रायपुरः देश के 8 राज्य ऐसे हैं, जो नक्सल प्रभावित राज्यों की सूची में गिने जाते हैं. उनमें से एक छत्तीसगढ़ का नाम भी शामिल है. छत्तीसगढ़ पिछले चार दशक से नक्सलवाद का दंश झेल रहा है. राज्य सरकार नक्सल उन्मूलन (Naxal eradication) के लिए समय समय पर कई नीतियां बनाती है. इन्हीं नीतियों के आधार पर नक्सलियों के आधार पर इनाम की घोषणा (reward announcement) होती है.
वर्तमान में राज्य सरकार की ओर से कई विभिन्न नक्सलियों के ऊपर 10 हजार से लेकर एक करोड़ रुपये तक के इनाम घोषित किए गए हैं. इनमें कई ऐसे नक्सली हैं, जो मुठभेड़ में मारे गए हैं या आत्मसमर्पण कर चुके हैं. जबकि कई नक्सली अब भी पुलिस के हाथ नहीं आए हैं और कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे में पुलिस ने करीब 78 नक्सलियों पर फोकस कर रही है. इन सभी नक्सलियों के ऊपर इनाम भी घोषित है.
इन नक्सलियों पर है सबसे ज्यादा इनाम
नक्सलियों पर इनाम उनके रैंक व कैडर के हिसाब से तय किया जाता है. राज्य में भाकपा नक्सली संगठन के महासचिव वसवराजू और पोलिट ब्यूरो के 6 सदस्यों पर एक-एक करोड़ की इनाम की राशि घोषित है. इनमें सबसे प्रमुख वसवराजू उर्फ कृष्णा, मुपल्ला लक्ष्मण राव उर्फ रमन्ना, कट्टकम सुदर्शन उर्फ आनंद, मल्लुजुला वेणुगोपाल उर्फ विवेक, मिशिर बेसरा उर्फ भास्कर, किसन दा उर्फ प्रशांत बोस और विवेक चंद्री यादव उर्फ प्रयाग शामिल हैं. ये सभी छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्यों के रहने वाले हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ में भी कई बड़ी वारदानों में शामिल होने की वजह से राज्य सरकार ने इन पर इनाम घोषित कर रखा है. इसके साथ ही अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने भी बड़े नक्सल नेताओं पर अलग से इनाम घोषित कर दिया है. संबंधित नक्सलियों के पकड़े जाने पर एनआइए का इनाम भी इसमें जुड़ जाएगा.
जनवरी से अब तक मुठभेड़ में 45 नक्सलियों की मौत
छत्तीसगढ़ में जनवरी 2021 से अब तक पुलिस नक्सली मुठभेड़ में कुल 42 नक्सली मारे गए हैं. इनमें से 1 लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक के इनामी नक्सली शामिल हैं. बीते दिनों नारायणपुर में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में इस साल के सबसे बड़े इनामी नक्सली साकेत नरेटी को पुलिस ने मार गिराया. वह नक्सली संगठन के कंपनी नम्बर 6 के सेक्शन कमांडर था. बस्तर पुलिस ने इस पर 10 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था. इसके अलावा विभिन्न मुठभेड़ों में मारे गए 42 नक्सलियों में सभी इनामी नक्सली शामिल हैं. जिन पर पुलिस ने 1 लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का इनाम रखा था.
जानकारी के मुताबिक पिछले 5 वर्षों में दंतेवाड़ा पुलिस के सामने लगभग 2.13 करोड़ रुपए के खूंखार इनामी नक्सलियों ने हथियार डाल दिए हैं. इस पांचसाल में कुल 33 खूंखार इनामी नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया और मुख्यधारा में लौट आए हैं. जिनमें 5 लाख के 17 तो वहीं 8 लाख रुपए के 16 नक्सली शामिल हैं. इन 33 में से 12 नक्सलियों ने पिछले एक साल के भीतर पुलिस के लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर सरेंडर कर दिया है.
दरभा डिवीजन के इन नक्सलियों पर है इतना इनाम
श्याम दादा उर्फ चैतू, इंचार्ज दरभा डिवीजन संपूर्ण प्रभारी - 25 लाख रुपये
बरसा सुक्का उर्फ देवा उर्फ, दरभा डिवीजन सचिव - 10 लाख रुपये
हेलमा हुंगा उर्फ विनोद हेमला, डीव्हीसीएम - 10 लाख रुपये
जगदीश कुड़ाम उर्फ बुधरा, डीव्हीसीएम - 8 लाख रुपये
संजू उर्फ पाण्डू-डीव्हीसीएम - 8 लाख रुपये
जयलाल उर्फ वीज्जी- डीव्हीसीएम- 8 लाख रुपये
लिंगे उर्फ मुये सोढ़ी - डीव्हीसीएम - 8 लाख रुपये
दक्षिण बस्तर डिवीजन के इन नक्सलियों पर है इतना इनाम
सुजाता उर्फ मैनक्का - दक्षिण बस्त डिवीजन कमेटी इंचार्ज - 25 लाख रुपये
रघु रेड्डी उर्फ विकास - दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी सचिव - 25 लाख रुपये
निर्मला उर्फ निर्मलक्का - डीव्हीसी - 8 लाख रुपये
सतीश उर्फ सीतशन्ना उर्फ माचा समैया - डीव्हीसी - 8 लाख रुपये
कट्टम राजेश उर्फ जोगा - दक्षिण बस्तर डिवीजन मिलिट्री कमांडर इन चीफ - 3 लाख रुपये
इस तरह है नक्सली संगठनों पर इनाम घोषित
डीकेएस जेडसी सचिव -40 लाख रुपये
डीकेएस जेड सी/ स्टेट कमेटी सदस्य - 25 लाख रुपये
रीजनल कमेटी सदस्य - 20 लाख रुपये
डिवीजनल कमेटी सचिव - 10 लाख रुपये
रीजनल कमेटी सदस्य - 10 लाख रुपये
मिलट्री कंपनी कमाण्डर - 10 लाख रुपये
एक्शन टीम कमाण्डर/मिलट्री प्लाटून कमाण्डर/डिप्टी कमाण्डर - 8 लाख रुपये
एरिया कमेटी सचिव - 8 लाख रुपये
डिवीजनल कमेटी सदस्य - 8 लाख रुपये
मिलिट्री कंपनी सदस्य - 8 लाख रुपये
सीसी कूरियर - 8 लाख रुपये
जोनल कमेटी सदस्य - 8 लाख रुपये
एरिया कमेटी सदस्य - 5 लाख रुपये
एलओएस/एलजीएस कमाण्डर - 5 लाख रुपये
मिलट्री प्लाटून सेक्शन/ कमाण्डर/ डिप्टी कमाण्डर - 3 लाख रुपये
एलओएस/एलजीएस डिप्टी कमाण्डर - 3 लाख रुपये
डीकेएस जेडसी कूरियर - 3 लाख रुपये
मेडिकल टीम प्रभारी - 2 लाख रुपये
एलओएस/एलजीएस सदस्य - 1 लाख रुपये
ये इनामी नक्सली आपस में लड़ मरे
डीव्हीसी मोड़ियम विज्जा - पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी सदस्य - 10 लाख रुपये
लखु हेमला - माओवादी जनताना प्रभारी - 3 लाख रुपये
संतोष - डीएकएमएस रेंज कमेटी अध्यक्ष - 3 लाख रुपये
कमलू पुनेम- जनमिलिशिया कमाण्डर - 1 लाख रुपये
संदीप उर्फ बुधराम कुरसम - जनमिलिशिया प्लाटून सेक्शन कमाण्डर- 1 लाख रुपये
दसरू मण्डावी - जनताना सरकार अध्यक्ष - 1 लाख रुपये
इनकी कोरोना या अन्य बीमारी से गई जान
अक्की राजू - सेंट्रल कमेटी सदस्य - 50 लाख रुपये
विनोद - दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी सदस्य - 10 लाख रुपये
नक्सली कट्टी मोहन राव उर्फ दामू दादा - डीव्हीसी - 8 लाख रुपये
हरिभूषण - सेंट्रल कमेटी समिति - 40 लाख रुपये
माड़वी वनोजा - एलजीएस कमांडर - 1 लाख रुपये
इसके अलावा नक्सली भारतक्का, देवे, रूपी, गंगा, सुदरु, मुन्नी, रीना की भी मौत हो चुकी है। इन सभी पर लाखों रुपये के इनाम थे.
इन्होंने किया आत्मसमर्पण
सोड़ी बुधरा - कमांडर कटेकल्याण - 5 लाख रुपये
बामन सोरी उर्फ दुर्गेश - गंगालूर एरिया कमेटी - 8 लाख रुपये
सोढ़ी मूया - केरलापाल एरिया कमेटी सचिव- 8 लाख रुपये
सविता सेदि - एलओएस - 3 लाख रुपये