रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में अखिल भारतीय महापौर परिषद की 51वीं बैठक आयोजित की गई है. इस बैठक में देश के अलग अलग राज्यों के नगर निगमों के मेयर शामिल हुए हैं. आंध्र प्रदेश के कर्नूल म्युनिसिपल कॉरपोरेशन में मेयर बी वाय रामैया भी शामिल हुए. ETV भारत ने बी वाय रामैया से खास बातचीत की. Mayor B Y Ramaiah Special talk with etv bharat
सवाल- रायपुर शहर में आप पहुंचे हैं .यहां आकर आपको कैसा लग रहा है ?
जवाब- रायपुर शहर आकर मुझे अच्छा लग रहा है. अखिल भारतीय महापौर परिषद की बैठक में मैं पहली बार शामिल हुआ हूं. इस बैठक में हम नगरीय निकायों में होने वाली समस्याओं के बारे में डिस्कशन कर रहे हैं. रायपुर शहर प्लान सिटी है. स्वच्छता रैंकिंग में भी रायपुर शहर अच्छे रैंक पर है. जिस तरह से रायपुर नगर निगम शहर के कचरों से खाद बना रहे हैं. बैग तैयार कर रहे हैं. वेस्ट का यहां सही इस्तेमाल किया जा रहा है. सिटी में भी टूरिज्म डेवलप के लिए अच्छा काम किया गया है. यहां डेवलपमेंट अच्छा दिख रहा है.
सवाल- आप अपने नगर निगम में किस तरह से कार्य कर रहे है?
जवाब- हम अपने कर्नूल नगर निगम में भी अच्छा काम कर रहे है. कर्नूल नगर निगम में हमारी परिषद को आए 16 महीने हुए है. हमने शहर को स्वच्छ बनाने के लिए मुहिम चलाई. जिसमें हमने शहर के सभी घरों में डस्टबिन बांटे. घरों के बाहर कोई भी कचरा ना फेंके इसके लिए पब्लिक को जागरूक करने का काम भी किया है. हर घर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करके डंपिंग यार्ड में डाला जा रहा है. वहां कचरे से खाद बनाने का काम किया जा रहा है. वहां के किसानों को कम दामों में खाद उपलब्ध हो रही है. हमारी योजना है कि कचरे से किस तरह बिजली का उत्पादन हो सके इस दिशा में कोशिश कर रहे हैं.
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सवाल - आपको शहर में किस तरह का ड्रेनेज सिस्टम है?
जवाब- हमारे शहर में दो नदी और एक केनाल है. पहले शहर का गंदा पानी नदियों में जाता था. लेकिन हमने नदियों में प्रदूषण को रोकने के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण करवाया है. वर्तमान में दो एसटीपी काम कर रहा है और एक एसटीपी का निर्माण हो रहा है. जब तीसरा एसटीपी निर्माण हो जाएगा तो पूरी तरह से ड्रेनेज का प्रदूषण नही होगा.
सवाल- कुर्नूल की स्वछता रैंकिग क्या है?
जवाब- कर्नूल को प्लास्टिक मुक्त बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है. प्लास्टिक को बैन कर दिया गया है. शहर में कहीं प्लास्टिक नहीं दिख रहा है. पहले कुर्नूल की स्वच्छता रैंकिग 197 थी. हमारी परिषद आने के बाद कर्नूल स्वच्छता रैंकिंग में 71 वें नंबर पर है. आने वाले साल में और अच्छा रैंक लाने को लेकर हमारा प्रयास रहेगा.
सवाल - सरकार से कैसा सहयोग प्राप्त हो रहा है?
जवाब- आंध्र प्रदेश के चीफ मिनिस्टर जगनमोहन रेड्डी अच्छा काम कर रहे हैं. नगर निगम को जिन संसाधनों की जरूरत होती है उसकी मदद मिल रही है. कर्नूल शहर में ड्रिंकिंग वाटर की बहुत समस्या थी. ड्रिंकिंग वाटर प्रॉब्लम को दूर करने के लिए सीएम जगन ने 100 करोड़ रुपये दिए है. 82 करोड़ रुपये से हम पाइप लाइन बिछाने काम कर रहे है. अगले इलेक्शन से पहले कर्नूल में पेयजल की समस्या दूर हो जाएगी. इसके साथ ही नगर निगम कार्यालय की नई बिल्डिंग का निर्माण करने के लिए 28 करोड़ रुपये सीएम ने दिया है. चुनाव से पहले हम सभी कामों को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं.
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सवाल- महापौर परिषद की बैठक में किस तरह से चर्चाएं हो रही है.
जवाब- इस बैठक में कई विषयों पर चर्चाएं हो रही है. सभी जगह से आए महापौर अपनी लोकल बॉडी में होने वाली समस्याओं से अवगत करा रहे हैं. इस बैठक में परिषद की तरफ से मांग की जा रही है कि नगर निगम में आईएएस कैडर अलग से नियुक्त किया जाए. ताकि नगर निगम में अच्छे से काम हो सके. देखा जाता है कि आईएएस ट्रेनिंग के दौरान नगर निगम में आयुक्त के तौर पर काम करते हैं लेकिन उनका ज्यादा ध्यान कलेक्ट्री में रहता है. महापौर परिषद की मांग है कि आईएएस कैडर नगर निगम के लिए अलग से निर्धारित होने से नगर निगम के विकास कार्य करने के लिए आईएएस को एक नगर निगम से दूसरे नगर निगम ट्रांसफर किया जा सके. इसके साथ ही नगर निगम को सेंट्रल गवर्नमेंट से मदद को लेकर भी चर्चा की गई है. अभी सेंट्रल गवर्नमेंट की ओर से नगर निगम को ज्यादा मदद नहीं मिलती है. 15वें और 16वें कमीशन से ही सिर्फ पैसा आ रहा है. अमृत मिशन योजना के तहत पेयजल को लेकर काम चल रहा था वह भी अभी बंद हो गया है. इसके साथ ही इंडिपेंडेंट हाउसिंग के लिए केंद्र सरकार की तरफ से मिल रही राशि में गरीबों का घर नहीं बन सकता है. इस राशि को भी बढ़ाने के लिए बैठक में चर्चा हुई है. सेंट्रल स्कीम बढ़ाने की जरूरत है.