रायपुर: जांजगीर-चांपा में बोरवेल में गिरे बच्चे की घटना के बाद छतीसगढ़ सरकार खुले बोरवेल को लेकर अलर्ट हो गई है. सभी जिलों के कलेक्टर को तुरंत ऐसे गड्ढों को बंद करने का आदेश जारी किया गया है. जारी आदेश में कहा गया है कि "अफसर यह सुनिश्चित करें कि कोई बोरवेल खुला न हो. जिससे दुर्घटनाएं हो सकती हो, ऐसे बोरवेल को तुरंत बंद करें. इस काम की नियमित रूप से समीक्षा को भी कहा गया है. ताकि बोरवेल को बंद करना सुनिश्चित किया जा सके". (Chhattisgarh government strict on open borewell )
जांजगीर चांपा: 24 घंटे से ज्यादा वक्त बाद भी बोरवेल में फंसी मासूम की सांस, रोबोट की ली जाएगी मदद
शुक्रवार को बोरवेल में गिर गया था राहुल: जांजगीर के मालखरौदा थाना क्षेत्र के ग्राम पिहरीद में एक 12 साल का बच्चा बोरवेल में गिर गया है. शुक्रवार दोपहर 3 बजे के आसपास राहुल साहू नाम का यह बच्चा अपने घर के पीछे खेल रहा था. इसी दौरान फिसल कर बोरवेल में गिर गया. अबतक राहुल को निकालने में सफलता नहीं मिल पाई है. जिला प्रशासन के साथ ओडिशा की एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है. राहुल के बचाव के लिए रोबोट की भी मदद ली जाएगी. स्वास्थ्य विभाग और एक्सपर्ट टीम कैमरे से बच्चे के स्वास्थ्य पर निगरानी रख रही है. बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए तमाम कोशिशें जारी हैं. राहुल को निकालने के लिए तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है.
जांजगीर चांपा में राहुल को बचाने की जंग जारी
बोरवेल खोदने के बाद खुला छोड़ने पर होते हैं हादसे: जमीन से लगातार पानी निकालने के दौरान एक समय ऐसा आता है जब पानी पूरी तरह से खत्म हो जाता है. या पानी काफी नीचे चला जाता है. ऐसे में दूसरे जगह नई बोर खोदकर पुरानी बोरिंग को वैसा ही खुला छोड़ दिया जाता है. जिससे यहीं खुले बोर हादसे का कारण बनते हैं. बच्चे अक्सर खेलने के दौरान या उत्सुक्ता की वजह से खुले बोरवेल में झांकने की कोशिश करते हैं और इसी दौरान हादसा हो जाता है. बोरवेल की चौड़ाई ज्यादा नहीं होती है. साथ ही गहरा होने के कारण बच्चे को वहां ऑक्सीजन भी नहीं मिल पाती है.