रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र (chhattisgarh assembly budget session) के दौरान एक्सप्रेस-वे का मुद्दा उठा. विधायक शिवरतन शर्मा ने एक्सप्रेस वे मामले में निलंबित किए गए अधिकारियों के बारे में जानकारी चाही. इस पर पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया कि अधिकारियों का निलंबन मूल विभाग ने किया था. हमारी सरकार ने जब निर्माण कार्य में अनियमितता पाई तो इसकी जानकारी विभाग को भेज दी. जिस पर विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि पीडब्यूडी में अनियमितता हुई थी. विभागीय जांच चल रही है. लेकिन जिम्मेदार जिन विभागों से आए थे, उन विभागों को चिट्ठी लिख दी गई. मंत्री साहू ने कहा कि जो गड़बड़ी हुई थी, उसे लेकर हम ठेकेदार से काम करा रहे हैं. कहीं किसी को बख्शा नहीं जा रहा. जांच भी चल रही है. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी हो रही है.
ये भी पढ़ें- अंबिकापुर नगर निगम पर पुष्पा इफेक्ट: यहां पुष्पा कचरा देखकर झुकेगा भी और डस्टबिन में डालेगा भी
क्या लक्ष्मी की हो गई है कृपा ?
शिवरतन शर्मा ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि एक्सप्रेस वे का मामला छह सौ करोड़ रुपए का है. इस मामले में दोषी पाए गए दो अधिकारियों को दोषमुक्त कर दिया गया है. विधायक ने मंत्री ताम्रध्वज साहू से पूछा कि क्या पीडब्ल्यूडी ने दोनों ही अधिकारियों को क्लीयरेंस सर्टिफिकेट दे दिया है. क्या लक्ष्मी की कृपा हो गई ? इस पर ताम्रध्वज साहू ने कहा कि पिछले कार्यकाल में एक्सप्रेस-वे बना. लक्ष्मी की कृपा थी, तभी एक्सप्रेस-वे में गड़बड़ी सामने आई.