रायपुर: सोशल मीडिया की दुनिया अपराध की दुनिया का रूप लेती जा रही है. सोशल मीडिया के माध्यम से अनेक अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है. जिसमें से मुख्य है महिलाओं व नाबालिगों की निजी फोटो और वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपलोड करना. खास बात यह है कि इस तरह के ज्यादातर अपराधों में पढ़े लिखे लोग शामिल है. हर महीने अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नाबालिगों में महिलाओं के 100 से ज्यादा अश्लील वीडियो फोटो पोस्ट किए जा रहे हैं. ऐसा करने वालों में शिक्षित लोग ज्यादा है. (raipur cyber cell action on posting obscene photo videos )
सैकड़ों मामले आ रहे सामने: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अश्लीलता फैलाने वालों में ज्यादातर शिक्षित वर्ग के लोगों के शामिल होने का मामला सामने आ रहा है. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो से रायपुर साइबर सेल के पास सैकड़ों मामले आते हैं. इसमें मोबाइल नंबरों के माध्यम से सोशल मीडिया पर नाबालिगों की अश्लील वीडियो, क्लिपिंग, फोटो, मैसेज आदि शेयर की गई है. इन्हीं मोबाइल नंबरों पर आरोपियों के खिलाफ थानों में एफआईआर दर्ज कराया जाता है. साइबर सेल के पास रायपुर के अलावा बाहरी राज्यों के भी मामले आ रहे हैं. जिसे पुलिस मुख्यालय से संबंधित राज्यों में भेज दिया जाता है. (child pornography cases in raipur)
40 मामले दर्ज: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हर महीने 100 से अधिक नाबालिग और महिलाओं के अश्लील फोटो और वीडियो पोस्ट किए जा रहे हैं. रायपुर जिले में जनवरी 2022 से अब तक नाबालिगों के अश्लील वीडियो, फोटो सोशल मीडिया में पोस्ट करने के 40 मामले दर्ज हो चुके हैं. इनमें से अधिकांश मामलों में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है. बावजूद इस तरह के मामलों में अब तक पुलिस लगाम नहीं लगा पाई है.
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इस तरह मामले हुए दर्ज:
केस - 1
कुछ माह पहले राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र में नाबालिग का अश्लील वीडियो पोस्ट करने का मामला सामने आया था. जिसमें पुलिस ने अमलीडीह निवासी हीरालाल खंडवे को गिरफ्तार किया था. आरोपी ने इंस्टाग्राम पर एक नाबालिग की अश्लील वीडियो पोस्ट की थी. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था.
केस - 2
रायपुर के अशोका मिलेनियम के मोहम्मद शकील ने भी इंस्टाग्राम में एक नाबालिग का अश्लील वीडियो पोस्ट किया था. इसके बाद एनसीआरबी के निर्देश के बाद आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध किया. उसके बाद आरोपी की गिरफ्तारी की गई. इसी तरह कबीर नगर में शुभम साहू और आमनाका में परिधि अग्रवाल के खिलाफ भी आईटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया है.
नाबालिग से लेकर बुजुर्ग शामिल: नाबालिगों के अश्लील वीडियो, फोटो पोस्ट करने वालों में ज्यादातर शिक्षित लोग है. इनमें भी नाबालिग से लेकर बुजुर्ग तक शामिल है. एनसीआरबी से मिले मामलों की जांच के दौरान अधिकांश आरोपी शिक्षित मिले हैं. सोशल मीडिया पर काफी समय बिताते पाए गए हैं. पुलिस में ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. कुछ की गिरफ्तारी बाकी है.
इस तरह रखते हैं नजर: चाइल्ड पोर्नोग्राफी को लेकर एनसीआरबी की टीम काफी गंभीरता से काम कर रही है. विभिन्न सोशल मीडिया ग्रुप्स पर होने वाले अश्लील पोस्ट पर नजर रखती है. अलग-अलग सोशल मीडिया पर हर माह 100 से ज्यादा अश्लील पोस्ट हो रहे हैं, जो नाबालिगों व महिलाओं से जुड़े हैं. इन मामलों की जानकारी हर एक-दो माह में प्रदेश के पुलिस मुख्यालय में भेजा जाता है. रायपुर साइबर सेल इसकी जांच करके संबंधित जिलों को भेजती है. इसमें दूसरे राज्यों के केस भी होते हैं.
क्या कहते हैं अफसर: इस मामले को लेकर रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि "किसी भी नाबालिग या महिला से जुड़ी अश्लील सामग्री सोशल मीडिया में वायरल करना अपराध है. पुलिस ऐसे मामलों को लेकर बेहद गंभीर रहती है. इस तरह के मामलों की जानकारी एनसीआरबी के माध्यम से हम तक पहुंचती है. फिर पुलिस ऐसे आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर अग्रिम कार्रवाई करती है."