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सरगुजा में उर्वरक की कालाबाजारी पर प्रशासन सख्त, दुकानदारों को नोटिस

सरगुजा में उर्वरक की कालाबाजारी (Fertilizer Black marketing) को लेकर जिला प्रशासन सख्त नजर आ रहा है. प्रशासन ने शहर के 20 से अधिक दुकानों पर छापेमारी कर स्टॉक चेक किया. इस दौरान नियमों का उल्लंघन करने वाले दो दुकानदारों को नोटिस भी जारी किया गया. एसडीएम ने बताया कि कलेक्टर (Collector) के निर्देश पर कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया कि किसानों को उचित कीमत पर खाद और उर्वरक मिल सके. इसके लिए लगातार कार्रवाई जारी रहेगी.

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Published : May 28, 2021, 4:26 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

Administration strict on black marketing of fertilizer
उर्वरक की कालाबाजारी पर प्रशासन सख्त

सरगुजाः जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में उर्वरक की पर्याप्त मात्रा और निर्धारित दर पर किसानों को उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन सख्त नजर आ रहा है. कलेक्टर संजीव झा (Collector Sanjeev Jha) के निर्देश पर राजस्व और कृषि विभाग की संयुक्त टीम (Joint Team of Revenue and Agriculture Department) ने शहर के कई दुकानों पर छापेमारी की. इस दौरान जांच ने उर्वरक दुकानों का निरीक्षण कर खाद की भौतिक सत्यापन भी किया गया. पहले दिन शहरी क्षेत्र के 20 से अधिक दुकानों की गई.

स्टॉक मेंटेन नहीं मिला

जांच के दौरान एक दुकान में स्टॉक शार्ट होने के साथ ही स्टॉक लिस्ट मेंटेन (Stock list maintenance) नहीं होने की जानकारी सामने आई है. जिसपर अधिकारियों ने व्यवसायी पर नाराजगी जाहिर करते हुए, उसे नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही उर्वरक दुकानों में बैनर और फ्लैक्स के माध्यम से उर्वरक की उपलब्धता और उसकी कीमत की जानकारी प्रदर्शित करने निर्देश दिए गए. सभी दुकानदारों को तय कीमत पर ही खाद और उर्वरक बेचने के लिए डिस्ट्रीब्यूटर्स और रिटेलर्स (Distributors And Retailers) को निर्देश दिया गया है.

सीजन आते ही कोचिए सक्रिय

खेती-किसानी का सीजन शुरू होने के साथ ही उर्वरक की कमी शुरू हो गई है. उर्वरक की पर्याप्त मात्रा होने के बाद भी निजी उर्वरक दुकानों में स्टॉक खत्म होने का बहाना बनाया जाता है. जिससे बड़ी संख्या में कोचिए सक्रिय हो जाते है. यह कोचिए थोक में उर्वरक खरीदकर उसे दो गुने दाम पर किसानों को बेचकर उनकी मजबूरी का फायदा उठाते हैं. पिछले सीजन में भी उर्वरक की कमी की समस्या देखने को मिली थी.

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प्रशासन हुआ सख्त

कलेक्टर संजीव कुमार झा के निर्देश पर राजस्व विभाग तहसीलदार के नेतृत्व में टीम गठित कर उर्वरक दुकानों की जांच की जा रही है. निरीक्षण के दौरान सभी प्रकार के उर्वरक के भंडारण और विक्रय का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है. हर दिन उर्वरक के ओपनिंग और क्लोजिंग बैलेंस की सत्यता की जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं. सभी ट्रेडर्स को प्रत्येक उर्वरक की दर सूची दुकान में चस्पा करने का निर्देश दिया गया है.

रजिस्टर में स्टॉक करना होगा मेंटेन

रजिस्टर संधारित कर प्रतिदिन विक्रय की गई उर्वरक की सूची दिखाना जरूरी होगा. रजिस्टर में यह उल्लेख करना होगा कि किस व्यक्ति को कौन सी उर्वरक की कितनी मात्रा में कब विक्रय किया गया. खरीदने वाले का पता और आधार नंबर भी दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं. कलेक्टर के निर्देश पर तहसीलदार हर दिन ट्रेडर्स के यहां बेचे गए कुल उर्वरक की जानकारी हासिल करेंगे. नियमों का उल्लंघन करने वाले दुकान संचालकों पर कार्रवाई की जाएगी.

जिले में संचालित हैं 120 निजी दुकानें

सरगुजा में सरकारी केंद्रों के अतिरिक्त 120 उर्वरक के थोक और फुटकर दुकानें संचालित होती हैं. कलेक्टर के निर्देश पर गुरुवार को एसडीएम प्रदीप साहू ने राजस्व और कृषि विभाग की टीम ने शहर के 20 निजी थोक और रिटेल उर्वरक दुकानों का निरीक्षण किया है. एसडीएम ने बताया कि जांच के दौरान खरसिया रोड स्थित शासनकार ट्रेडिंग में पीओएस के अनुसार 80 बोरी यूरिया शार्ट पाया गया है. जबकि होलसेल लाइसेंस में भी स्टॉक रजिस्टर सही ढंग से मेंटेन नहीं था. जिसको देखते हुए नोटिस जारी किया गया है. फिलहाल अधिकतम एक आधार कार्ड से किसानों को दो बोरी उर्वरक देने के निर्देश दिए गए हैं.

सरगुजाः जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में उर्वरक की पर्याप्त मात्रा और निर्धारित दर पर किसानों को उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन सख्त नजर आ रहा है. कलेक्टर संजीव झा (Collector Sanjeev Jha) के निर्देश पर राजस्व और कृषि विभाग की संयुक्त टीम (Joint Team of Revenue and Agriculture Department) ने शहर के कई दुकानों पर छापेमारी की. इस दौरान जांच ने उर्वरक दुकानों का निरीक्षण कर खाद की भौतिक सत्यापन भी किया गया. पहले दिन शहरी क्षेत्र के 20 से अधिक दुकानों की गई.

स्टॉक मेंटेन नहीं मिला

जांच के दौरान एक दुकान में स्टॉक शार्ट होने के साथ ही स्टॉक लिस्ट मेंटेन (Stock list maintenance) नहीं होने की जानकारी सामने आई है. जिसपर अधिकारियों ने व्यवसायी पर नाराजगी जाहिर करते हुए, उसे नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही उर्वरक दुकानों में बैनर और फ्लैक्स के माध्यम से उर्वरक की उपलब्धता और उसकी कीमत की जानकारी प्रदर्शित करने निर्देश दिए गए. सभी दुकानदारों को तय कीमत पर ही खाद और उर्वरक बेचने के लिए डिस्ट्रीब्यूटर्स और रिटेलर्स (Distributors And Retailers) को निर्देश दिया गया है.

सीजन आते ही कोचिए सक्रिय

खेती-किसानी का सीजन शुरू होने के साथ ही उर्वरक की कमी शुरू हो गई है. उर्वरक की पर्याप्त मात्रा होने के बाद भी निजी उर्वरक दुकानों में स्टॉक खत्म होने का बहाना बनाया जाता है. जिससे बड़ी संख्या में कोचिए सक्रिय हो जाते है. यह कोचिए थोक में उर्वरक खरीदकर उसे दो गुने दाम पर किसानों को बेचकर उनकी मजबूरी का फायदा उठाते हैं. पिछले सीजन में भी उर्वरक की कमी की समस्या देखने को मिली थी.

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प्रशासन हुआ सख्त

कलेक्टर संजीव कुमार झा के निर्देश पर राजस्व विभाग तहसीलदार के नेतृत्व में टीम गठित कर उर्वरक दुकानों की जांच की जा रही है. निरीक्षण के दौरान सभी प्रकार के उर्वरक के भंडारण और विक्रय का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है. हर दिन उर्वरक के ओपनिंग और क्लोजिंग बैलेंस की सत्यता की जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं. सभी ट्रेडर्स को प्रत्येक उर्वरक की दर सूची दुकान में चस्पा करने का निर्देश दिया गया है.

रजिस्टर में स्टॉक करना होगा मेंटेन

रजिस्टर संधारित कर प्रतिदिन विक्रय की गई उर्वरक की सूची दिखाना जरूरी होगा. रजिस्टर में यह उल्लेख करना होगा कि किस व्यक्ति को कौन सी उर्वरक की कितनी मात्रा में कब विक्रय किया गया. खरीदने वाले का पता और आधार नंबर भी दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं. कलेक्टर के निर्देश पर तहसीलदार हर दिन ट्रेडर्स के यहां बेचे गए कुल उर्वरक की जानकारी हासिल करेंगे. नियमों का उल्लंघन करने वाले दुकान संचालकों पर कार्रवाई की जाएगी.

जिले में संचालित हैं 120 निजी दुकानें

सरगुजा में सरकारी केंद्रों के अतिरिक्त 120 उर्वरक के थोक और फुटकर दुकानें संचालित होती हैं. कलेक्टर के निर्देश पर गुरुवार को एसडीएम प्रदीप साहू ने राजस्व और कृषि विभाग की टीम ने शहर के 20 निजी थोक और रिटेल उर्वरक दुकानों का निरीक्षण किया है. एसडीएम ने बताया कि जांच के दौरान खरसिया रोड स्थित शासनकार ट्रेडिंग में पीओएस के अनुसार 80 बोरी यूरिया शार्ट पाया गया है. जबकि होलसेल लाइसेंस में भी स्टॉक रजिस्टर सही ढंग से मेंटेन नहीं था. जिसको देखते हुए नोटिस जारी किया गया है. फिलहाल अधिकतम एक आधार कार्ड से किसानों को दो बोरी उर्वरक देने के निर्देश दिए गए हैं.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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