सरगुजा: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी ने अपने सभी प्रत्याशी घोषित कर दिये हैं. सरगुजा संभाग के हाईप्रोफाइल सीट अंबिकापुर से बीजेपी ने राजेश अग्रवाल को उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव चुनावी मैदान में उतारा है. अब जाब अंबिकापुर विधानसभा सीट से बीजेपी और कांग्रेस दोनों के प्रत्याशी तय हो गए हैं, तो ईटीवी भारत की टीम ने बीजेपी प्रत्याशी राजेश अग्रवाल से खास बातचीत की है. आइये जानते हैं उन्होंने चुनाव को लेकर क्या कहा...
"भाजपा का संगठन मिलकर चुनाव लड़ेगा": राजेश अग्रवाल ने कहा "कोई चुनौती नहीं है. भाजपा को पहले से ही पता था कि टीएस सिंहदेव से सामना होना है. पूरा भाजपा का संगठन मिलकर चुनाव लड़ेगा. सब साथ हैं," बगावत के सवाल पर उन्होंने कहा, "कहीं ऐसी स्थिति नहीं है. सभी दावेदार योग्य थे, सभी मेरे सीनियर हैं, पार्टी ने मुझ पर भरोसा जताया है. सब मेरा साथ देंगे. पार्टी जिसे भी प्रत्याशी बनाती है, पूरा संगठन उसके लिये काम करता है."
"काम नहीं होने से जनता में घोर निराशा": पिछले चुनाव में टीएस सिंहदेव ने भाजपा के लोकप्रिय नेता अनुराग सिंहदेव को करीब 40 हजार वोटों से हराया था. इस खाई को कैसे पाटेंगे? इस सवाल पर राजेश अग्रवाल का मानना है कि पिछली बार सिंहदेव विपक्ष में थे, इसलिए जनता का साथ उन्हें मिला. इस बार वो मंत्री हैं और जनता से दूर रहे हैं. उनके पास जो मंत्रालय थे, उनमें भी काम नहीं होने के चलते जनता में घोर निराशा है. उनका मानना है कि इस बार जनता बीजेपी का साथ देगी. राजेश अग्रवाल ने बताया कि जब वह भाजपा में आए हैं, तब से उनका किसी प्रकार का सम्पर्क सिंहदेव से नहीं है.
कर्ज माफी के घोषणा पर बोले राजेश अग्रवाल: कर्ज माफी के घोषणा पर राजेश अग्रवाल का कहना है कि "पिछले बार भी इन्होंने ठग वादे किए थे, इसलिए इनको ठगेस सरकार कहा जाता है. जनता को इन्होंने ठगा है, युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया गया, पेंशन की रकम नहीं बढ़ाई गई. स्वयं सहायता समूह को कर्ज माफी का वादा किया था, नही हुआ. जनता इनके ठग वादे को जान गई है,"
राजेश ने किसानों के लिए सिंचाई का मुद्दा उठाया: सिंचाई की समस्या को लेकर राजेश अग्रवाल ने कहा, "बहोत से काम हैं. मैं ग्रामीण क्षेत्र से जुड़ा हुआ हूं. खुद भी किसान हूं. सिंचाई परियोजना चालू होना बहोत जरूरी है. घुनघुट्टा श्याम परियोजना और कुंवरपुर डेम दोनों का पानी टेल तक नही पहुंचता है. 15 साल की रमन सिंह सरकार में बहोत से डैम बनाये गए, जिसका मेंटेनेंस भी इस सरकार में नहीं किया गया. इसका हम समाधान करेंगे. लोगों के बिजली का बिल बेतहाशा आ रहा है, इसका समाधान करेंगे और जनता के सुख दुख में खड़े रहेंगे."
कौन हैं राजेश अग्रवाल? : राजेश अग्रवाल पहले कांग्रेसी नेता थे और टीएस सिंहदेव के काफी करीबी रहे हैं. इसके साथ ही राजेश अग्रवाल लखनपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष रहे हैं. राजेश अग्रवाल लखनपुर क्षेत्र के रहने वाले हैं. इसके साथ ही उनकी अंबिकापुर के ग्रमीण क्षेत्र में काफी पकड़ है. लेकिन राजेश अग्रवाल पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरे हैं और उनका मुकाबला सीधे 3 बार के विधायक और डिप्टी सीएम टीएस सिंह से होने जा रहा है.
सिंहदेव और राजेश आमने सामने: सरगुजा संभाग के हाईप्रोफाइल सीट अंबिकापुर से बीजेपी ने राकेश अग्रवाल को चुनावी मैदान में उतारा है. अंबिकापुर विधानसभा सीट बेहद खास मानी जाती है, क्योंकि अंबिकापुर सिंहदेव का गढ़ है, इस सीट से प्रदेश के उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव तीन दफा चुनाव जीतते आ रहे हैं. यहां से चुनाव जीतने के लिये भाजपा बेहतर विकल्प तलाश रही थी, लेकिन अंत में भाजपा ने राजेश अग्रवाल को मैदान में उतार दिया है. भाजपा को उम्मीद है कि राजेश अम्बिकापुर के ग्रामीणों का वोट हासिल करने में सफल होंगे. इसी फार्मूले के तहत भाजपा जीत दर्ज करने की कोशिश कर रही है.