बताया जा रहा है कि, इस बजट में लोगों के लिए कुछ खास नहीं है. जिसपर विपक्ष आक्रामक हो गई है. विपक्ष के पार्षदों ने निगम सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, निगम की कांग्रेस सरकार ने अपनी नाकामियां 4 साल तक प्रदेश की बीजेपी सरकार पर फोड़ा है, लेकिन अब निगम और प्रदेश में बीजेपी की ही सरकार है फिर भी इस वर्ष के बजट में कुछ बड़ा ऐलान क्यों नहीं हो रहा है.
दरअसल, बीते सोमवार को नगर निगम अंबिकापुर के महापौर अजय तिर्की ने मेयर इन काउंसिल की बैठक में बजट का प्रारूप रखा. जिसमें वर्ष 2019-20 के लिए 4 अरब 79 करोड़ 98 लाख की आय और 4 अरब 80 करोड़ 3 लाख 82 हजार रुपये का व्यय संभावित है. इस बजट में 5 लाख 82 हजार रुपये का घाटा होगा. बीते चार साल में पहली बार निगम सरकार घाटे का बजट पेश करने जा रही है.
इधर, मेयर इन काउंसिल की बैठक में बजट का प्रारूप पेश होने के बाद से ही विपक्ष हमलावर है. विपक्ष ने नगर निगम पर 4 साल तक कुछ न कर पाने का आरोप लगाते हुए, निगम सरकार को घेरने की तैयारी में है. विपक्ष के पार्षद संजय अग्रवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि, 4 साल तक निगम ने शहर को कुछ नहीं दिया और कहते रहे की प्रदेश की भाजपा सरकार की वजह से विकास रुका है. वहीं जब इनकी सरकार प्रदेश में बन गई, तो शहरवासियों को आस थी की एक साल में नगर निगम में बेहतर काम होंगे, पर इनके बजट में शहर के लिए कोई भी बड़ी उपलब्धि नहीं दिखती.