रायपुर: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल करने के मामले में राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया था. इसे मुख्यमंत्री भूपेश के निर्देश पर वापस ले लिया गया था. इस पर पीड़ित मांगीलाल अग्रवाल ने भूपेश बघेल को पत्र लिखकर आभार व्यक्त किया है.
इसकी पुष्टि खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की है. भूपेश ने कहा है कि पत्र मिला है और मैंने उसे पढ़ा भी है. बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि शहरी नक्सलियों के चैनल को तोड़ने वाले वीके चौबे की शहादत की बीजेपी जांच नहीं करा सकी, जिस आईजी के नेतृत्व में 29 जवानों की शहादत हुई. बीजेपी सरकार ने उन्हें गैलेट्री अवॉर्ड से सम्मानित किया. इस तरह का काम करना रमन सिंह की शैली हो सकती है, लेकिन कांग्रेस की नहीं.
सिस्टम में शहरी नक्सलियों के घुसने वाले बीजेपी के आरोप पर सीएम बघेल ने पलटवार किया. उन्होंने कहा की बीजेपी 15 सालों तक सरकार में रही, लेकिन उसने इस मामले में कार्रवाई नहीं की. अगर बीजेपी के पास प्रमाण है, तो सामने रखे हम जरूर कार्रवाई करेंगे.
बता दें मांगीलाल ने पत्र में लिखा था की जमानत मिलने के बाद से ही बीजेपी के कुछ लोग उनसे लगातार संपर्क कर रहे हैं और उन्हें मानहानि का मुकदमा दायर करने के लिए उकसा रहे हैं, लेकिन उन्होंने साफ इंकार कर दिया है क्योंकि उनके मामले को खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री देख रहे हैं.