रायपुर: जिन बाजारों में अक्सर रौनक लगी होती थी, वह अब ग्राहकों के इंतजार में है. जहां पैर रखने की भी जगह नहीं होती थी, वहां अब सन्नाटा पसरा हुआ है. हम बात कर रहे हैं राजधानी रायपुर के सबसे बड़े गोल बाजार की. यहां पहले की तरह दुकानें तो खुल रही हैं, लेकिन यहां ग्राहक एक-दो ही नजर आ रहे हैं. कोरोना के डर से लोगों ने बाजार जाना बंद कर दिया है, ऐसे में अधिकांश लोग ऑनलाइन खरीदारी कर रहे हैं. इससे दुकानदारों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
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राजधानी रायपुर के गोल बाजार में त्योहारों की रौनक देखते ही बनती थी, लेकिन इस साल बाजार सूना पड़ा हुआ है. ग्राहक नाममात्र की संख्या में बाजार पहुंच रहे हैं, वो भी जरूरी सामानों की खरीदारी के लिए. इस स्थिति में छोटे-बड़ें दोनों ही कारोबारी चिंतित नजर आ रहे हैं. पहले 2 महीने लॉकडाउन में दुकानें बंद होने की वजह से कारोबारियों को करोड़ों का नुकसान हुआ है, जिसके बाद अब अनलॉक में भी ग्राहक नहीं आने से कारोबारी नुकसान उठा रहे हैं.
आमदनी हुई आधी
कारोबारियों ने बताया कि गोल बाजार में करीब 900 से ज्यादा दुकानें हैं. ये दुकानें रोज ही खुल रही हैं, लेकिन ग्राहक पहले की तरह नहीं आ रहे. लॉकडाउन के दौरान लोगों ने बचत करना सीख लिया था, कई लोग घर में पहले से ही जरूरत के सभी सामान जमा करक रखे हुए थे, इस वजह से ग्राहक दुकान सिर्फ जरूरी सामानों की खरीदारी के लिए ही पहुंच रहे हैं. गोल बाजार में दुकान लगाने वाले हर दुकानदार की आमदनी आधी हो चुकी है.
आधे से ज्यादा कारोबार ठप
अनलॉक के दौरान किसी भी आयोजन की अनुमति नहीं दी गई है. ऐसे में मंदिर, मस्जिदों में भी लोग केवल दर्शन के लिए जा रहे हैं. इस वजह से पूजा की सामग्री बेचने वाले कारोबार ठप हो गए हैं. इसके अलावा कपड़े, फुटवेयर, सराफा कारोबार बंद पड़े हुए हैं. ये सभी कारोबारी रोज दुकान खोलकर बैठते तो हैं, लेकिन ग्राहक दिनभर में एक से दो ही दुकान पर पहुंचते हैं.