रायपुरः छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के सदस्यों की बैठक रायपुर में सम्पन्न हुई. इसमें केंद्र सरकार की किसान, कृषि और आम उपभोक्ता विरोधी कानूनों को रद्द करने की मांग तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य गारन्टी कानून (Minimum Support Price Guarantee Act) बनाने के लेकर प्रदर्शन का निर्णय लिया गया.
वक्ताओं ने कहा कि राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन को 26 नवम्बर 2021 को एक साल पूरा हो रहा है. संयुक्त किसान मोर्चा (Kisan Morcha) दिल्ली के देशव्यापी आह्वान पर 26 नवम्बर को रायपुर में ट्रैक्टर रैली (tractor rally) किया जाएगा. बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर एक सभा (meeting at the protest site) का भी आयोजन होगा.
निशाने पर बीजेपी के प्रवक्ता
सदस्यों ने भाजपा प्रवक्ता गौरी शंकर श्रीवास (BJP spokesperson Gauri Shankar Srivas) के बयानों की कड़े शब्दों में निंदा की. गौरी शंकर श्रीवास ने ई टीवी छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश में 8 नवम्बर को किसान विरोधी बयान दिया था. उन्होंने किसानों को देशद्रोही कहा था. जिसकी कड़ी निंदा करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि जो पार्टी आजादी के आंदोलन में अंग्रेजों की मुखबिरी की हो, उनकी गुलामी करते रहे, उस भाजपा के प्रवक्ता ने अन्नदाता किसानों को देशद्रोही कहा.
क्या अब देश के गद्दार पार्टी के प्रवक्ता भी अन्नदाता किसानों को देशभक्ति का प्रमाणपत्र बाटेंगे? भाजपा प्रवक्ता एवं भाजपा प्रदेश इकाई द्वारा किसानों से सार्वजनिक माफी मांगी जाए. क्योंकि इसी तरह का बयान पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भी किसानों के प्रति दिया था. माफी नहीं मांगने पर भाजपा प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी.
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कृषि मंडियों को शुरू करने की उठी मांग
बैठक में पूर्व विधायक व छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संचालक मण्डल सदस्य जनक लाल ठाकुर, सर्व आदिवासी समाज के कार्यकारी अध्यक्ष वी एस रावटे, तेजराम विद्रोही, वेगेन्द्र सोनबेर, रघुनंदन साहू, सौरा यादव, भूपेंद्र सोनकर, टिकेश्वर साहू, विशेष विद्रोही बघेल आदि उपस्थित रहे. प्रदेश की बंद पड़ी कृषि मंडियों को पुनः शुरू करने को लेकर ईटीवी भारत को भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने बयान दिया था.
इस दौरान वे दिल्ली आंदोलन को लेकर किसानों को देशद्रोही सहित अन्य बातों को कह गए. जिसे लेकर किसान संगठन ने नाराजगी जाहिर की है और अब इस मामले को लेकर वे एफआईआर दर्ज कराने की मांग कर रहे हैं. साथ ही 26 नवंबर को एक विशाल ट्रैक्टर रैली भी रायपुर में निकाली जाएगी.