सरगुजा: कोविड 19 वैश्विक महामारी का रूप ले चुका है. इसके खिलाफ पूरा विश्व जंग लड़ रहा है. स्वास्थ्य विभाग की टीम, पुलिसकर्मी और सफाईकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर इस वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए मेहनत कर रहे हैं. सरगुजा में कोरोना वॉलेंटियर की एक टीम ऐसी है, जिसका मनोबल बांसुरी की धुन से बढ़ता है.
शहर में कोरोना वायरस की जांच और संदिग्ध लोगों की पहचान के बाद उन्हें उनके घर से लाने, जांच के लिए सैंपल लेकर रायपुर जाने तक के लिए एक टीम बनाई गई है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग और पुलिस कर्मियों की संयुक्त टीम है. जाहिर है इस टीम का काम बेहद खतरनाक है क्योंकि ये लोगों के संपर्क में आने की ही ड्यूटी कर रहे हैं. लेकिन इस टीम के हौसले बुलंद हैं. इसके पीछे की वजह प्रधान आरक्षक चैन साय हैं, जो खाली समय में अपने साथी वॉलेंटियर्स के लिए बांसुरी बजाते हैं, बाकी साथी भी बांसुरी की धुन का आनंद लेते हुए तालियां बजाकर उनका उत्साह बढ़ाते हैं.
विषम परिस्थियों में मनोबल बढ़ा रहे
ETV भारत ने चैन साय से जब इसकी वजह जानी, तो उन्होंने बताया की सभी साथियों का हौसला बढ़ाने के लिए वो बांसुरी बजाकर सबका मन बहलाते हैं, जिससे उनका विषम परिस्थितियों में भी मनोबल बढ़ा रहे. साथ ही वो अपने काम को भी अच्छे से अंजाम दे सकें.
जांबाज टीम का सराहनीय काम
बहरहाल, प्रधान आरक्षक चैन साय और उनकी टीम का काम बड़ा ही विषम और सराहनीय है. इसी तरहा सराहनीय उनकी बांसुरी है, जिसकी धुन पर बाकी के वॉलेंटियर्स का उत्साह बढ़ता है. सलाम है ऐसी जांबाज टीम को, जो देश सेवा में समर्पित है.