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अब सरगुजा में सहज होगी ट्रैफिक व्यवस्था, लग रहे Traffic Signal - जागरूकता अभियान

यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए शहर के हर छोटे-बड़े चौक पर ट्रैफिक सिग्नल लगाने का काम शुरू हो चुका है.

सरगुजा में सहज होगी ट्रैफिक व्यवस्था
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Published : Jul 26, 2019, 12:15 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा: जिले में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है. इससे सुधारने के लिए सरगुजा ट्रैफिक पुलिस ने ठोस कदम उठाया है. शहर के हर छोटे-बड़े चौक पर ट्रैफिक सिग्नल लगाने का काम शुरू हो चुका है.

सरगुजा में सहज होगी ट्रैफिक व्यवस्था

पुलिस की ये पहल तब भी सफल हो सकती है जब लोगों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी हो. शहर के लोग ट्रैफिक सिग्नल प्रणाली को कितना समझते हैं, इस बात की पड़ताल करने के लिए हमने चौराहे से गुजरने वाले लोगों से बातचीत की.

ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के समय नियम की नहीं दी गई थी जानकारी

रेड सिग्नल और ग्रीन सिग्नल होने पर क्या करना है ये पूछा गया तो कुछ ने जवाब दिया कि रेड पर रुकना है और ग्रीन में जाना है. लेकिन बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें इसकी जानकारी नहीं है. लोगों का कहना है कि ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के समय भी नियम डिटेल में नहीं बताए गए थे.

मेंटेनेंस फ्री में करेगी कंपनी
सिग्नल किसी योजना व मद के पैसों से नहीं बल्कि पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल में लग रहे हैं. सिगनल के इन खंभों पर कंपनी अपना प्रचार करेगी और शहर को मुफ्त में एक बड़ी सुविधा देगी.

यातायात कंट्रोल करने में बड़ी मदद मिलेगी
जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल ने बताया कि जल्द ही यह सिग्नल शुरू हो जाएंगे और इससे यातायात कंट्रोल करने में बड़ी मदद मिलेगी, साथ ही उन्होंने बताया की शहर के यातायात प्रभारी द्वारा ट्रैफिक लाइट और यातायात नियमों के पालन के लिए स्कूलो में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिससे आने वाले समय में निश्चित ही ट्रैफिक बेहतर ढंग से चल सकेगा.

सरगुजा: जिले में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है. इससे सुधारने के लिए सरगुजा ट्रैफिक पुलिस ने ठोस कदम उठाया है. शहर के हर छोटे-बड़े चौक पर ट्रैफिक सिग्नल लगाने का काम शुरू हो चुका है.

सरगुजा में सहज होगी ट्रैफिक व्यवस्था

पुलिस की ये पहल तब भी सफल हो सकती है जब लोगों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी हो. शहर के लोग ट्रैफिक सिग्नल प्रणाली को कितना समझते हैं, इस बात की पड़ताल करने के लिए हमने चौराहे से गुजरने वाले लोगों से बातचीत की.

ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के समय नियम की नहीं दी गई थी जानकारी

रेड सिग्नल और ग्रीन सिग्नल होने पर क्या करना है ये पूछा गया तो कुछ ने जवाब दिया कि रेड पर रुकना है और ग्रीन में जाना है. लेकिन बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें इसकी जानकारी नहीं है. लोगों का कहना है कि ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के समय भी नियम डिटेल में नहीं बताए गए थे.

मेंटेनेंस फ्री में करेगी कंपनी
सिग्नल किसी योजना व मद के पैसों से नहीं बल्कि पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल में लग रहे हैं. सिगनल के इन खंभों पर कंपनी अपना प्रचार करेगी और शहर को मुफ्त में एक बड़ी सुविधा देगी.

यातायात कंट्रोल करने में बड़ी मदद मिलेगी
जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल ने बताया कि जल्द ही यह सिग्नल शुरू हो जाएंगे और इससे यातायात कंट्रोल करने में बड़ी मदद मिलेगी, साथ ही उन्होंने बताया की शहर के यातायात प्रभारी द्वारा ट्रैफिक लाइट और यातायात नियमों के पालन के लिए स्कूलो में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिससे आने वाले समय में निश्चित ही ट्रैफिक बेहतर ढंग से चल सकेगा.

Intro:सरगुज़ा : आम तौर पर संभाग मुख्यालय और संभाग के सबसे बड़े शहर अम्बिकापुर में बेतरतीब वाहन चालन देखा जाता है, लोग यातायात नियमो को दरकिनार करते हुऐ मनमाने ढंग से वाहन चलाते हैं और कई बार इसी अतिउत्साह में हादसे का शिकार भी होते हैं, बहरहाल तेजी से बढ़ते इस शहर में यातायात व्यवस्था पूरी तह चरमराई हुई है, लंबे समय से इसे सुधारने के लिए प्रयासरत सरगुज़ा पुलिस ने अब जाकर कोई बड़ा कदम इस दिशा में उठाया है, और इन्ही के प्रयास से शहर के हर छोटे बड़े चौक में ट्रैफिक सिग्नल लगाने का काम शुरू हो चुका है, जल्द ही अम्बिकापुर के हर चौराहों पर आपको सिग्नल का इंतजार करना होगा..

पुलिस की इस पहल का असर शहर में दिखने के लिए जो सबसे जरूरी बात है की यहां के लोग ट्रैफिक सिग्नल के बारे में कितना जानते हैं। तो इस बात की पड़ताल करने हम चौराहे पर ही खड़े हो गये औऱ वहां से आने जाने वाले लोगो से ही पूछा की क्या आपको ट्रैफिक सिग्नल की जानकारी है, सवाल सुनते ही ज्यादातर लोगों का जवाब था नही.. मतलब वो यातायात के इस नियम को नही जानते, लेकिन रेड सिग्नल और ग्रीन सिग्नल होने पर क्या करना है ये पूछा गया तो सबसे झट से जवाब दिया की रेड में रुकना है और ग्रीन में जाना है, मतलब लोगो जानकारी है,पर शंसय है शायद इसलिए की उन्हें कभी किसी ने रोककर इन नियमो को नही समझाया और ना ही ड्राइविंग लाइसेंस बनवाते वक्त नियम इतने डिटेल में बताए जाते रहे है।


Body:सरगुज़ा जैसे पिछड़े क्षेत्र में जागरूकता की कमी देखी जाती है, लेकिन यातायात नियमो की पड़ताल में यहां की पब्लिक जागरूक निकली, कम से कम इतना तो पता है की रेड और ग्रीन लाइट होने और उन्हें क्या करना है, इसी बीच एक सज्जन ऐसे भी दिखें जिन्होंने यातायात नियमो के पालन की मिशाल पेश कर डाली, वो मोबाइल फोन पर बात करने से पहले स्कूटी साइड में खड़ा किये और उसके बाद उन्होंने फोन पर बात की, ये वाकई बड़ी बात है अमूमन हर कोई वाहन चलाते हुए एक कान में मोबाइल दबाए बात करता देखा जाता है, लेकिन इस तरह के लोग ना सिर्फ मिशाल पेश करते हैं बल्कि वो अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के प्रति जिम्मेदारी निभाते है।


Conclusion:ट्रैफिक सिग्नल लगवाने का जिम्मा एक कंपनी ने ले रखा है, और वो बिना शुल्क के यह सारे ट्राफिक सिग्नल लगा रही है, यहां तक की इनका मेंटेनेंस भी वह कंपनी फ्री में करेगी, लिहाजा यह सिग्नल किसी योजना व मद के पैसों से नही बल्कि पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मूड में लग रहे है। सिगनल के इन खंभों पर कंपनी अपना प्रचार करेगी और शहर को मुफ्त में एक बड़ी सुविधा देगी, जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल ने बताया की जल्द ही यह सिग्नल शूरू हो जाएंगे और इससे यातायात कंट्रोल करने में बड़ी मदद मिलेगी, साथ ही उन्होंने बताया की शहर के यातायात प्रभारी द्वारा ट्रैफिक लाइट और यातायात नियमो के पालन के लिए स्कूलो में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिससे आने वाले समय मे निश्चित ही ट्रैफिक बेहतर ढंग से चल सकेगा।

बाईट01_ओम चंदेल (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरगुज़ा)

देश दीपक सरगुज़ा
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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