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अनजाने खतरे ने ले ली भालू और बकरे की जान - Udaipur forest area of ​​Surguja district

सरगुजा के उदयपुर वनपरिक्षेत्र में एक बड़ी दुर्घटना होने से टल गई. 11 केव्ही लाइन की चपेट में आकर भालू और बकरे की मौत हो (Bear and goat died due to current in Ambikapur)गई.इस जगह पर कई चरवाहे मवेशियों के साथ आते हैं.

Bear and goat died due to current in Ambikapur
अनजाने खतरे ने ले ली भालू और बकरे की जान
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Published : Jul 23, 2022, 6:03 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा : आज जंगल मे करंट फैलने की वजह से बड़ा हादसा हो गया. करंट की चपेट में आने से एक भालू और एक बकरे की दर्दनाक मौत हो (Bear and goat died due to current in Ambikapur) गई. करंट की वजह से बकरा पूरी तरह झुलस गया. हालांकि पास से गुजर रहे एक शिक्षक की सूझबूझ से कोई जन हानि नही हो सकी वरना जंगल में जाने वाले इंसान भी करेंट की चपेट में आ सकते थे.

अनजाने खतरे ने ले ली भालू और बकरे की जान

11 केवी खंभे का इन्सुलेटर हुआ खराब : मामला सरगुजा जिले के वन परिक्षेत्र उदयपुर (Udaipur forest area of ​​Surguja district) के केदमा सर्किल का है. ग्राम सितकालो रेण नदी पुल के समीप बिजली करंट से एक 10 वर्षीय भालू और एक बकरे की मौत हो गई. शनिवार की सुबह 7:30 बजे के करीब सितकालो रेण नदी पुल के बगल में स्थित 11 केवी खंबे का इंसुलेटर भ्रष्ट हो (Insulator of 11 kv pole damaged in Ambikapur)गया. जिससे पोल के अर्थ वायर में करंट आ गया. करंट आसपास की पूरी जमीन में फैल गया. इस दौरान जंगल में विचरण कर रहा एक बकरा उसकी चपेट में आ गया और तेजी से जलने लगा. वहीं पर एक भालू भी पहुंचा जो कि जमीन में फैले करंट की चपेट में आ गया. जिससे दोनों जानवरों की मौत हो गई.

वन अमले ने बनाया पंचनामा : सुबह सुबह स्कूल जा रहे एक शिक्षक ने घटना की सूचना स्थानीय लोगों और प्रशासन को दी. जिसके बाद वन अमले को भी इसकी सूचना दी गई. विद्युत सप्लाई को कुन्नी सब स्टेशन से बंद कराया गया. करंट बंद करने के बाद वन अमला मौके पर पहुंचा. भालू और बकरा को पंचनामा के बाद उदयपुर नर्सरी लाया गया. एसडीओ बिजेंद्र सिंह और रेंजर सपना मुखर्जी की मौजूदगी में भालू के शव का पशु चिकित्सक ने पोस्टमार्टम किया . पोस्टमार्टम के बाद भालू का विधिवत अंतिम संस्कार किया ( forest workers of Udaipur performed the last rites of the bear) गया. बिजली करंट से अधजले बकरे को उसके मालिक कैलासो मझवार को दे दिया गया.

ये भी पढ़ें :दो भालुओं को जामुन का स्वाद पड़ा महंगा !

शिक्षक की सूझ से बची कई लोगों की जान :इस घटना में एक शिक्षक की सजगता से बड़ा हादसा होते-होते टल गया. क्योंकि सुबह सुबह ग्रामीण अपने मवेशियों को लेकर जंगल की ओर चराने जाते हैं. शिक्षक ने घटनास्थल पर रुककर लोगों को सूचना दी .वरना 11 केवी तार के चपेट में आकर जानवरों के साथ इंसान भी हादसे का शिकार हो सकते थे.

सरगुजा : आज जंगल मे करंट फैलने की वजह से बड़ा हादसा हो गया. करंट की चपेट में आने से एक भालू और एक बकरे की दर्दनाक मौत हो (Bear and goat died due to current in Ambikapur) गई. करंट की वजह से बकरा पूरी तरह झुलस गया. हालांकि पास से गुजर रहे एक शिक्षक की सूझबूझ से कोई जन हानि नही हो सकी वरना जंगल में जाने वाले इंसान भी करेंट की चपेट में आ सकते थे.

अनजाने खतरे ने ले ली भालू और बकरे की जान

11 केवी खंभे का इन्सुलेटर हुआ खराब : मामला सरगुजा जिले के वन परिक्षेत्र उदयपुर (Udaipur forest area of ​​Surguja district) के केदमा सर्किल का है. ग्राम सितकालो रेण नदी पुल के समीप बिजली करंट से एक 10 वर्षीय भालू और एक बकरे की मौत हो गई. शनिवार की सुबह 7:30 बजे के करीब सितकालो रेण नदी पुल के बगल में स्थित 11 केवी खंबे का इंसुलेटर भ्रष्ट हो (Insulator of 11 kv pole damaged in Ambikapur)गया. जिससे पोल के अर्थ वायर में करंट आ गया. करंट आसपास की पूरी जमीन में फैल गया. इस दौरान जंगल में विचरण कर रहा एक बकरा उसकी चपेट में आ गया और तेजी से जलने लगा. वहीं पर एक भालू भी पहुंचा जो कि जमीन में फैले करंट की चपेट में आ गया. जिससे दोनों जानवरों की मौत हो गई.

वन अमले ने बनाया पंचनामा : सुबह सुबह स्कूल जा रहे एक शिक्षक ने घटना की सूचना स्थानीय लोगों और प्रशासन को दी. जिसके बाद वन अमले को भी इसकी सूचना दी गई. विद्युत सप्लाई को कुन्नी सब स्टेशन से बंद कराया गया. करंट बंद करने के बाद वन अमला मौके पर पहुंचा. भालू और बकरा को पंचनामा के बाद उदयपुर नर्सरी लाया गया. एसडीओ बिजेंद्र सिंह और रेंजर सपना मुखर्जी की मौजूदगी में भालू के शव का पशु चिकित्सक ने पोस्टमार्टम किया . पोस्टमार्टम के बाद भालू का विधिवत अंतिम संस्कार किया ( forest workers of Udaipur performed the last rites of the bear) गया. बिजली करंट से अधजले बकरे को उसके मालिक कैलासो मझवार को दे दिया गया.

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शिक्षक की सूझ से बची कई लोगों की जान :इस घटना में एक शिक्षक की सजगता से बड़ा हादसा होते-होते टल गया. क्योंकि सुबह सुबह ग्रामीण अपने मवेशियों को लेकर जंगल की ओर चराने जाते हैं. शिक्षक ने घटनास्थल पर रुककर लोगों को सूचना दी .वरना 11 केवी तार के चपेट में आकर जानवरों के साथ इंसान भी हादसे का शिकार हो सकते थे.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

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