रायपुर : राजधानी सहित पूरे देश में 26 सितंबर से 4 अक्टूबर तक नवरात्रि पर्व मनाया जाएगा. इस बार कोरोना को लेकर शासन प्रशासन की तरफ से किसी तरह का कोई गाइडलाइन भी जारी नहीं हुआ है. राजधानी की कई जगहों पर इस बार डांडिया गरबा और जगराता का आयोजन बड़ी धूमधाम से (special Fashion trends in navratri) होगा. डांडिया और गरबा को लेकर फैंसी ड्रेस की दुकानें भी सज गई हैं. इन दुकानदारों को अच्छी ग्राहकी की उम्मीद है. बीते 2 सालों तक कोरोना की वजह से फैंसी ड्रेस का यह कारोबार 25% पर सिमट कर रह गया था. लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण नहीं होने के कारण लोगों में उत्साह भी देखने को मिलेगा. इसके साथ ही फैंसी ड्रेस के दुकानदारों भी अच्छी ग्राहकी की उम्मीद लगाए बैठे (Styles shopping in Navratri ) हैं.
शहर में फैंसी ड्रेस की कितनी दुकानें : रायपुर शहर में पर्व त्यौहार और किसी खास आयोजन के लिए फैंसी ड्रेस की लगभग 30 दुकानें हैं.खासतौर पर राजधानी का पुरानी बस्ती का इलाका जहां पर फैंसी ड्रेस की दुकान सर्वाधिक देखने को मिलेंगी. फैंसी ड्रेस कि इन दुकानों में गरबा और डांडिया के लिए अलग-अलग थीम के ड्रेसेस की तैयारी की गई हैं. जिसमें छत्तीसगढ़ के परिधान कश्मीरी परिधान पंजाबी परिधान ओडिशी परिधान और जोकर थीम वाले परिधान बाजार में उपलब्ध हैं. फैंसी ड्रेसे की इन दुकानों में डांडिया और गरबा के परिधान के साथ ही ज्वेलरी के नए और अलग तरह के आइटम भी इस साल नवरात्रि के लिए खास तौर पर लाए गए (Navratri 2022 ) हैं.
कितने घंटे के लिए किराया : फैंसी ड्रेस दुकानदार राज अग्रवाल का कहना है कि "बीते 2 साल कोरोना संक्रमण की वजह से फैंसी ड्रेस का कारोबार काफी हद तक प्रभावित हुआ था. लेकिन इस बार पंचमी से लेकर नवमी तक गरबा और डांडिया का आयोजन बड़ी धूमधाम से होगा. लोगों में इसे लेकर उत्साह भी देखने को मिल रहा है. हर वर्ग के लोगों को इस बार डांडिया और गरबा करने का मौका भी मिलेगा. शहर के गली मोहल्ले के साथ ही सोसायटी में भी गरबा और डांडिया जैसे कार्यक्रम का आयोजन होता है. इस बार कुछ नया करने की चाह में मनी हाईस्ट का थीम भी लेकर आए हैं. गरबा और डांडिया के लिए ड्रेसेस 12 घंटे के लिए किराए पर दिया जाता है.जिसका ज्वेलरी के साथ 200 रुपए से 1000 रुपए तक का किराया होता है.
"कब तक रहता है क्रेज: फैंसी ड्रेस के दुकानदार सौरभ अग्रवाल ने बताया कि "बीते 2 साल तक कोरोना संक्रमण की वजह से यह कारोबार लगभग चौपट हो गया था. लेकिन इस साल गणेश उत्सव जैसे कार्यक्रम और दूसरे पर्व और त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया गया है. ऐसे में गरबा और डांडिया का यह आयोजन भी अच्छा होने की उम्मीद है. उन्होंने बताया कि ''इन 9 दिनों के दौरान गरबा और डांडिया के लगभग 1000 ग्राहकों के पहुंचने की संभावना है. इसके साथ ही ज्वेलरी के कुछ नए आइटम भी इस बार नवरात्र को लेकर मंगाए गए वैसे भी गरबा का क्रेज नवरात्र के पंचमी के दिन से नवमी के दिन तक रहता है.
"हर थीम की फैंसी ड्रेस : फैंसी ड्रेस के दुकानदार सुषमा अग्रवाल का कहना है कि "फैंसी ड्रेस इस बार सिंगल और डबल लेयर के साथ डबल घेरा में मंगाया गया है. उन्होंने बताया कि उनकी दुकान से ज्यादातर ड्रेसेस वेस्टर्न कल्चर, बंगाली कल्चर, ओडिशी कल्चर, पंजाबी कल्चर, बंगाली कल्चर के साथ ही जोकर पुलिस और नेवी के परिधान भी ट्रेंड कर रहे हैं. सुषमा अग्रवाल के बताती हैं कि '' फैंसी ड्रेस का क्रेज नवरात्र के पांचवें दिन से लेकर नवरात्र के नवमें दिन तक रहता हैं एक ड्रेस का किराया बच्चों का लगभग 200 से 400 रुपये तक का है. बड़ों के लिए 300 रुपये से लेकर 600 रुपये तक का किराया है."