और जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुहे ने छात्रों को शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने कहा कि बड़ी सफलता मिली है. ये सभी के सामूहिक प्रयास से संभव हुआ है. आगे और भी बेहतर करने का प्रयास होगा.
प्रशासन के सहयोग से बढ़ेगी सुविधा: जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंहदेव ने इस अवसर पर कहा "शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के सामूहिक प्रयास से यह सम्भव हो सका है. शिक्षकों ने निश्वार्थ भाव से मेहनत की है. अब आगे प्रयास रहेगा कि नए वर्ष में और अधिक बच्चों का चयन हो सके. जिला प्रशासन का सहयोग मिला तो इस कोचिंग को और भी बेहतर ढंग से चलाया जा सकेगा."