रायपुर: काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ने रविवार को बारहवीं की परीक्षा के परिणाम घोषित किए. इस परीक्षा में रायपुर की बेटियों ने एक बार फिर कमाल कर दिखाया है. लड़कों की अपेक्षा लड़कियों ने बाजी मारी है. साइंस स्ट्रीम में स्निग्धा केसरिया को 95 प्रतिशत मिले हैं. स्निग्धा को मैथमेटिक्स में 100 में से 100 नंबर मिले है. ETV भारत ने स्निग्धा केसरिया से बातचीत की. (CISCE 12th result 2022 Snigdha Kesaria)
सवाल- आपको 95 प्रतिशत मार्क्स आए हैं. कैसा महसूस कर रही?
जवाब- मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. 95 प्रतिशत मिले हैं. बेहद खुशी हो रही है. स्कूल वालों और घर वालों का सपोर्ट रहा. इसके साथ ही कोचिंग सेंटर से मुझे गाइडेंस मिला. परिवार के अलावा स्कूल के टीचर्स सभी खुश है.
सवाल- आपने पढ़ाई की तैयारी कैसे की ?
जवाब- स्कूल की ओर से बहुत सपोर्ट मिला. स्कूल टीचर हमेशा हमारे डाउट क्लियर किया करते थे. इसके साथ ही मैंने सेल्फ स्टडी लगातार की. इंटरनेट से भी पढ़ाई किया करती थी. सेल्फ स्टडी, कोचिंग सेंटर और स्कूल के गाइडेंस से मैने पढ़ाई की..
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सवाल- क्या आपने पढ़ाई के दौरान सोशल मीडिया से दूरी बनाकर रखी?
जवाब- लोग सोचते हैं कि सोशल मीडिया की वजह से पढ़ाई नहीं हो सकती. मैं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में एक्टिव थी. मैंने अपने सभी चीजों के लिए टाइम मैनेजमेंट कर रखा था. पढ़ाई के दौरान मैं स्टडी किया करती थी और सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल करती थी. ऐसा नहीं है कि मैं सभी जगह से कट ऑफ हो गई थी.
सवाल- कोविड के दौरान स्कूल बंद थे आपने कैसे पढ़ाई की?
जवाब- कोविड के दौरान ऑनलाइन क्लासेस मैंने पूरी अटेंड की. अगर हमें कोई डाउट हुआ तो टीचर से सीधा कॉन्टेक्ट करती थी. हमने स्कूल जाकर भी अलग से पढ़ाई की उस दौरान हम अपनी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखते थे. इस दौरान ऑनलाइन लर्निंग पोर्टल ने भी बहुत मदद की.
सवाल-पढ़ाई के दौरान क्या आपने स्पोर्ट से दूरी बनाकर रखी ?
जवाब- नहीं, मैं स्पोर्ट में पूरी तरह से एक्टिव हूं. स्कूल में मैं बॉस्केटबॉल खेला करती थी. पिछले साल कोविड 19 के कारण मैच नहीं हुए. पढ़ाई के दौरान जैसे हमें ब्रेक मिलता था हम सभी फ्रेंड्स बास्केटबॉल खेला करते थे.
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सवाल- एग्जाम टाइम में अब किस तरह से पढ़ा करती थी?
जवाब- एग्जाम के दौरान ढ़ाई पर पूरा फोकस था. मुझे लगता है कि अगर साल भर आप पढ़ाई करेंगे तो इसका फायदा होता है. रोजाना थोड़ा थोड़ा पढ़ा जाए तो एग्जाम देने में आसानी होती है. कुछ लोग 1 महीने की तैयारी करके एग्जाम देते हैं उन्हें बेहद तकलीफ होती है.
सवाल-आगे आपका क्या प्लान है?
जवाब- भविष्य में मैंने सोच रखा है कि मैं सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनूं. मैं जेईई एग्जामिनेशन की तैयारी कर रही हूं. जेईई मेंस 2 का एग्जाम बचा है. उसके बाद एडवांस के एग्जाम होने है. आगे मैं बीटेक की पढ़ाई करुंगी.