ETV Bharat / city

छत्तीसगढ़ में मानसून 2022 को लेकर सरकार की ये तैयारी - Monsoon in chhattisgarh

Monsoon 2022 in Chhattisgarh : देश में इस बार मानसून समय से पहले आ रहा है. मानसून को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई हैं. सभी जिलों के कलेक्टर्स को मानसून की तैयारियों के निर्देश दे दिए गए हैं.

Monsoon 2022 in Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ में मानसून 2022
author img

By

Published : May 13, 2022, 9:34 AM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने आगामी मानसून की तैयारी शुरू कर दी है. अतिवर्षा से पैदा होने वाली स्थिति में राहत और बचाव के लिए जरूरी तैयारियों के संबंध में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव ने सभी जिला कलेक्टर्स को दिशा निर्देश जारी किए हैं. जिनमें वर्षा मापक यंत्र, बारिश के दौरान बड़ी नदियों के जलस्तर पर नजर रखना, निचले इलाकों में राहत कैंप खोलने और राहत सामग्री की व्यवस्था करने के बारे में कहा गया है. (Chhattisgarh government preparation for monsoon 2022)

नवगठित तहसीलों में लगेंगे वर्षा मापक यंत्र: वर्षा मापक केन्द्रों पर स्थापित वर्षामापक यंत्रों का मेंटनेंस करने के भी निर्देश दिए गए हैं. साथ ही नवगठित तहसीलों और जिन तहसीलों में वर्षा मापक यंत्र नहीं लगाए गए हैं. वहां भी वर्षामापक यंत्र तुरंत लगाने को कहा गया है.

पंचायतों को उपलब्ध कराएं कंट्रोल रूम की जानकारी: सरकार की तरफ से कलेक्टर्स को जारी निर्देशों में कंट्रोल रूम की जानकारी सभी पंचायतों में उपलब्ध कराने को कहा गया है. साथ ही इसका प्रचार भी विभिन्न माध्यमों के जरिए किया जाएगा. पहुंच विहीन क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री, नमक, केरोसीन, जीवन रक्षक दवाईयां का भंडारण करने का भी निर्देश दिया गया है. जिन क्षेत्रों में हर साल बाढ़ आती है वहां राहत कैंप की पूरी योजना बनाने और क्षेत्रों की लगातार निगरानी के बारे में भी कहा गया है.

आईएमडी ने की भविष्यवाणी, सामान्य रहेगा मानसून

बड़ी नदियों के जलस्तर की हर रोज मॉनिटरिंग: जिन जिलों में बड़ी नदी बहती है वहां नदी के जलस्तर पर नजर रखने को कहा गया है. जलस्तर के खतरे के निशान पर पहुंचने की आशंका को देखते हुए पहले से इसकी सूचना कंट्रोल रूम को देनी होगी. जलाशयों से जल छोड़ने पर विशेष ध्यान रखा जाए. बांधों का जलस्तर बढ़ने पर जल निकासी के लिए निचले जिलों और सीमावर्ती राज्यों को 12 घंटे पहले सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं.

राहत शिविरों में कोविड-19 के बचाव सावधानी के संबंध में समुचित व्यवस्था सुनिश्चत करने को कहा गया है. बाढ़ की स्थिति और उससे हुई क्षति की नियमित जानकारी राज्य राहत आयुक्त कार्यालय में भेजने के बारे में भी कहा गया है. इसकी जानकारी फोन नंबर+91-771-2223471, फैक्स नम्बर-+91-771-2223472 पर दर्ज करायी जाए. इसके अलावा विभाग के ई-मेल cgrelief@gmail.com पर भी दी जा सकती है.

सामान्य रहेगा मानसून: भारत मौसम विज्ञान विभाग (Meteorological Department (IMD) ने इस साल मानसून 'सामान्य' रहने की संभावना जताई है. साथ ही ये भी कहा कि इस बार मानसून समय से पहले दस्तक दे सकता है. 15 मई तक मानसून अंडमान निकोबार पहुंचने की संभावना जताई गई है. जिससे केरल में मानसून 20 मई तक पहुंच सकता है. आईएमडी ने कहा है कि जून और सितंबर के बीच दक्षिण-पश्चिम मानसून (south west monsoon) मौसमी वर्षा, 96% से 104% दीर्घकालिक अवधि औसत के बीच होगी. जो सामान्य मानसून के मौसम की ओर इशारा करती है. जबकि मात्रात्मक रूप से वर्षा दीर्घकालिक अवधि औसत का 99% होने की संभावना है.

(Monsoon 2022 in Chhattisgarh )

रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने आगामी मानसून की तैयारी शुरू कर दी है. अतिवर्षा से पैदा होने वाली स्थिति में राहत और बचाव के लिए जरूरी तैयारियों के संबंध में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव ने सभी जिला कलेक्टर्स को दिशा निर्देश जारी किए हैं. जिनमें वर्षा मापक यंत्र, बारिश के दौरान बड़ी नदियों के जलस्तर पर नजर रखना, निचले इलाकों में राहत कैंप खोलने और राहत सामग्री की व्यवस्था करने के बारे में कहा गया है. (Chhattisgarh government preparation for monsoon 2022)

नवगठित तहसीलों में लगेंगे वर्षा मापक यंत्र: वर्षा मापक केन्द्रों पर स्थापित वर्षामापक यंत्रों का मेंटनेंस करने के भी निर्देश दिए गए हैं. साथ ही नवगठित तहसीलों और जिन तहसीलों में वर्षा मापक यंत्र नहीं लगाए गए हैं. वहां भी वर्षामापक यंत्र तुरंत लगाने को कहा गया है.

पंचायतों को उपलब्ध कराएं कंट्रोल रूम की जानकारी: सरकार की तरफ से कलेक्टर्स को जारी निर्देशों में कंट्रोल रूम की जानकारी सभी पंचायतों में उपलब्ध कराने को कहा गया है. साथ ही इसका प्रचार भी विभिन्न माध्यमों के जरिए किया जाएगा. पहुंच विहीन क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री, नमक, केरोसीन, जीवन रक्षक दवाईयां का भंडारण करने का भी निर्देश दिया गया है. जिन क्षेत्रों में हर साल बाढ़ आती है वहां राहत कैंप की पूरी योजना बनाने और क्षेत्रों की लगातार निगरानी के बारे में भी कहा गया है.

आईएमडी ने की भविष्यवाणी, सामान्य रहेगा मानसून

बड़ी नदियों के जलस्तर की हर रोज मॉनिटरिंग: जिन जिलों में बड़ी नदी बहती है वहां नदी के जलस्तर पर नजर रखने को कहा गया है. जलस्तर के खतरे के निशान पर पहुंचने की आशंका को देखते हुए पहले से इसकी सूचना कंट्रोल रूम को देनी होगी. जलाशयों से जल छोड़ने पर विशेष ध्यान रखा जाए. बांधों का जलस्तर बढ़ने पर जल निकासी के लिए निचले जिलों और सीमावर्ती राज्यों को 12 घंटे पहले सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं.

राहत शिविरों में कोविड-19 के बचाव सावधानी के संबंध में समुचित व्यवस्था सुनिश्चत करने को कहा गया है. बाढ़ की स्थिति और उससे हुई क्षति की नियमित जानकारी राज्य राहत आयुक्त कार्यालय में भेजने के बारे में भी कहा गया है. इसकी जानकारी फोन नंबर+91-771-2223471, फैक्स नम्बर-+91-771-2223472 पर दर्ज करायी जाए. इसके अलावा विभाग के ई-मेल cgrelief@gmail.com पर भी दी जा सकती है.

सामान्य रहेगा मानसून: भारत मौसम विज्ञान विभाग (Meteorological Department (IMD) ने इस साल मानसून 'सामान्य' रहने की संभावना जताई है. साथ ही ये भी कहा कि इस बार मानसून समय से पहले दस्तक दे सकता है. 15 मई तक मानसून अंडमान निकोबार पहुंचने की संभावना जताई गई है. जिससे केरल में मानसून 20 मई तक पहुंच सकता है. आईएमडी ने कहा है कि जून और सितंबर के बीच दक्षिण-पश्चिम मानसून (south west monsoon) मौसमी वर्षा, 96% से 104% दीर्घकालिक अवधि औसत के बीच होगी. जो सामान्य मानसून के मौसम की ओर इशारा करती है. जबकि मात्रात्मक रूप से वर्षा दीर्घकालिक अवधि औसत का 99% होने की संभावना है.

(Monsoon 2022 in Chhattisgarh )

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.