सरगुजा: कोरोना संक्रमण को लेकर लगातार स्थिति नियंत्रण से बाहर होती जा रही है. आलम यह है कि लगातार कोरोना संक्रमितों की सांसें थम रही हैं. जिस तरह अस्पताल में मरीजों की मौत हो रही है, उससे अस्पताल प्रबंधन भी हैरान है. गुरुवार को फिर जिले में 12 कोरोना संक्रमितों की मौत ने लोगों को दहशत में ला दिया है. मरने वालों में सर्वाधिक 9 मरीज मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती थे, जबकि एक शहर के निजी हॉस्पिटल मे भर्ती था. एक-एक मौत सूरजपुर और बलरामपुर जिले में हुई है. संक्रमित मरीजों की मौत से स्थिति लगातार बदतर होती जा रही है.
सभी संक्रमित मरीजों का सरगुजा में चल रहा था इलाज
सरगुजा में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सरगुजा सहित सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया और जशपुर जिले से मरीज भर्ती हो रहे हैं. सभी जिलों से आने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों की स्थिति अच्छी नहीं है. अस्पताल प्रबंधन इन मरीजों को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है. मरीजों को पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन भी दी जा रही है, लेकिन इसके बाद भी कोरोना मरीजों की जान नहीं बच पा रही है. गुरुवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना संक्रमित 9 मरीजों की मौत हुई है.
छत्तीसगढ़ में गुरुवार को मिले 16750 नए कोरोना मरीज, 197 लोगों की मौत
गुरुवार को 12 लोगों की मौत
अस्पताल प्रबंधन के जारी आंकड़ों के अनुसार, शहर की रहने वाली 56 वर्षीय महिला, सदर रोड निवासी 51 वर्षीय महिला, लखनपुर विकासखंड के लहपटरा निवासी 50 वर्षीय महिला, धौरपुर निवासी 70 वर्षीय पुरुष, गांधीनगर निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग, वहीं शहर के एक निजी हॉस्पिटल में गांधीनगर साई मंदिर रोड निवासी 50 वर्षीय व्याख्याता की की मौत हुई है. व्याख्याता अजिरमा हायर सेकेंडरी स्कूल में पदस्थ थीं. उन्हें भी सांस लेने में तकलीफ थी. उनकी भी मौत गुरुवार को हो गई. वहीं मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना से मरने वालों में जशपुर जिले के मरीज भी शामिल हैं. आंकड़ों के अनुसार जशपुर जिले की कुनकुरी निवासी 53 वर्षीय संक्रमित मरीज को बीपी की भी समस्या थी. इसके साथ ही कुनकुरी निवासी 70 वर्षीय संक्रमित पुरुष को बीपी, शुगर के कारण गंभीर स्थिति में 18 अप्रैल को भर्ती किया गया था. जशपुर निवासी 73 वर्षीय बुजुर्ग का उपचार 18 अप्रैल से चल रहा था, जिनकी मौत गुरुवार को हुई है. मरने वाले सभी मरीज संक्रमित पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराए गए थे.