रायपुर: प्रदेश में सत्ता की चाभी पाने के लिए बेताब भाजपा भूपेश बघेल सरकार पर हमला करने का एक भी मौका नहीं छोड़ रही. 2000 करोड़ रुपए के कथित शराब घोटाले में ईडी की कार्रवाई के बीच अब गौठान घोटाले का शोर शुरू हो गया है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने सोमवार को गोढ़ी के गौठान का निरीक्षण किया और प्रेसवार्ता ली. अरूण साव ने प्रदेश सरकार पर गम्भीर आरोप लगाए. बीजेपी पर पलटवार करते हुए बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री ने नान घोटाले से लेकर ईडी के दुरुपयोग का मसला उठाया.
"जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है. तब से प्रदेश के संसाधनों को लूट रही है. छत्तीसगढ़ में रोज घोटालों की खबर सामने आ रही हैं, जिससे प्रदेश शर्मसार हुआ है. सबसे शर्मनाक घोटाला सरकार ने गौ माता के नाम पर किया है. गौठान के नाम पर विभिन्न मदों में 1300 करोड़ रुपए खर्च किए गए. इसमें राशि का दुरुपयोग कर भारी घोटाला किया गया है. गौठान में न गाय है, ना गोबर बेचा जा रहा है और ना ही गायों के रखरखाव की कोई व्यवस्था है." -अरुण साव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
"भारतीय जनता पार्टी के नेता जिस तरह से गौठान घोटाले का आरोप लगा रहे हैं, वे पहले नान घोटाले की बात कर लें. हम साल दर साल नीचे उतरें. नान घोटाला हुआ, वह आज भी कोर्ट में चल रहा है. उसमें ईडी की कार्रवाई क्यों नहीं हुई. ये गोबर घोटाले की बात कर रहे हैं. लेकिन इससे ज्यादा प्रमाणित 3 करोड़ 64 लाख रुपए अधिकारियों के कार्यालय से निकले. ईडी ने वहां पर जांच क्यों नहीं चालू की. हमने कहा 36 हजार करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है, इस संबंध में उन्हें जांच तो करनी थी." -टीएस सिंहदेव, स्वास्थ्य मंत्री
9790 गौठान के दावे को बताया हवाहवाई: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने प्रदेश में 9790 गौठान को लेकर भी सवाल उठाए. कुछ ही आदर्श गौठान हैं, बाकी में कोई व्यवस्था ही नहीं है. भारतीय जनता पार्टी का आरोप है कि गौठान में भ्रष्टाचार करने के लिए सरकार ने नियम के अनुसार गौठान समिति का चुनाव नहीं कराया. सत्ता के करीबियों ने बिना चुनाव के ही गौठान समिति पर कब्जा कर लिया है. वहीं भारत सरकार से मिली 14वें और 15वें वित्त की राशि, मनरेगा, डीएमएफ फंड की जो राशि भेजी थी, उन्हें डाइवर्ट कर गौठान के नाम पर भ्रष्टाचार किया है.
'कागजों में खर्च किए गए पैसे': भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि "विधानसभा के दौरान सदन में सरकार ने बताया है कि गौठान के नाम पर अभी तक 1019 करोड़ रुपए खर्च किए गए. वर्मी कंपोस्ट के लिए टंकी बनाने के नाम पर 233 करोड़ खर्च हुए. इसके अलावा फरवरी 2023 तक 105 करोड़ रुपए खर्च करने की बात कही गई है. इन सब के बावजूद प्रदेश में गौठानों की हालत किसी से छुपी नहीं. अधिकांश पैसे कागजों में खर्च किए दिखते हैं."
सुर्खियों के लिए लगा रहे काल्पनिक आरोप-मरकाम: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा "15 साल तक गौशाला के नाम पर अनुदान खाने वालों को गौठान बर्दाश्त नहीं हो रहा है. छत्तीसगढ़ में भाजपा मुद्दा विहीन हो चुकी है. इनके पास जनहित के मामले उठाने को कुछ बचा नहीं है. भाजपा के नेता मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए काल्पनिक और झूठे आरोपों के आधार पर राजनीति करना चाहते हैं."
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9790 गौठान का निर्माण पूरा होने का दावा: कांग्रेस ने बीजेपी के आरोपों को बेबुनियाद बताया. प्रदेश में 9790 गौठान के निर्माण का काम पूरा होने का दावा किया. मोहन मरकाम ने कहा कि "15 साल तक छत्तीसगढ़ में गौशाला चलाकर गायों के नाम पर करोड़ों का घपला करने वाले भाजपाई को सपने में भी घोटाला ही नजर आता है. इसलिए गौठान में उनको गड़बड़ी नजर आ रही है. जनता यह बात नहीं भूली है कि भाजपा के नेता गौशाला चलाने के नाम पर गायों के चमड़े का व्यापार करते थे. गायों की भूख से मौत भी जनता ने देखी है."
जानिए, क्या है गौठान योजना: छत्तीसगढ़ सरकार ने जुलाई 2020 में महत्वकांक्षी सुराजी गांव योजना के तहत गौठान और गोधन योजना की शुरुआत की. इस योजना के तहत गांव में गौठान विकसित करके मवेशियों को एक स्थान पर रख कर उनके चारा, पानी की व्यवस्था करने के साथ ही बाउंड्री वॉल और शेड बनाया गया है. सरकार ने गौठान के जरिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन और अन्य आर्थिक गतिविधियों की शुरुआत की. गौठान का संचालन गौठान समिति और महिला स्व सहायता समूह की ओर से किया जा रहा है.