सरगुजा: प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के गृह क्षेत्र में एक चिकित्सा अधिकारी को लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ा. प्रसव में लापरवाही की शिकायत स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव से की थी, जिसके बाद आज अवर सचिव ने आदेश जारी कर कार्रवाई की है. उदयपुर स्वास्थ्य केंद्र में नवजात की मौत मामले में लापरवाह चिकित्सक डॉक्टर संजीव तिग्गा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया (medical officer in Surguja suspended) है.
ये है पूरा मामला
उदयपुर स्वास्थ्य केंद्र में 16 फरवरी की सुबह 4 बजे प्रसव के दौरान नवजात बच्चे की मौत हो गई थी. परिजन डॉ. संजीव ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और नर्स दुलारी नीता मिंज प्रसूता को मितानिन के भरोसे छोड़ अस्पताल से गायब थे. उदयपुर ब्लॉक कांग्रेस ने जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव को घटना से अवगत कराया था. राज्य शासन द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर में पदस्थ चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव कुमार तिग्गा को काम में लापरवाही बरतने के कारण निलंबित कर दिया गया है. लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अवर सचिव द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि डॉ तिग्गा ने आपातकालीन ड्यूटी से नदारद रहते हुए अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरती है. उनका यह कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 का स्पष्ट उल्लंघन है.
यह भी पढ़ें: अंबिकापुर में नवजात का शव बरामद: इंसान इतना क्रूर की नवजात को जिंदा दफना दिया
पिछले मंगलवार की शाम को एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर में परिजनों द्वारा भर्ती कराया गया था.चिकित्सक के नदारद रहने तथा नर्स के लापरवाही के कारण जन्म से पूर्व शिशु की मृत्यु हो जाने के मामले में संयुक्त संचालक एवं सीएमएचओ सरगुजा द्वारा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग रायपुर को आवश्यक कार्रवाई हेतु पत्र प्रेषित किया गया था.