बिलासपुर : मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिलासपुर में बने 3 नए आत्मानंद स्कूल का अब तक सेटअप तैयार नहीं हो पाया है.शिक्षा सत्र शुरू हुए दो महीने खत्म होने को हैं. जिससे अब छात्रों को पढ़ाई और कोर्स पूरा नही हो सका (No classes in new atmanand schools in Bilaspur yet) है.जिसके कारण अब बच्चों को परीक्षा में फेल होने की चिंता सताने लगी है. इधर स्कूल में किसी प्रकार की तैयारी तो दूर हड़ताल की वजह से स्कूल खुल भी नही रहे हैं. पूरे मामले में बिलासपुर कलेक्टर ने अभी और 10 दिन लगने की बात कहते हुए शिक्षक भर्ती प्रक्रिया चलने की बात कही (atmanand English medium schools in bilaspur) है.
सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट स्कूल का बुरा हाल : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत प्रदेश में आत्मानंद इंग्लिश स्कूल खोले गए हैं. स्कूल में भर्ती के लिए आम लोगों की रुझान इतना है कि सभी पालक अपने बच्चों का एडमिशन आत्मानंद इंग्लिश स्कूल में करवाना चाहते हैं. लोगों की भीड़ और मांग को देखते हुए बिलासपुर में नए स्कूल खोलने की महापौर की मांग पर मुख्यमंत्री ने शहर में 3 नए आत्मानंद स्कूल खोलने के आदेश जारी कर दिए थे.आदेश के बाद एडमिशन भी शुरू कर दिया गया है.अब एडमिशन होने के बाद भी स्कूल में क्लास नही लग रहे हैं. दो महीने होने के बाद भी क्लास नही लगने से भर्ती हुए छात्रों की पढ़ाई खराब तो हो ही रही है. साथ ही पढ़ाई खराब होने से बच्चों को कोर्स पूरा नहीं होने और तिमाही परीक्षा की तिथि करीब आने से रिजल्ट खराब होने का डर सता रहा है.
एडमिशन के बाद अब शिक्षकों की भर्ती : बिलासपुर में बने तीन नए आत्मानंद स्कूल का सेटअप अब तक तैयार नहीं हो पाया है. अभी एडमिशन के बाद शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है. हालांकि इस प्रक्रिया को भी शुरू हुए काफी समय हो गया है. लेकिन शिक्षकों की भर्ती नहीं हो पाई है. शुरुआत में शिक्षकों के लिए विज्ञापन जारी किया था. विज्ञापन के आधार पर आए आवेदनों की स्क्रूटनी भी कर ली गई है. लेकिन स्क्रूटनी के बाद अब तक शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पाई है. शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होने की वजह से स्कूल भी नहीं खुल पाए हैं.
बच्चों को टर्मिनल एग्जाम की चिंता : शहर में खुले तीन नए आत्मानंद इंग्लिश स्कूल में प्रवेश लिए बच्चों में अब अपने भविष्य को लेकर टेंशन साफ दिखने लगा है. बच्चों को अगले महीने होने वाले तिमाही एग्जाम का टेंशन सताने लगा है, क्योंकि अब तक एक भी क्लास नहीं लगी है.ऊपर से परीक्षा सिर पर है. आत्मानंद स्कूल में भर्ती एक छात्रा ने नाम नही बताने की शर्त पर बताया कि उसे आने वाले परीक्षा की काफी चिंता है, क्योंकि अब तक वह सीबीएसई की पढ़ाई कर रही थी. अब आत्मानंद स्कूल में उसका सिलेबस चेंज हो जाएगा. ऐसे में नए सिलेबस की पढ़ाई और परीक्षा को लेकर वह चिंतित रहती है.
प्रशासन ने मांगा और समय : आत्मानंद इंग्लिश स्कूल के मामले में बिलासपुर कलेक्टर सौरभ कुमार ने बताया कि '' नए आत्मानंद स्कूल खोलने के लिए सारी तैयारी कर ली गई है. एडमिशन पूरा कर लिया गया है. अभी शिक्षकों की भर्ती की जा रहीं है. भर्ती प्रक्रिया में एग्जाम नही लिया जा रहा है. इसलिए जल्द ही भर्ती पूरी हो जाएगी. भर्ती के बाद शिक्षकों की 10 दिन ट्रेनिंग होगी. इसके बाद ही क्लास शुरू किया जा सकेगा.इस पूरी प्रक्रिया में बच्चों की क्लास लगने में अभी 15 दिन और लगेगा.
शिक्षकों की भर्ती पर सवाल : नए आत्मानंद स्कूल के लिए नए शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को लेकर अब सवालिया निशान भी लगने लगा है.इस मामले में कलेक्टर से शिकायत करने पहुंचे संदीप साहू ने बताया कि ''इस प्रक्रिया में बिलासपुर जिले के आवेदकों को प्राथमिकता देने की बात कही गई है, लेकिन बिलासपुर जिले के आवेदक और अन्य जिले के आवेदकों को एक ही सूची में रखा गया है. जिसकी वजह से यह पता नहीं चल पाएगा कि जिनका चयन किया जा रहा है, वह किस जिले के हैं. चयन प्रक्रिया में बिलासपुर जिले की आवेदक को के नाम अलग लिस्ट में रखने और दूसरे जिलों के आवेदकों के नाम अलग लिस्ट में रखने की मांग की जा रही है.''