सरगुजा : मैनपाट में हाथी के बाद अब प्रकृति ने भी अपना कहर बरपाया है. क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण मैनपाट के बिसरपानी में भूस्खलन की घटना सामने आई है. भूस्खलन के कारण बिसरपानी में कई स्थानों ओर जमीन में 4 से 5 फीट की दरारें आ गई है. जबकि कई स्थानों पर जमीन ऊपर उठ गई है. इस भूस्खलन का असर ग्रामीणों के घरों पर पड़ा है. भूस्खलन के कारण कई ग्रामीणों के घर क्षतिग्रस्त हुए है और लोगों के घरों में दरारें आ गई है. घरों में आई दरारों के कारण लोगों में दहशत का माहौल है. हालांकि अब तक इस घटना के कारण किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है.
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भूगोल के जानकार डॉ अनिल सिन्हा ने इस घटना को समय प्रक्रिया बताया है, उन्होंने कहा की ऐसा जमीन में वनस्पति की कमी से होता है, जिन पठारों में खनिज की अधिकता होती है वहां मिट्टी की साथ खोखली होती है और अत्यधिक वर्षा के कारण ऐसा होना संभव है.
भविष्य में हो सकता है बड़ा नुकसान
विशेषज्ञों का मानना है कि जिस तरह से मैनपाट में उत्खनन और पेड़ों की कटाई हो रही है उससे काफी नुकसान हुआ है. यदि इस तरह पेड़ों की कटाई व उत्खनन जारी रहा तो आने वाले समय में जबरजस्त भूस्खलन हो सकता है और इससे भारी नुकसान होगा. विशेषज्ञ भारी बारिश होने से भी नुकसान होने की बात कह रहे हैं. बताया जा रहा है कि जमीन के नीचे बने गड्ढों में पानी भरने से एक तरफ खिंचाव होने की संभावना भी है जिससे नुकसान हो सकता है.