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VIDEO : गुणवत्ताविहीन सड़क पर फूटा लोगों का गुस्सा, अधिकारी को बंधक बनाकर पहनाई चूड़ी

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Published : Oct 7, 2019, 7:47 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा जिले के अंबिकापुर-प्रतापपुर सड़क निर्माण में लापरवाही बरती गई थी, जिसको लेकर महिलाओं ने अधिकारियों को चूड़ी पहनाकर अपना विरोध जताया है.

अधिकारी को बंधक बनाकर पहनाई चूड़ी

सरगुजा : अंबिकापुर-प्रतापपुर सड़क निर्माण में बरती जा रही लापरवाही और गुणवत्ताहीन निर्माण को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. आक्रोशित लोगों ने CGRDC (छत्तीसगढ़ रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) के DPM को बंधक बना लिया. इसके साथ ही महिलाओं ने अधिकारियों को चूड़ी पहनाकर अपना विरोध जताया. नागरिक घटिया निर्माण पर रोक लगाने के साथ ही टेंडर के मुताबिक सड़क बनाए जाने की मांग कर रहे थे.

गुणवत्ताविहीन सड़क पर फूटा लोगों का गुस्सा

दरअसल, अंबिकापुर से प्रतापपुर के बीच 63 करोड़ रुपए की लागत से 40 किमी की सड़क का निर्माण करवाया जा रहा है. इस सड़क का निर्माण वर्ष 2017 से करवाया जा रहा है, जिसे डेढ़ साल में पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन 3 साल बीतने के बाद भी सड़क का निर्माण अधूरा है.

बनने से पहले उखड़ी सड़क
सड़क पूरी तरह बनने से पहले ही जगह-जगह से उखड़ने लगी है और पुल-पुलिया धंसने लगे हैं. वहीं ठेकेदार द्वारा जगह-जगह सड़क पर मिट्टी के ढेर छोड़ दिए गए हैं और नालियों को भी खुला छोड़ दिया गया है. इस बेतरतीब और गुणवत्ताहीन निर्माण को लेकर लोगों में काफी आक्रोश था.

रात के अंधेरे में करवाया जा रहा था काम
बताया जा रहा है कि शनिवार की रात दुर्गा पंडाल से पूजा अर्चना के बाद लौट रहे बच्चे गड्ढे में गिरकर घायल हो गए थे, जिसके बाद लोगों का गुस्सा काफी बढ़ गया था. रविवार को अधिकारियों व ठेकेदार द्वारा गुणवत्ताहीन सड़क को तोड़कर नए सिरे से बनाने के लिए कोशिश की जा रही थी और मिट्टी-मुरुम गिराकर उस पर डामरीकरण कर रुके हुए भुगतान को निकालने की कोशिश की जा रही थी.

DPM को बनाया बंधक
इसकी जानकारी मिलने पर लोग भड़क उठे और शिकायत कर CGRDC के DPM पीके श्रीवास्तव को सरगंवा में बुलवाया गया, जहां लोगों ने डीपीएम को यह कहते हुए बंधक बना लिया कि जब तक ईई, ठेकेदार व अन्य अधिकारी नहीं पहुंचते तब तक वे मौके से नहीं जा सकते हैं.

कलेक्टर ने रोक दिया है भुगतान
पहली बारिश में ही गुणवत्ताहीन सड़क के बह जाने और पुल के धंस जाने पर कलेक्टर द्वारा जांच के बाद नए सिरे से सड़क निर्माण के निर्देश दिए गए थे और भुगतान रोक दिया गया था, लेकिन कलेक्टर के निर्देशों का पालन करने के बजाए ठेकेदार व अधिकारी अपना रुका हुआ बिल निकालने की फिराक में फिर से छुट्टी के दिन अंधेरे में निर्माण कार्य करा रहे थे.

सरगुजा : अंबिकापुर-प्रतापपुर सड़क निर्माण में बरती जा रही लापरवाही और गुणवत्ताहीन निर्माण को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. आक्रोशित लोगों ने CGRDC (छत्तीसगढ़ रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) के DPM को बंधक बना लिया. इसके साथ ही महिलाओं ने अधिकारियों को चूड़ी पहनाकर अपना विरोध जताया. नागरिक घटिया निर्माण पर रोक लगाने के साथ ही टेंडर के मुताबिक सड़क बनाए जाने की मांग कर रहे थे.

गुणवत्ताविहीन सड़क पर फूटा लोगों का गुस्सा

दरअसल, अंबिकापुर से प्रतापपुर के बीच 63 करोड़ रुपए की लागत से 40 किमी की सड़क का निर्माण करवाया जा रहा है. इस सड़क का निर्माण वर्ष 2017 से करवाया जा रहा है, जिसे डेढ़ साल में पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन 3 साल बीतने के बाद भी सड़क का निर्माण अधूरा है.

बनने से पहले उखड़ी सड़क
सड़क पूरी तरह बनने से पहले ही जगह-जगह से उखड़ने लगी है और पुल-पुलिया धंसने लगे हैं. वहीं ठेकेदार द्वारा जगह-जगह सड़क पर मिट्टी के ढेर छोड़ दिए गए हैं और नालियों को भी खुला छोड़ दिया गया है. इस बेतरतीब और गुणवत्ताहीन निर्माण को लेकर लोगों में काफी आक्रोश था.

रात के अंधेरे में करवाया जा रहा था काम
बताया जा रहा है कि शनिवार की रात दुर्गा पंडाल से पूजा अर्चना के बाद लौट रहे बच्चे गड्ढे में गिरकर घायल हो गए थे, जिसके बाद लोगों का गुस्सा काफी बढ़ गया था. रविवार को अधिकारियों व ठेकेदार द्वारा गुणवत्ताहीन सड़क को तोड़कर नए सिरे से बनाने के लिए कोशिश की जा रही थी और मिट्टी-मुरुम गिराकर उस पर डामरीकरण कर रुके हुए भुगतान को निकालने की कोशिश की जा रही थी.

DPM को बनाया बंधक
इसकी जानकारी मिलने पर लोग भड़क उठे और शिकायत कर CGRDC के DPM पीके श्रीवास्तव को सरगंवा में बुलवाया गया, जहां लोगों ने डीपीएम को यह कहते हुए बंधक बना लिया कि जब तक ईई, ठेकेदार व अन्य अधिकारी नहीं पहुंचते तब तक वे मौके से नहीं जा सकते हैं.

कलेक्टर ने रोक दिया है भुगतान
पहली बारिश में ही गुणवत्ताहीन सड़क के बह जाने और पुल के धंस जाने पर कलेक्टर द्वारा जांच के बाद नए सिरे से सड़क निर्माण के निर्देश दिए गए थे और भुगतान रोक दिया गया था, लेकिन कलेक्टर के निर्देशों का पालन करने के बजाए ठेकेदार व अधिकारी अपना रुका हुआ बिल निकालने की फिराक में फिर से छुट्टी के दिन अंधेरे में निर्माण कार्य करा रहे थे.

Intro:सरगुजा : अंबिकापुर प्रतापपुर सड़क निर्माण में बरती जा रही लापरवाही और गुणवत्ताहीन निर्माण को लेकर आज लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित नागरिकों ने सीजीआरडीसी के डीपीएम को बंधक बना लिया इसके साथ ही महिलाओं ने अधिकारियों को चूड़ी पहनाकर अपना विरोध जताया। नागरिक घटिया निर्माण पर रोक लगाने के साथ ही टेंडर के अनुसार सड़क बनाए जाने की मांग कर रहे है।

दरअसल अंबिकापुर से प्रतापपुर के बीच 63 करोड़ रुपए की लागत से 40 किमी सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। इस सड़क का निर्माण वर्ष 2017 से कराया जा रहा है जिसे डेढ़ वर्ष में पूर्ण हो जाना चाहिए था परन्तु तीन वर्ष बीतने के बाद भी सड़क का निर्माण अधूरा है। इसके साथ ही बनने से पहले ही सड़क जगह जगह से उखड़ने लगी है और पुल-पुलिए धंसकने लगे है। वहीं ठेकेदार द्वारा जगह जगह सड़क पर मिट्ठी के ढेर छोड़ दिए गए और नालियों को भी खुला छोड़ दिया गया है। इस बेतरतीब व गुणवत्ताहीन निर्माण को लेकर लोगों में काफी आक्रोश था। बताया जा रहा है कि शनिवार की रात दुर्गा पंडाल से पूजा अर्चना के बाद लौट रहे बच्चे गड्ढों में गिरकर घायल हो गए थे जिसके बाद लोग काफी आक्रोशित थे। वहीं रविवार को अधिकारियों व ठेकेदार द्वारा गुणवत्ताहीन सड़क को तोड़कर नए सिरे से बनाने के लिए थूक पालिस की जा रही थी और मिट्टी मुरुम गिरा कर उसपर डामरीकरण कर रुके हुए भुगतान को निकालने का प्रयास किया जा रहा था। इस बात की जानकारी मिलने पर लोगों का आक्रोश भड़क उठा। स्थानीय नागरिकों द्वारा इसकी शिकायत करते हुए सीजीआरडीसी के डीपीएम पीके श्रीवास्तव को सरगंवा में बुलवाया गया था जहां लोगों ने डीपीएम को यह कहते हुए बंधक बना लिया कि जब तक ईई, ठेकेदार व अन्य अधिकारी नहीं पहुंचते है तब तक वे मौके से नहीं जा सकते है। काफी समय तक जब अधिकारी नहीं पहुंचे तो लोगों का और भड़क गए। सूचना मिलने के बाद जब सीजीआरडीसी के ईई एमएस धुर्वे पहुंचे तो ईई व डीपीएम को क्षेत्र की महिलाओं के आक्रोश का सामना करना पड़ा। महिलाओं ने दोनों अधिकारियों को चूड़ी पहना कर अपना विरोध जताया।



Body:ठेकेदार व अधिकारियों की लापरवाही किस तरह बढ़ी हुई है इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि ठेकेदार द्वारा धंसी हुई सड़क का पुनः निर्माण करने के लिए सड़क पर मिट्टी डालकर बैरिकेट्स बनाया गया है। इसके साथ ही जगह जगह नालियों को खुला छोड़ दिया गया है और वहीं आज भी केआर टेक्निकल कॉलेज के समीप सड़क को ठीक करने से पहले ही रिटेनिंग वाल का निर्माण कराया जा रहा था। पहली बारिश में ही गुणवत्ताहीन सड़क के बह जाने व पुल के धंसक जाने पर कलेक्टर द्वारा जांच उपरान्त नए सिरे से सड़क निर्माण के निर्देश दिए गए थे व भुगतान रोक दिया गया था परन्तु कलेक्टर के निर्देशों का पालन करने के बजाए ठेकेदार व अधिकारी अपना रुका हुआ बिल निकालने की फिराक में फिर से छुट्टी के दिन अंधेरे में निर्माण कार्य करा रहे थे।


इधर ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों को बैठाकर रखने की बात से अधिकारी साफ इंकार कर रहे हैं, लेकिन वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है की एक महिला ने साहब को खरी खोटी सुनाते हुए चूड़ियां पहना दी।

बाईट01_अजीत (जनपद सदस्य)

बाईट02_एम एस ध्रुव (एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सीजीआरडीसी)

देश दीपक सरगुज़ाConclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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