रायपुर: छत्तीसगढ़ में मानसून के बदरा जमकर बरस रहे हैं. यहां कई जिलों में लगातार बारिश हो रही है. अब भला बारिश हो और भुट्टा खाने का मन न हो, ये कैसे हो सकता है. ऐसे में राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय का मन भी आखिर मचल ही गया. सुहाने मौसम में राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय भी खुद को मक्का खाने से नहीं रोक पाईं. दुर्ग-रायपुर हाईवे पर कुछ महिलाओं को भुट्टा बेचता देख वे रुकीं और उनके साथ इसे भूनना शुरू कर दिया. इस दौरान उनके चेहरे पर खुशी झलक रही थी.
बारिश के मौसम का लुत्फ उठाने लोग बाहर निकलते हैं. इस दौरान नजारा बेहद खुशगवार होता है और प्रकृति पर जैसे नया निखार आ जाता है. बारिश के मौसम में सड़क के किनारे लगने वाले चाय और भुट्टे को देख लोगों का मन ललचा जाता है.
सांसद सरोज पांडेय अक्सर लोगों के बीच अचानक पहुंच जाती हैं. ऐसे ही वे रविवार को भी भुट्टे के ठेले के पास रुक गईं. सरोज पांडेय ने पहले तो उन महिलाओं के साथ भुट्टा सेंका फिर जमकर उसका लुत्फ उठाया. सांसद ने इस दौरान अपना एक वीडियो भी ट्वीट किया है, जिसमें लिखा है कि 'बरसात का मौसम और भूनते हुए भुट्टे की भीनी सी खुशबू का कोई जवाब नहीं है. आज दुर्ग-रायपुर हाईवे पर बहनों के साथ मक्के का आनंद लिया. इस महामारी के दौरान प्रधानमंत्री ने स्ट्रीट वेंडर्स के लिए जो किया है, वो ऐतिहासिक है, उन खुशियों की झलक देखिए.'
सांसद ने प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर निधि योजना की तारीफ की है. इस योजना के तहत स्ट्रीट वेंडर्स को लोन की सुविधा दी गई है. अच्छी बात तो ये है कि ऐसे वेंडरों को बैंक को गारंटी भी नहीं देना होगा.
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भुगतान करने पर मिलेगा प्रोत्साहन
रेहड़ी, पटरी लगाने वाले छोटे कारोबारी अब आत्मनिर्भर निधि योजना के तहत 10,000 रुपये तक का कर्ज देशभर में फैले 3.8 लाख साझा सेवा केन्द्रों (सीएससी) केन्द्रों के जरिये ले सकेंगे. इस योजना के तहत रेहड़ी, पटरी और खोमचा लगाने वाले छोटे कारोबारियों को दस हजार रुपये तक की कार्यशील पूंजी उपलब्ध कराई जाती है. योजना के तहत कर्ज लेने वाले इन उद्यमियों को कर्ज का नियमित रूप से भुगतान करने प्रोत्साहन भी दिया जाता है और डिजिटल लेनदेन पर पुरस्कृत भी किया जाता है.
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मासिक किस्तों में करना होगा भुगतान
योजना के तहत शहरी क्षेत्र के रेहड़ी पटरी वालों को दस हजार रुपये तक की कार्यशील पूंजी उपलब्ध होगी. यह पूंजी एक साल की अवधि के लिए होगी और इसका मासिक किस्तों में भुगतान करना होगा. उन्होंने कहा कि इस ऋण के लिए कर्ज देने वाले संस्थान द्वारा कोई रेहन अथवा गारंटी नहीं ली जाएगी. सभी कारोबारियों को डिजिटल लेनदेन करना होगा, उन्हें इसमें कैशबैक की पेशकश मिलेगी.