रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है. सदन में आज शराब में पानी मिलाने और बिना परमिट इसकी बिक्री पर पक्ष-विपक्ष के बीच गहमागहमी देखने को मिली. नारायण चंदेल (BJP MLA Narayan Chandel) के सवाल पर आबकारी मंत्री कवासी लखमा (Excise Minister Kawasi Lakhma) ने सदन को दिए अपने जवाब में स्वीकार किया ''कि शराब में पानी मिलाने की शिकायत मिली थी. इसके खिलाफ कार्रवाई की गई है.'' लेकिन, वे अजय चंद्राकर के पूरक सवाल का जवाब नहीं दे पाए कि शराब में पानी की जांच का क्या तरीका है. इससे पहले विधायक चंदेल के सवाल पर विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने पूछा कि ये सुनी सुनाई बात है या पेपरों में पढ़े हो या आपका खुद का अनुभव है कि शराब में पानी मिलाया जा रहा है.
शराब पर सदन में चर्चा : सदन (Monsoon session of Chhattisgarh Legislative Assembly) में शराब में पानी मिलाने के सवाल पर करीब 20 मिनट सवाल-जवाब चला. इसे लेकर नारायण चंदेल से सत्ता पक्ष के विधायक पूछने लगे आपको इसका कैसे अनुभव है कि पानी मिलाया जा रहा है. चंदेल ने इस सवाल पर मुस्कुराते हुए कहा कि ''होली में हमसे कुछ लोग मिलने आए थे. उन्होंने कहा कि शराब पीने के बाद आजकल चढ़ता नहीं है.''
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रविंद्र चौबे ने दिया जवाब : इस बीच रविंद्र चौबे (Agriculture Minister Ravindra Choubey) ने कहा कि '' विपक्ष के लोग शराब के प्रश्न पर इतना मदमस्त क्यों हो गए हैं. उन्होंने चुटकी ली कि ''शराब की गुणवत्ता को परखने का कोई सिस्टम नहीं है. तो इससे समझ जाना चाहिए कि अगर पीने के बाद कोई अंग्रेजी बोलने लगे तो समझो कि ओरिजनल है ''