सरगुजा: राजमाता देवेन्द्र कुमारी के अंतिम संस्कार में शामिल होने आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने राजमाता की यादों को ETV भारत के साथ साझा किया. दिग्विजय सिंह ने कहा कि, 'बताने और कहने को तो बहुत कुछ है, लेकिन अभी यही कहूंगा कि वे शांत स्वभाव के साथ मृदु भाषी भी थीं'
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि राजमाता शांत स्वाभाव के साथ मृदुभाषी महिला थीं, वो ज्यादा बोलती नहीं थी. सिंह ने कहा कि, 'दृढ़ इच्छा शक्ति और राजनीतिक पार्टी के साथ वफादारी में उन्होंने कभी समझौता नहीं किया. अच्छी पत्नी, अच्छी मां और कांग्रेस लीडर मंत्री के रुप में उन्होंने जो कार्य किया वो ऐतिहासिक है'.
उनके कार्यकाल से लेकर आपके साथ की कोई एक बात जो यादगार हो ?
दिग्विजय सिंह ने कहा कि, '15 दिन पहले उनसे मुलाकात हुई थी उन्होंने अपनी शादी के बारे में बताया कि 14 साल में उनकी शादी हो गई थी और वो हिमाचल से यहां आईं थी'. उन्होंने बताया कि, 'हिमाचल से सरगुजा बिल्कुल अलग था खानपान रहन-सहन, लेकिन उन्होंने सरगुजा कि रियासत के हिसाब से खुद को ढाल लिया'.
बता दें कि राजमाता देवेन्द्र कुमारी पंचत्तव में विलीन हो चुकी हैं. उनके अंतिम दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से अंबिकापुर पहुंचे थे. हर वर्ग के लोगों ने राजमाता को विदाई दी.