रायपुर : छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्यकर्मी अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल (health workers strike in chhattisgarh) पर चले गए हैं. सैकड़ों स्वास्थ्यकर्मी बूढातालाब धरना स्थल पर 6 सूत्रीय मांगों को लेकर अड़े हैं. स्वास्थ्यकर्मियों के हड़ताल पर चले के बाद प्रदेश के कई अस्पतालों में सेवाएं बाधित रहेंगी.स्वास्थ्य संयोजक सरकार से वादा पूरा करने की मांग पर अड़े हैं. संयोजकों की माने तो सरकार ने चुनाव से पहले जनघोषणा पत्र में उनकी मांगों को शामिल किया था. लेकिन चुनाव जीतने के बाद सरकार ने उन मांगों पर ध्यान नहीं दिया.
इससे पहले भी स्वास्थय संयोजकों ने मांगों को लेकर धरना दिया था. लेकिन उस वक्त सरकार ने आश्वासन देकर उन्हें मना लिया था. इस बार स्वास्थ्य कर्मी किसी भी समझौते को लेकर तैयार नहीं हैं. स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल में रहने से प्रदेश के उप स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सेवाएं प्रभावित होंगी. सामान्य ओपीडी , प्रसव , नियमित टीकाकरण , कोरोना टीकाकरण , टीबी , मलेरिया नियंत्रण के साथ-साथ वर्तमान में शिशु संरक्षक माह जैसे समस्त 28 राष्ट्रीय कार्यक्रम एवं 16 स्वास्थ्य योजनाएं प्रभावित ( health facilities affected) हो जाएंगी.
क्या हैं स्वास्थ्य कर्मियों की 6 सूत्री मांगें ?
• कोरोना काल में काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को विशेष कोरोना भत्ता दिया जाए.
• ऑनलाइन डाटा एंट्री के काम के लिए अलग से प्रतिमा प्रोत्साहन राशि के तौर पर 5000 दिए जाएं.
• प्रदेश के उप स्वास्थ्य केंद्र और हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में कलेक्टर दर पर एक वार्ड बनाया जाए ,सफाई कर्मी की नियुक्ति हो.
• हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में सीएचओ के इंसेंटिव के आधार पर स्वास्थ्य योजनाओं को भी इंसेंटिव दिया जाए.
• स्वास्थ्य संयोजक को वेतनमान 5200 से 20200 की मांग, ग्रेड पे 2800 रुपए किए जाएं.
• ग्रामीण स्वास्थ्य योजनाओं के पद का नाम बदल कर इसे ग्रामीण स्वास्थ्य सहायक अधिकारी किया जाए.
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स्वास्थ्य संयोजकों ने रखी अपनी बात
स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ प्रदेश अध्यक्ष टारजन गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य संयोजकों के लिए कोरोना संकटकाल में कई योजना और कई घोषणाएं की गई थी. लेकिन किसी भी प्रकार का लाभ अभी तक स्वास्थ्य कर्मचारियों को नहीं मिल पाया है. किसी भी प्रकार का लाभ नहीं मिल पाने की वजह से हमें हताश होकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है. जब तक सरकार हमारी मांग पूरी नहीं करती तब तक यह प्रदर्शन चलता रहेगा.