रायपुर :प्रदेश में अब कांग्रेस और भाजपा अपने युवा नेतृत्व को मजबूत करने में जुट गई है. कुछ दिन पहले राजस्थान में कांग्रेस का चिंतन शिविर रखा गया था. जिसमें युवा कार्यकर्ताओं पर फोकस कर उन्हें आगे बढ़ाने की बात कही गई. वहीं भाजपा भी प्रदेश में अपने युवाओं के कंधों पर जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी कर रही है. कुछ दिन पहले ही भाजपा ने प्रदेश भर में जेलभरो आंदोलन किया था. जिसमें नेतृत्व प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने किया था. वहीं अब भारतीय जनता युवा मोर्चा राज्य सरकार की विफलताओं को लेकर सड़क की लड़ाई की तैयारी में जुटी (BJP will give chance to youth in Chhattisgarh) है.
आंदोलन को लेकर सीएम ने साधी चुप्पी : भारतीय जनता युवा मोर्चा प्रदेश भर में बेरोजगारी सहित अन्य मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने के लिए तैयारी कर रही है. संगठन प्रदेश भर में एक बड़ा आंदोलन करने की रणनीति बना रहा है. इसे लेकर जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सवाल किया गया तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सवाल को टाल दिया.
विशेषज्ञों का आंदोलन को लेकर राय : भाजपा अपने लगातार युवा विंग को मजबूत करने में लगी हुई है। आने वाले दिनों में भारतीय जनता युवा मोर्चा सरकार के विफलताओं को लेकर प्रदेश में एक बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी में है. इसको लेकर वरिष्ठ पत्रकार रामअवतार तिवारी ने बताया " नई पीढ़ी को जिम्मेदारी सौंपना , नई पीढ़ी के ऊर्जा का उपयोग करना , अपने युवा नेतृत्व को मजबूत करने वाले कदम इसे कहे जा सकते हैं। हर राजनीतिक पार्टियों नीतिगत तरीके से यह फैसला लेती हैं कि युवा वर्ग को इंपॉर्टेंस देना है. सरकार निरंकुश ना हो जाए इसके लिए विपक्षी दल का धरना , प्रदर्शन , आंदोलन करना धर्म है.''
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बीजेपी की अगली कतार है खाली : कांग्रेस ने अपनी चिंतन शिविर में यह निर्णय लिया है कि 50 साल से कम युवाओं को मौका दिया जाएगा. भाजपा भी इस दिशा में विचार विमर्श कर रही है. छत्तीसगढ़ में भाजपा पिछले 15 साल में दूसरी पीढ़ी को खड़ा करने में असमर्थ साबित हुई है. भाजपा को जो अपनी दूसरी लाइन खड़ी करनी थी उसमें वह कहीं ना कहीं चूक गई है. आज भाजपा में सेकंड लाइन के लीडर नहीं होने के कारण भाजपा को मैदान में उतरने में परेशानी हो रही है.