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बढ़ सकता है अंबिकापुर नगर निगम का दायरा, 18 गांव हो सकते हैं शामिल

भारत जनगणना निदेशालय ने 18 गांव का सर्वे किया है और अब शायद इन गांव को निगम में शामिल कर लिया जाए, जिसे अंबिकापुर के स्वरूप को और बेहतर बनाया जा सकता है.

नगर निगम अंबिकापुर
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Published : Jun 5, 2019, 9:54 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा: जनगणना निदेशालय की टीम ने अंबिकापुर नगर निगम के आस-पास में 18 गांव का सर्वे किया है. चुनाव पूर्व परिसीमन के लिए हुए इस सर्वे के बाद इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि इन 18 गांव को परिसीमन के तहत अंबिकापुर नगर निगम ने शामिल किया जा सकता है.

बढ़ सकता है नगर निगम का दायरा

अंबिकापुर शहर काफी व्यस्त और घनी बसाहट में बसा हुआ है, जिसकी वजह से यहां पार्किंग जैसी बड़ी दिक्कतें हैं और पार्किंग न होने से न सिर्फ यातायात बाधित होता है, बल्कि दुकानदारों का वयापार भी प्रभावित होता है.

18 गांवों का हुआ सर्वे
भारत जनगणना निदेशालय ने 18 गांव का सर्वे किया है और अब शायद इन गांव को निगम में शामिल कर लिया जाए, जिसे अंबिकापुर के स्वरूप को और बेहतर बनाया जा सकता है. दरअसल अंबिकापुर में अन्य प्रदेश से पलायन कर आकर बसने वालो की तादात बहुत अधिक है और यही वजह है की यह शहर बहुत तेजी से बढ़ रहा है.

वर्ष 2000 तक अंबिकापुर नगर पालिका हुआ करता था और तब यहां 27 वार्ड थे. नगर निगम बनाने लिए आसपास के कुछ गांव को मिलाया गया और वार्ड की संख्या 40 हो गई. पिछले सर्वे के बाद और भी गांव अंबिकापुर में शामिल हुए और नगर निगम के कुल वार्डो की संख्या 48 हो गई.

इन गांवों का हुआ सर्वे
फिलहाल जिन गांव का सर्वे हुआ है उनमें भगवानपुर, डिगमा, ठाकुरपुर, नेहरूपुर, हर्राटिकरा, सांडबार, अजिरमा, जगदीशपुर, श्रीगढ़, कांति प्रकाशपुर, सोनपुर, रनपुर, बधियाचुआ, सरगंवा व तकिया शामिल हैं. जनगणना निदेशालय की रिपोर्ट के बाद अगर अंबिकापुर नगर निगम का नया परिसीमन किया गया तो ये गांव शहर में शामिल हो जाएंगे. लेकिन इसके लिए इन गांव की अनुमति भी चाहिए होगी.

वहीं नगर निगम अंबिकापुर के महापौर डॉ अजय तिर्की ने बताया की जनगणना की टीम उनसे मिली थी और 18 गांव का सर्वे किया है. इसमें जो गांव शहरीकरण के लायक होंगे उन्हें नगर निगम में शामिल किया जा सकता है, वहीं उन्होंने भी सहमति जताते हुए कहा है कि शहर का दायरा बढ़ने से विकास और अच्छे स्वरूप के लिए आसानी होगी. निगम के पास अधिक जमीन होगी जिसका उपयोग किया जा सकेगा.

सरगुजा: जनगणना निदेशालय की टीम ने अंबिकापुर नगर निगम के आस-पास में 18 गांव का सर्वे किया है. चुनाव पूर्व परिसीमन के लिए हुए इस सर्वे के बाद इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि इन 18 गांव को परिसीमन के तहत अंबिकापुर नगर निगम ने शामिल किया जा सकता है.

बढ़ सकता है नगर निगम का दायरा

अंबिकापुर शहर काफी व्यस्त और घनी बसाहट में बसा हुआ है, जिसकी वजह से यहां पार्किंग जैसी बड़ी दिक्कतें हैं और पार्किंग न होने से न सिर्फ यातायात बाधित होता है, बल्कि दुकानदारों का वयापार भी प्रभावित होता है.

18 गांवों का हुआ सर्वे
भारत जनगणना निदेशालय ने 18 गांव का सर्वे किया है और अब शायद इन गांव को निगम में शामिल कर लिया जाए, जिसे अंबिकापुर के स्वरूप को और बेहतर बनाया जा सकता है. दरअसल अंबिकापुर में अन्य प्रदेश से पलायन कर आकर बसने वालो की तादात बहुत अधिक है और यही वजह है की यह शहर बहुत तेजी से बढ़ रहा है.

वर्ष 2000 तक अंबिकापुर नगर पालिका हुआ करता था और तब यहां 27 वार्ड थे. नगर निगम बनाने लिए आसपास के कुछ गांव को मिलाया गया और वार्ड की संख्या 40 हो गई. पिछले सर्वे के बाद और भी गांव अंबिकापुर में शामिल हुए और नगर निगम के कुल वार्डो की संख्या 48 हो गई.

इन गांवों का हुआ सर्वे
फिलहाल जिन गांव का सर्वे हुआ है उनमें भगवानपुर, डिगमा, ठाकुरपुर, नेहरूपुर, हर्राटिकरा, सांडबार, अजिरमा, जगदीशपुर, श्रीगढ़, कांति प्रकाशपुर, सोनपुर, रनपुर, बधियाचुआ, सरगंवा व तकिया शामिल हैं. जनगणना निदेशालय की रिपोर्ट के बाद अगर अंबिकापुर नगर निगम का नया परिसीमन किया गया तो ये गांव शहर में शामिल हो जाएंगे. लेकिन इसके लिए इन गांव की अनुमति भी चाहिए होगी.

वहीं नगर निगम अंबिकापुर के महापौर डॉ अजय तिर्की ने बताया की जनगणना की टीम उनसे मिली थी और 18 गांव का सर्वे किया है. इसमें जो गांव शहरीकरण के लायक होंगे उन्हें नगर निगम में शामिल किया जा सकता है, वहीं उन्होंने भी सहमति जताते हुए कहा है कि शहर का दायरा बढ़ने से विकास और अच्छे स्वरूप के लिए आसानी होगी. निगम के पास अधिक जमीन होगी जिसका उपयोग किया जा सकेगा.

Intro:सरगुज़ा : जनगणना निदेशालय की टीम ने अम्बिकापुर नगर निगम के आस-पास में 18 गावँ का सर्वे किया है, चुनाव पूर्व परिसीमन के लिए हुए इस सर्वे के बाद इस बात की संभावना बढ़ जाती है की इन 18 गांव को परिसीमन के तहत अम्बिकापुर नगर निगम ने शामिल किया जा सकता है, गौरतलब है की अम्बिकापुर शहर काफी व्यस्त और घनी बसाहट में बसा हुआ है, जिस वजह से यहां पार्किंग जैसी बड़ी दिक्कतें हैं, और पार्किंग ना होने से ना सिर्फ यातायात बाधित होता है, बल्कि दुकानदारों का वयापार भी प्रभावित होता है।

लेकिन भारत जनगणना निदेशालय ने 18 गांव का सर्वे किया है और अब शायद इन गांव को निगम में शामिल कर लिया जाए, जिसे अम्बिकापुर के स्वरूप को और बेहतर बनाया जा सकता है, दरअसल अम्बिकापुर में अन्य प्रदेश से पलायन कर आकर बसने वालो की तादात बहुत अधिक है और यही वजह है की यह शहर बहुत तेजी से बढ़ रहा है।

वर्ष 2000 तक अम्बिकापुर नगर पालिका हुआ करता था और तब यहां 27 वार्ड थे, नगर निगम बनाने लिए आसपास के कुछ गांव को मिलाया गया और वार्ड की संख्या 40 हो गई, पिछले सर्वे के बाद और भी गांव अम्बिकापुर में शामिल हुए और नगर निगम के कुल वार्डो की संख्या 48 हो गई।




Body:फिलहाल जिन गांव का सर्वे हुआ है उनमें भगवानपुर, डिगमा, ठाकुरपुर, नेहरूपुर, हर्राटिकरा, सांडबार, अजिरमा, जगदीशपुर, श्रीगढ़, कांति प्रकाशपुर, सोनपुर, रनपुर, बधियाचुआ, सरगंवा व तकिया शामिल है, जनगणना निदेशालय की रिपोर्ट के बाद अगर अम्बिकापुर नगर निगम का नया परिसीमन किया गया तो ये गांव शहर में शामिल हो जाएंगे। लेकिन इसके लिए इन गांव की अनुमति भी चाहिए होगी।

वहीं नगर निगम अम्बिकापुर के महापौर डॉ अजय तिर्की ने बताया की जनगणना की टीम उनसे मिली थी और 18 गांव का सर्वे किया है, इसमे जो गांव शहरी करण के लायक होंगे उन्हें नगर निगम में शामिल किया जा सकता है, वहीं उन्होंने भी सहमती जताते हुए कहा है की शहर का दायरा बढ़ने से विकास और अच्छे स्वरूप के लिए आसानी होगी, निगम के पास अधिक जमीन होगी जिसका उपयोग किया जा सकेगा।

बाईट01_डॉ. अजय तिर्की (महापौर)

देश दीपक सरगुज़ा


नोट- जिन अधिकारियों की टेबल बहोत बड़ी होती है उनकी बाईट में आईडी लगाकर कैमरा चलाते नही बनता इसलिए, आईडी नीचे रख लेते हैं, इसलिये आईडी नही दिख रही है। अगली बार प्रयास रहेगा की आईडी दिख जाये।


Conclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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