रायपुरः भारत के पूर्व प्रधानमंत्री प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी की जयंती आज है. इस दिन प्रदेश कांग्रेस के द्वारा पंचायत राज सम्मेलन का आयोजन किया गया है. जो कि रायपुर के बुढ़ापारा स्थित इंडोर स्टेडियम में चल रहा है.
इस सम्मेलन में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के छत्तीसगढ़ प्रभारी पी.एल. पुनिया, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंचायत मंत्री टीएस सिंह देव प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, मंत्रिमंडल के सदस्य विधायक सहित वरिष्ठ नेता उपस्थित हैं. इस मौके पर सीएम भूपेश बघेल ने कृषि बिल वापस लिए जाने के बाद अपने बयान के सहारे केंद्र सरकार की जमकर फजीहत करने की कोशिश की.
पंचायत राज सम्मेलन में त्रिस्तरीय पंचायती राज के पंच से लेकर सरपंच, जनपद पंचायत सदस्य, जनपद अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य, जिला पंचायत अध्यक्ष ने भाग लिया. सम्मेलन में नये छत्तीसगढ़ के निर्माण में पंचायतों और पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका पर मंथन किया जा रहा.
कोरोना काल में कायम की थी मानवता का मिसाल
प्रकाश पर्व में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आज पूरी दुनिया में जहां भी सिख समाज के लोग निवास कर रहे हैं, सभी गुरुद्वारों में आज संगत की जा रही है. गुरु नानक की आज जयंती है. मानवता और सेवा की जो सिख गुरु नानक जी ने दी है, सिख समाज में देखने को मिलता है. जब कोरोना का संकट आया तब हमने देखा कि लगातार अलग-अलग गुरु गुरुद्वारों के माध्यम से सिख समाज के लोगों ने कितनी मदद की.
राहुल गांधी के नसीहतों की उपेक्षा
तीन कृषि कानूनों को वापस लेने को लेकर सीएम ने कहा कि किसान तो लगातार अपनी मांग पर अड़े हुए थे. लेकिन भाजपा और सत्ता कभी आतंकवादी, कभी पाकिस्तान समर्थक कहती थी. अपमान के लिए कोई कसर नहीं छोड़ा. आज केंद्र सरकार के पास कोई रास्ता नहीं बचा. तब उन्होंने कृषि कानूनों को वापस लिया.
राहुल गांधी हमेशा कहते रहे, नोट बंदी, लॉक डाउन, कोरोना के दुर्गामी परिणाम के लिए लेकिन केंद्र सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी. जब वे नमस्ते ट्रंप करवा रहे थे, तब भी राहुल गांधी ने लगातार कोरोना वायरस के लिए चेतावनी दी थी. केवल तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की बात नहीं है, किसानों की जो मांग एमएसपी में खरीदने की है, एमएसपी पर ही खरीदी हो. भारत सरकार यह सुनिश्चित करे.