रायपुरः छत्तीसगढ़ में निकाय चुनाव 2021 (Municipal elections 2021 in Chhattisgarh) से पहले बकरा चोरी को लेकर राजनीति (
politics over goat theft) गरमा गई है. भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में बकरा चोरी को लेकर भूपेश सरकार को आड़े हाथों लिया है. भाजपा ने आरोप लगाया है कि राज्य में अब तक आमजन सुरक्षित नहीं थे लेकिन अब बकरे भी सुरक्षित नहीं हैं. राज्य में जिस तरह से बकरा चोरी के मामले बढ़ रहे हैं?
कहीं सरकार निकाय चुनाव को लेकर बकरा तो एकत्रित नहीं कर रही है ताकि चुनाव के दौरान उसे बांटा जा सके. वहीं, इस मामले को कांग्रेस ने सिरे से नकारते हुए कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में राशन और बिल्डिंग निर्माण से संबंधित रॉ-मैटेरियल की चोरियां हुई हैं. भाजपा उसे ही बयां कर रही है.
बकरे को लेकर सरकार की कोई योजना तो नहीं?
भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हत्या, चोरी, डकैती और सामूहिक दुष्कर्म कांग्रेस की पहचान मानी जाती है लेकिन अब जो जानकारी प्राप्त हो रही है, खासकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जिले में अब बकरा भी सुरक्षित नहीं है. अब तक तो आमजन सुरक्षित नहीं थे लेकिन बकरा भी सुरक्षित नहीं है.
आने वाले समय में अब मुर्गा पालकों को भी ध्यान देना होगा कि कहीं मुर्गा चोरी भी न हो जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि कहीं सरकार निकाय चुनाव को लेकर बकरा तो इकट्ठा नहीं कर रही है ताकि चुनाव के दौरान वितरित किया जा सके. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सबसे ज्यादा बकरा चोरी दुर्ग में हो रही है. ऐसे में सरकार कहीं बकरे को लेकर कोई योजना तो नहीं ला रही?
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पूर्ववर्ती कार्यकाल को भाजपा कर रही बयां
वहीं, भाजपा के इस आरोप को कांग्रेस ने सिरे से नकार दिया है. कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव पूर्व के रमन सरकार के अनुभव को बयां कर रहे हैं. उस दौरान देखेंगे कि गरीबों के राशन में चोरी, मकान निर्माण से संबंधित रेत-गिट्टी, सीमेंट में चोरी होते रही है. योजनाएं बनाकर सरकारी फंड में चोरी होने का काम उस दौरान होते रहे हैं. भाजपा प्रवक्ता अपने पूर्ववर्ती सरकार के अनुभव को बयां कर रहे हैं.
रही बात बकरा चोरी की, तो घटना पर पुलिस जांच और कार्रवाई कर रही है. ईटीवी भारत ने कुछ दिन पहले बकरा चोरी की खबर प्रकाशित किया था. पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. इस मामले को लेकर विपक्ष ने भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. अब देखने वाली बात है कि नगरीय निकाय चुनाव पर इस बकरा की घटना का क्या असर पड़ता है?