रायपुरः छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक डॉक्टर की पिटाई का मामला सामने आया है. पिटाई महिला आयोग के दफ्तर के अंदर हुई है. जिस डॉक्टर की पिटाई हुई है. उसका नाम मनोज लाहोटी बताया जा रहा है. डॉक्टर लाहोटी सुयश हॉस्पिटल (hospital) के डॉक्टर हैं. जानकारी के मुताबिक एक महिला ने डॉक्टर लाहोटी के खिलाफ अभद्रता का आरोप लगाया है. जिसकी सुनवाई महिला आयोग (Womens Commission) में शनिवार को हो रही थी.
इसी बीच डॉक्टर के साथ किसी बात को लेकर आयोग के कर्मचारी अभिषेक सिंह से धक्का-मुक्की हो गई. उसके बाद अभिषेक सिंह द्वारा डॉक्टर (doctor) को कमरे में बंद कर मार पीट करने का आरोप लगा है. फिलहाल पीड़ित डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस ने कर्मचारी अभिषेक सिंह के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली है.
महिला आयोग के खिलाफ डॉक्टरों ने की नारेबाजी
डॉक्टर मनोज लाहोटी के साथ मारपीट की खबर जैसे ही आग तरह फैली. बड़ी संख्या में डॉक्टर्स सिविल लाइन थाने में जुट गए. वहां मारपीट के मामले में महिला आयोग के कर्मचारी अभिषेक सिंह के खिलाफ डॉक्टर लाहोटी द्वारा शिकायत दर्ज (complaint filed) करवाई गई. इसके बाद पुलिस ने कर्मचारी के खिलाफ मारपीट, लूटपाट, जान से मारने की धमकी समेत कई मामलों में धारा 294, 323,506,342,357,392 के तहत अपराध दर्ज लर लिया है. पुलिस मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल आरोपी अभिषेक सिंह को हिरासत में ले ली है और पूरे मामले में जांच की जा रही है.
आयोग ने कर्मचारी को निकालने लिखा पत्र
इस मामले को लेकर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक (Dr Kiranmayee Nayak) ने कहा कि मेरी उपस्थिति में पक्षकार डॉ मनोज लाहोटी उपस्थित ही नहीं हुए है. तीन बार उनको सुनवाई के लिए बुलाया गया. लेकिन वह नहीं आए. इस सुनवाई के लिए थाना गुढ़ियारी के माध्यम से उसकी आवश्यक उपस्थिति सुनिश्चित की गई. मेरी अनुपस्थिति में वो आये और उस पीड़ित महिला के साथ क्या दुर्व्यवहार (misbehavior) किया या नहीं. यह जांच का विषय है. हर व्यक्ति किसी ना किसी के साथ जुड़ा होता है. अगर उसका कोई पर्सनल मुद्दा होता है तो उसके लिए हम लोग जिम्मेदार नहीं होते हैं. पूरा मामला पुलिस तक पहुंच चुका है तो अब यह पुलिस के जांच का विषय है. आरोपी को हमने पद से हटाने के लिए पत्र लिख दिया है, लेकिन हम यह चाहेंगे कि दोनों ही पक्ष आमने-सामने आकर अपनी बात रखें.
डॉक्टर पर अभद्रता का आरोप
जानकारी के मुताबिक महिला आयोग में डॉक्टर लाहोटी के खिलाफ लक्ष्मी पांडेय ने दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है. उसी मामले की सुनवाई पर डॉक्टर पहुंचे थे. लक्ष्मी ने बताया कि उनके साथ डॉक्टर अभद्रता कर रहा था. इसी बीच कर्मचारी अभिषेक सिंह डॉक्टर की अभद्रता देख बीच बचाव किया. डॉक्टर ने कर्मचारी के साथ धक्का मुक्की कर दी. डॉक्टर का आरोप पूरी तरह गलत है. मारपीट नहीं हुई है. मैं खुद थाने में डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा रही हूं.
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काली पट्टी बांध कर डॉक्टर करेंगे काम
डॉक्टर लाहोटी के साथ मारपीट की खबर के फैलते ही देर शाम डॉक्टर्स महिला आयोग के दफ्तर पहुंच गए. इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात हो गए थे. डॉक्टर महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे. इसी बीच जब वज बाहर निकली तो उसके सामने डॉक्टर्स किरणमयी नायक मुर्दाबाद के नारे लगाते दिखे. डॉक्टर के साथ हुए मारपीट के विरोध में जूनियर्स डॉक्टर एसोसिएशन ने आज काली पट्टी बांधकर विरोध करने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि यदि कर्मचारी पर कड़ी कार्रवाई नहीं कि गई तो वो आंदोलन पर उतरेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी.
जांच में जुटी है पुलिस
सिविल लिनव सीएसपी नसर सिद्दीकी ने बताया कि डॉक्टर लाहोटी के साथ मारपीट हुई है. डॉक्टर को मुलाहिजा के लिए भेजा गया है. डॉक्टर की शिकायत मिलते ही कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है. आरोपी कर्मचारी को भी हिरासत में ले लिया. दोनों पक्षों की ओर से शिकायत हुई है, इसलिए मामले की जांच पुलिस कर रही है.