रायपुर : स्मार्ट सिटी लिमिटेड (Smart City Limited) के द्वारा किए जा रहे कार्यो और खर्चो के जानकारी लने के लिए बीजेपी पार्षद दल रायपुर स्मार्ट सिटी के ऑफिस (Raipur Smart City Offices) पहुंचे थे. इस बीच अपर प्रबंध संचालक प्रभात मालिक ने उनसे मिलने से इंकार कर दिया. इस दौरान नगर निगम नेता प्रतिपक्ष मिनल चौबे और अपर प्रबंध संचालक प्रभात मालिक के बीच बहसबाजी भी हुई.
चौथे दिन दिखा राजधानी में नौतपा का असर
मीनल चौबे ने कहा कि 'भ्रष्टाचार इस स्मार्ट स्मार्ट सिटी के माध्यम से हो रहा है. चौक-चौराहे के सौंदर्यीकरण के अलावा स्मार्ट सिटी की कोई परिभाषा नहीं जानते. जो कार्य हो रहे हैं उनसे जनता का कोई फायदा नहीं दिख रहा है. जितने भी टेंडर निकलते हैं, काम पहले हो जाते हैं टेंडर में भी बड़ा खेल चल रहा है. अपने चहेतो को टेंडर दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी को किसका संरक्षण प्राप्त है यह पता नहीं. महापौर चुप्पी साधे बैठे हैं यह एक चिंतनीय प्रश्न है. उन्होंने बताया कि 600 करोड़ का भुगतान स्मार्ट सिटी को हो चुका है,600 करोड़ रुपए का हिसाब हम मांगने आए हुए हैं.'