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AMCH में बच्चों की मौत पर जागा प्रशासन, IAS अधिकारी करेंगे मेडिकल कॉलेज की मॉनिटरिंग

Administration awake on death of children in AMCH पांच दिसंबर को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चार नवजात की मौत हो गई थी. इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग पर कई सवाल खड़े किए थे. जिसके बाद अब जिला प्रशासन लगातार एक्शन में है. कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल की निगरानी के लिए मॉनिटरिंग टीम बनाई है. जिसमें 2 आईएएस अधिकारी और SDM मेडिकल कॉलेज की मॉनिटरिंग करेंगेOfficer in Monitoring of Ambikapur Medical College

Administration awake on death of children in AMCH
AMCH में बच्चों की मौत पर जागा प्रशासन
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Published : Dec 9, 2022, 12:07 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा: अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एमसीएच भवन स्थित एसएनसीयू में एक साथ चार बच्चों की मौत पर जिला प्रशासन जागा है. अब व्यवस्थाओं में सुधार के लिए जिला प्रशासन निगरानी करेगा. अस्पताल की मॉनिटरिंग के लिए कलेक्टर ने विशेष टीम का गठन किया गया है. यह टीम सप्ताह में एक दिन अस्पताल का निरीक्षण करेगी और निरीक्षण के बाद जांच टीम अपना प्रतिवेदन कलेक्टर को प्रस्तुत करेगी और यदि अस्पताल में कोई खामियां नजर आती है. तो उन्हें लॉग बुक में दर्ज करने के साथ ही कमियों को दूर करने की दिशा में पहल की जाएगी.कलेक्टर ने जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है उनमें से 2 आईएएस अधिकारी हैं. वर्तमान में सरगुजा जिला पंचायत सीईओ और नगर निगम अम्बिकापुर आयुक्त भी आईएएस अधिकारी हैं.


AMCH में क्या हुआ था: बीते दिनों चार दिसंबर की रात और पांच दिसंबर की सुबह को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के SNCU यानी शिशु गहन चिकित्सा इकाई में चार नवजात की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद पूरे सरगुजा सहित छत्तीसगढ़ में हड़कंप मच गया था. कलेक्टर से लेकर स्वास्थ्य अमला सब लगातार एक्शन में आ गए. स्वास्थ्य मंत्री ने जांच कमेटी बनाई. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और स्वास्थ्य सचिव आर प्रसन्ना रायपुर से सरगुजा पहुंचे थे. उन्होंने घटना की जानकारी लेने के साथ ही गंभीरता से मामले की जांच के निर्देश दिए थे. इस पूरी घटना के लिए चिकित्सकों की लापरवाही और आपसी सामंजस्य की कमी को मुख्य कारण बताया जा रहा है.स्वास्थ्य मंत्री द्वारा गठित जांच दल की जांच में शासकीय निर्देश के बाद भी शाम के समय विशेषज्ञ चिकित्सकों की गैर मौजूदगी, कॉल के बाद भी अस्पताल नहीं पहुंचने की बात सामने आई थी. इसके साथ ही अस्पताल में उपकरणों के खराब होने के बाद उनमें सुधार के लिए लंबा समय लग रहा है. इन सभी समस्याओं के कारण ही मरीजों के उपचार में लापरवाही हो रही है.


अब मेडिकल कॉलेज की होगी मॉनिटरिंग: कलेक्टर कुंदन कुमार ने मॉनिटरिंग के लिए सप्ताह वार टीम का गठन किया है. महीने के प्रत्येक प्रथम सप्ताह में सीईओ जिला पंचायत, द्वितीय सप्ताह में नगर निगम आयुक्त, तृतीय सप्ताह में अपर कलेक्टर और चतुर्थ सप्ताह में एसडीएम के नेतृत्व में टीम निरीक्षण करेगी. सभी निरीक्षण के लिए सीएमएचओ को नोडल अधिकारी बनाया गया है. इसके साथ ही प्रत्येक सप्ताह में अधिकारियों के साथ अस्पताल अधीक्षक, सिविल सर्जन, सीजीएमएससी, पीडब्ल्यूडी, ईएंडएम, सीएसपीडीसीएल के कार्यपालन अभियंता निरीक्षण में शामिल होंगे.

ये भी पढ़ें: Ambikapur Medical College: SNCU में 4 बच्चों की मौत से मचा बवाल




IAS अधिकारी भी करेंगे मॉनिटरिंग: कलेक्टर ने जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है उनमें से 2 आईएएस अधिकारी हैं. वर्तमान में सरगुजा जिला पंचायत सीईओ और नगर निगम अम्बिकापुर आयुक्त भी आईएएस अधिकारी हैं. यह टीम मेडिकल कॉलेज अस्पताल के क्रिटिकल केयर यूनिट, आईसीयू, एचडीयू, एसएनसीयू, सीसीय का निरीक्षण करेंगे. प्रत्येक सप्ताह के जांच प्रतिवेदन को कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा. उम्मीद की जा रही है की इस कसावट से व्यवस्थाओं में बदलाव दिखेगा.



इन्हें जारी किया गया नोटिस: एसएनसीयू में चार बच्चों की मौत के मामले में राज्य स्तरीय टीम द्वारा की गई जांच के बाद बुधवार की देर शाम ही तीन लोगों को घटना के लिए जिम्मेदार मानते हुए नोटिस जारी किया गया है. शासन की ओर से हॉस्पिटल सुपरिटेंडेंट, एचओडी SNCU और हॉस्पिटल कंसल्टेंट को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. इन्हें दो दिनों के भीतर अपना जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं.

सरगुजा: अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एमसीएच भवन स्थित एसएनसीयू में एक साथ चार बच्चों की मौत पर जिला प्रशासन जागा है. अब व्यवस्थाओं में सुधार के लिए जिला प्रशासन निगरानी करेगा. अस्पताल की मॉनिटरिंग के लिए कलेक्टर ने विशेष टीम का गठन किया गया है. यह टीम सप्ताह में एक दिन अस्पताल का निरीक्षण करेगी और निरीक्षण के बाद जांच टीम अपना प्रतिवेदन कलेक्टर को प्रस्तुत करेगी और यदि अस्पताल में कोई खामियां नजर आती है. तो उन्हें लॉग बुक में दर्ज करने के साथ ही कमियों को दूर करने की दिशा में पहल की जाएगी.कलेक्टर ने जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है उनमें से 2 आईएएस अधिकारी हैं. वर्तमान में सरगुजा जिला पंचायत सीईओ और नगर निगम अम्बिकापुर आयुक्त भी आईएएस अधिकारी हैं.


AMCH में क्या हुआ था: बीते दिनों चार दिसंबर की रात और पांच दिसंबर की सुबह को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के SNCU यानी शिशु गहन चिकित्सा इकाई में चार नवजात की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद पूरे सरगुजा सहित छत्तीसगढ़ में हड़कंप मच गया था. कलेक्टर से लेकर स्वास्थ्य अमला सब लगातार एक्शन में आ गए. स्वास्थ्य मंत्री ने जांच कमेटी बनाई. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और स्वास्थ्य सचिव आर प्रसन्ना रायपुर से सरगुजा पहुंचे थे. उन्होंने घटना की जानकारी लेने के साथ ही गंभीरता से मामले की जांच के निर्देश दिए थे. इस पूरी घटना के लिए चिकित्सकों की लापरवाही और आपसी सामंजस्य की कमी को मुख्य कारण बताया जा रहा है.स्वास्थ्य मंत्री द्वारा गठित जांच दल की जांच में शासकीय निर्देश के बाद भी शाम के समय विशेषज्ञ चिकित्सकों की गैर मौजूदगी, कॉल के बाद भी अस्पताल नहीं पहुंचने की बात सामने आई थी. इसके साथ ही अस्पताल में उपकरणों के खराब होने के बाद उनमें सुधार के लिए लंबा समय लग रहा है. इन सभी समस्याओं के कारण ही मरीजों के उपचार में लापरवाही हो रही है.


अब मेडिकल कॉलेज की होगी मॉनिटरिंग: कलेक्टर कुंदन कुमार ने मॉनिटरिंग के लिए सप्ताह वार टीम का गठन किया है. महीने के प्रत्येक प्रथम सप्ताह में सीईओ जिला पंचायत, द्वितीय सप्ताह में नगर निगम आयुक्त, तृतीय सप्ताह में अपर कलेक्टर और चतुर्थ सप्ताह में एसडीएम के नेतृत्व में टीम निरीक्षण करेगी. सभी निरीक्षण के लिए सीएमएचओ को नोडल अधिकारी बनाया गया है. इसके साथ ही प्रत्येक सप्ताह में अधिकारियों के साथ अस्पताल अधीक्षक, सिविल सर्जन, सीजीएमएससी, पीडब्ल्यूडी, ईएंडएम, सीएसपीडीसीएल के कार्यपालन अभियंता निरीक्षण में शामिल होंगे.

ये भी पढ़ें: Ambikapur Medical College: SNCU में 4 बच्चों की मौत से मचा बवाल




IAS अधिकारी भी करेंगे मॉनिटरिंग: कलेक्टर ने जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है उनमें से 2 आईएएस अधिकारी हैं. वर्तमान में सरगुजा जिला पंचायत सीईओ और नगर निगम अम्बिकापुर आयुक्त भी आईएएस अधिकारी हैं. यह टीम मेडिकल कॉलेज अस्पताल के क्रिटिकल केयर यूनिट, आईसीयू, एचडीयू, एसएनसीयू, सीसीय का निरीक्षण करेंगे. प्रत्येक सप्ताह के जांच प्रतिवेदन को कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा. उम्मीद की जा रही है की इस कसावट से व्यवस्थाओं में बदलाव दिखेगा.



इन्हें जारी किया गया नोटिस: एसएनसीयू में चार बच्चों की मौत के मामले में राज्य स्तरीय टीम द्वारा की गई जांच के बाद बुधवार की देर शाम ही तीन लोगों को घटना के लिए जिम्मेदार मानते हुए नोटिस जारी किया गया है. शासन की ओर से हॉस्पिटल सुपरिटेंडेंट, एचओडी SNCU और हॉस्पिटल कंसल्टेंट को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. इन्हें दो दिनों के भीतर अपना जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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