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SPECIAL: कोरोना काल में डायग्नोस्टिक सेंटरों में निर्धारित किए गए जांच दर से लोगों को हो रहा फायदा

ETV भारत ने सरकार की ओर से निर्धारित शुल्क को लेकर डायग्नोस्टिक सेंटरों (diagnostic centers) में पड़ताल की है. कोरोना काल के दौरान लोग डायग्नोस्टिक सेंटरों के चक्कर काटते नजर आए थे. कई जिलों से अधिक राशि लिए जाने की बात सामने आई थी. जिसके बाद सरकार ने डायग्नोस्टिक सेंटरों में जांच के दर निर्धारित कर दिए थे. सरगुजा में संचालित डायग्नोस्टिक सेंटरों (Diagnostic Center operated in Surguja ) में जब हम पहुंचे तो पाया कि सरकार के निर्धारित दरों को चस्पा किया गया है. कोरोना काल के दौरान जो दर निर्धारित की गई अबतक उसी दर से जांच किए जा रहे हैं. डायग्नोस्टिक सेंटरों में दर पहले से भी कम हो गई है.

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डायग्नोस्टिक सेंटरों में निर्धारित किए गए जांच दर
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Published : Jun 9, 2021, 9:04 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा: कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब छत्तीसगढ़ कम हो गई है. कोरोना काल ने हमे कई प्रकार की सीख भी दी है. वैश्विक महामारी के दौर में हमारे सामने स्वास्थ्य सुविधाएं सबसे बड़े खर्च के रूप में सामने आए. इस दौरान राज्य की भूपेश सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं के खर्च को कंट्रोल करने का काम किया. (Controlling cost of health facilities) कई प्रकार के टेस्ट, दवाइयों और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के व्यय को निर्धारित कर दिया गया था.

डायग्नोस्टिक सेंटरों में निर्धारित किए गए जांच दर

ETV भारत ने सरकार की ओर से निर्धारित शुल्क को लेकर डायग्नोस्टिक सेंटरों में पड़ताल की है. कोरोना काल के दौरान लोग डायग्नोस्टिक सेंटरों के चक्कर काटते नजर आए थे. कई जिलों से अधिक राशि लिए जाने की बात सामने आई थी. जिसके बाद सरकार ने डायग्नोस्टिक सेंटरों में जांच के दर निर्धारित कर दिए थे. (Test rates fixed in diagnostic centers) सरगुजा में संचालित डायग्नोस्टिक सेंटरों (Diagnostic Center operated in Surguja ) में जब हम पहुंचे तो पाया कि सरकार के निर्धारित दरों को चस्पा किया गया है. कोरोना काल के दौरान जो दर निर्धारित की गई अबतक उसी दर से जांच किए जा रहे हैं. डायग्नोस्टिक सेंटरों में दर पहले से भी कम हो गई है.

fixing rates of test in diagnostic centers
डायग्नोस्टिक सेंटरों में जांच के दर निर्धारित

सरकार कोरोना वैक्सीन की कितनी डोज खरीदेगी यह अभी स्पष्ट नहीं: टीएस सिंहदेव

छत्तीसगढ़ में शासन निर्धारित की थी अधिकतम दर

कोरोना काल में छत्तीसगढ़ शासन (Government of Chhattisgarh ) ने सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को पत्र लिखकर निजी डायग्नोस्टिक सेंटरों में होने वाली जांच की अधिकतम दर निर्धारित कर दी गई थी. जिसका पालन सरगुजा जिले में सख्ती से कराया जा रहा है. यहां स्वास्थ्य विभाग ने हर डायग्नोस्टिक सेंटर के बाहर में रेट लिस्ट (Rate list outside diagnostic center ) लगवाई है, ताकि जांच कराने वाला व्यक्ति उसे देख सके. लोग जान सकें की उन्हें जांच के लिए इससे अधिक पैसे नहीं देने हैं.

रेट लिस्ट से पारदर्शिता

रेट लिस्ट महज खाना पूर्ती करने के लिये नहीं लगाई गई है. यह संस्थान और मरीजों के बीच पारदर्शिता के लिए लगाई गई है. डायग्नोस्टिक सेंटरों में कई ऐसे स्थानों पर रेट लिस्ट लगाए गए हैं जहां मरीज उसे आसानी से देख सकें. शासन की ओर से तय दर पर ही इसका भुगतान करें. कोरोना के इलाज में सबसे जरूरी जांच माने जाने वाले HRCT बिना कांट्रास (हाई रेजोल्यूशन कंप्यूटेड टोमोग्राफी स्कैन) के 1870 रुपए और HRCT (High Resolution Computed Tomography Scan) कांट्रास के साथ 2354 रुपए में किया जा रहा है. इसके साथ ही तमाम तरह की जांचों के दर निर्धारित हैं. सरगुजा के लगभग हर निजी डायग्नोस्टिक सेंटरों में यह सूची चस्पा है.

fixing rates of test in diagnostic centers
जांच दर निर्धारित

जशपुर में मेडिकल वेस्ट के निपटान के लिए 70 लाख की लागत से लगेगी डिस्पेंसर मशीन

एंटिजन टेस्ट के लिए दर निर्धारित

कोविड की एंटीजन टेस्ट के लिये भी प्राइवेट सेंटरों में 150 रुपए की दर निर्धारित की गई है. इससे अधिक पैसा नहीं लिया जा सकता है. वहीं अगर जांच करने के लिए मरीज के घर जाकर जांच सेंपल लिया जाता है तो उससे 200 रुपए लिए जा सकते हैं.

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बहरहाल स्वास्थ्य विभाग की सख्ती से ही शासन के इस नियम का पालन संभव हो पा रहा है. वरना प्राइवेट डायग्नोस्टिक सेंटरों में महामारी के दौर में मनमाना पैसा वसूला जा सकता था. इसकी जांच भी स्वास्थ्य विभाग की टीम करती रहती है. शिकायत मिलने पर मरीज को पैसा वापस दिलाने सहित कार्रवाई करने का भी प्रावधान है.

सरगुजा: कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब छत्तीसगढ़ कम हो गई है. कोरोना काल ने हमे कई प्रकार की सीख भी दी है. वैश्विक महामारी के दौर में हमारे सामने स्वास्थ्य सुविधाएं सबसे बड़े खर्च के रूप में सामने आए. इस दौरान राज्य की भूपेश सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं के खर्च को कंट्रोल करने का काम किया. (Controlling cost of health facilities) कई प्रकार के टेस्ट, दवाइयों और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के व्यय को निर्धारित कर दिया गया था.

डायग्नोस्टिक सेंटरों में निर्धारित किए गए जांच दर

ETV भारत ने सरकार की ओर से निर्धारित शुल्क को लेकर डायग्नोस्टिक सेंटरों में पड़ताल की है. कोरोना काल के दौरान लोग डायग्नोस्टिक सेंटरों के चक्कर काटते नजर आए थे. कई जिलों से अधिक राशि लिए जाने की बात सामने आई थी. जिसके बाद सरकार ने डायग्नोस्टिक सेंटरों में जांच के दर निर्धारित कर दिए थे. (Test rates fixed in diagnostic centers) सरगुजा में संचालित डायग्नोस्टिक सेंटरों (Diagnostic Center operated in Surguja ) में जब हम पहुंचे तो पाया कि सरकार के निर्धारित दरों को चस्पा किया गया है. कोरोना काल के दौरान जो दर निर्धारित की गई अबतक उसी दर से जांच किए जा रहे हैं. डायग्नोस्टिक सेंटरों में दर पहले से भी कम हो गई है.

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डायग्नोस्टिक सेंटरों में जांच के दर निर्धारित

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छत्तीसगढ़ में शासन निर्धारित की थी अधिकतम दर

कोरोना काल में छत्तीसगढ़ शासन (Government of Chhattisgarh ) ने सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को पत्र लिखकर निजी डायग्नोस्टिक सेंटरों में होने वाली जांच की अधिकतम दर निर्धारित कर दी गई थी. जिसका पालन सरगुजा जिले में सख्ती से कराया जा रहा है. यहां स्वास्थ्य विभाग ने हर डायग्नोस्टिक सेंटर के बाहर में रेट लिस्ट (Rate list outside diagnostic center ) लगवाई है, ताकि जांच कराने वाला व्यक्ति उसे देख सके. लोग जान सकें की उन्हें जांच के लिए इससे अधिक पैसे नहीं देने हैं.

रेट लिस्ट से पारदर्शिता

रेट लिस्ट महज खाना पूर्ती करने के लिये नहीं लगाई गई है. यह संस्थान और मरीजों के बीच पारदर्शिता के लिए लगाई गई है. डायग्नोस्टिक सेंटरों में कई ऐसे स्थानों पर रेट लिस्ट लगाए गए हैं जहां मरीज उसे आसानी से देख सकें. शासन की ओर से तय दर पर ही इसका भुगतान करें. कोरोना के इलाज में सबसे जरूरी जांच माने जाने वाले HRCT बिना कांट्रास (हाई रेजोल्यूशन कंप्यूटेड टोमोग्राफी स्कैन) के 1870 रुपए और HRCT (High Resolution Computed Tomography Scan) कांट्रास के साथ 2354 रुपए में किया जा रहा है. इसके साथ ही तमाम तरह की जांचों के दर निर्धारित हैं. सरगुजा के लगभग हर निजी डायग्नोस्टिक सेंटरों में यह सूची चस्पा है.

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जांच दर निर्धारित

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एंटिजन टेस्ट के लिए दर निर्धारित

कोविड की एंटीजन टेस्ट के लिये भी प्राइवेट सेंटरों में 150 रुपए की दर निर्धारित की गई है. इससे अधिक पैसा नहीं लिया जा सकता है. वहीं अगर जांच करने के लिए मरीज के घर जाकर जांच सेंपल लिया जाता है तो उससे 200 रुपए लिए जा सकते हैं.

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बहरहाल स्वास्थ्य विभाग की सख्ती से ही शासन के इस नियम का पालन संभव हो पा रहा है. वरना प्राइवेट डायग्नोस्टिक सेंटरों में महामारी के दौर में मनमाना पैसा वसूला जा सकता था. इसकी जांच भी स्वास्थ्य विभाग की टीम करती रहती है. शिकायत मिलने पर मरीज को पैसा वापस दिलाने सहित कार्रवाई करने का भी प्रावधान है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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