रायपुर: कोरोना और लॉकडाउन का असर हर क्षेत्र में देखने को मिला है. सर्दियों के मौसम में राजधानी में वूलन बाजार सजकर तैयार हो गया है. लेकिन इस बाजार की रौनक गायब है. कोरोना ने ऊनी वस्त्रों के कारोबार पर भी बुरा असर डाला है. कोरोना की वजह से लोग बाहर घूमने नहीं जा रहे हैं. जिससे ऊनी कपड़ों की डिमांड घटी है. जिससे वूलन बाजार में मंदी छाई हुई है.
वूलन बाजार पर कोरोना की मार
पिछले साल की तुलना में इस बार कोरोना के कारण आधे से भी कम दुकानें सजाई गई है. राजधानी में पहले अलग-अलग जगहों पर ऊनी कपड़ों की लगभग 1000 दुकानें लगती थी, लेकिन इस बार यह संख्या घटकर 300 में सिमट गई है. जो वूलन बाजार के कारोबारियों के लिए चिंता का विषय है. वूलन मार्केट का कारोबार करने वाले दुकानदार पिछले साल की तुलना में इस बार गर्म कपड़ों का स्टॉक भी कम रख रहे हैं.
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दुकानें सजी लेकिन खरीदार नहीं
राजधानी रायपुर में लगभग 20 दिन पहले वूलन मार्केट खुल गए. जहां पर ऊनी कपड़ों की हर तरह की वैरायटी मौजूद है. स्वेटर, शॉल, कंबल, मफलर, मंकी कैप जैसे ऊनी कपड़े इन दुकानों में उपलब्ध हैं. लेकिन दुकानों में खरीदार ही नहीं है. दुकानदारों का मानना है कि ठंड की शुरुआत नहीं हुई है और दूसरी सबसे बड़ी वजह कोरोना संक्रमण की वजह से भी लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. जिसके कारण वूलन बाजार के दुकानदार मायूस हैं. दिनभर में 8 से 10 ही ग्राहक पहुंच रहें हैं. दुकानदार बताते हैं कि कोरोना और लॉकडाउन की वजह से लोगों की आर्थिक स्थिति भी खराब है, जिसके कारण लोग पुराने ऊनी कपड़ों से ही इस साल काम चलाना चाह रहे है.हालांकि ऊनी कपड़ों के दुकानदारों का मानना है कि आने वाले समय में ठंड बढ़ने के साथ खरीदार ज्यादा आएंगे.
तिब्बती मार्केट भी नहीं सजा
राजधानी रायपुर में पिछले कई सालों से मैनपाट में रहने वाले तिब्बती जिसे सामान्य भाषा में नेपाली कहते हैं. ये लोग भी अपनी दुकान राजधानी के शास्त्री बाजार और फायर ब्रिगेड चौक पर लगाते थे. पर इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से शास्त्री बाजार में इनकी दुकानें भी नहीं सजी हैं. कोरोना संक्रमण का डर दुकानदारों में भी साफ देखने को मिल रहा है.
15 दिसंबर के बाद बढ़ सकती है ठंड
मौसम विभाग का कहना है कि इस बार ला नीनो के प्रभाव के चलते छत्तीसगढ़ में दिसंबर से लेकर फरवरी तक अन्य सालों की तुलना में ठंड ज्यादा पड़ेगी. लेकिन दिसंबर के पहले सप्ताह की शुरुआत हो गई है और ठंड राजधानी में नहीं दिख रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि प्रदेश में 15 दिसंबर के बाद ठंड बढ़ेगी और इसके बाद वूलन बाजार में गर्मी देखने को मिल सकती है.