सरगुजा: राम वन गमन पर्यटन परिपथ में शामिल सरगुजा के रामगढ़ में नव निर्मित श्रीराम वाटिका जनता के लिए खोल दिया गया है. गुरुवार को रामगढ़ में श्रीराम वाटिका और अधोसंरचना का लोकार्पण उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने किया. भगवान श्रीराम की प्रतिमा के अनावरण के साथ ही इस ऐतिहासिक स्थल को सरगुजा वासियों के लिए खोल दिया गया है.
रामगढ़ में क्या है खास?: गुरुवार को रामगढ़ में भगवान राम की 25 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया गया. इसके साथ ही श्री राम वाटिका और नए बनाए गए अधोसंरचना का भी लोकार्पण हुआ. राम वनगमन पर्यटन परिपथ योजना के तहत 6.76 करोड़ रूपये की लागत से इस स्थान को पर्यटन स्थल का रूप दिया गया है. यहां कॉटेज, डॉरमेट्री, टूरिस्ट इनफॉर्मेशन सेंटर, पब्लिक अप्रोच रोड डेव्हलपमेंट सहित अन्य सुविधाएं अब उपलब्ध हैं.
डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने किया लोकार्पण: लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने श्रीराम वाटिका में 'सप्तसुर' का पौधा रोपित किया. उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने राम वन गमन पर्यटन परिपथ की परिकल्पना के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया. जिसके बाद अपने संबोधन में सिंहदेव ने कहा, "छत्तीसगढ़ में खासकर सरगुजा संभाग, प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण है. बेहतर राज्य और जनहित के लिए हमारी जो परिकल्पना थी, उसमें रोजगार और विकास के अवसर के साथ ही पर्यटन में रोजगार के अवसर निकालने पर भी विचार किया गया. जिसका परिणाम आज सभी के सामने है. आज भगवान राम की प्रतिमा को देख कर हम उन्हें स्मरण कर रहे हैं. प्रयास है कि जल्द ही यहां राम दरबार का स्वरूप भी देख सकेंगे."
"पूरे क्षेत्र में रामायण से जुड़ी कथाएं प्रचलित हैं. बाहर के पर्यटकों को भी यहां लाया जा सके, इसके लिए निरंतर सुगम आवागमन और सुविधाओं का विकास किया जा रहा है. शुभ अवसर पर काम करें, तो निश्चित सफलता प्राप्त होगी. राम जी यहां स्थापित हो गए हैं, अब उनकी कृपा में सरगुजा को एक नई पहचान मिलेगी." - टीएस सिंहदेव, डिप्टी सीएम
डिप्टी सीएम के साथ संस्कृति मंत्री हुए शामिल: राम वन गमन परिपथ के लोकार्पण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव शामिल हुए. उनके साथ अतिथि के रूप में खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, सीजीएमएससी के अध्यक्ष प्रीतम राम, पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव और श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष शफी अहमद शामिल हुए. इस आयोजन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, वन मंत्री मोहम्मद अकबर सहित कई अन्य मंत्रियों के आने की तैयारी थी. लेकिन किन्हीं कारणों से ये सरगुजा नहीं पहुंच सके.