कोरबा : गहरे पानी में तैरने वाला मगरमच्छ जब गांव में रेंगता हुआ दिख जाए, तब लोगों के हाथ पांव फूलना स्वाभाविक है. ऐसा ही एक वाक्या पाली विकासखंड के गांव परसदा में देखने को मिला. जहां 7 फ़ीट लंबा एक विशालकाय मगरमच्छ गांव में घुस आया. जिसके बाद कुछ ग्रामीणों ने हिम्मत करके इसे काबू में किया और खूंटे से बांध (Villagers caught crocodile in Parsada village ) दिया. वन विभाग को सूचना दी गई. जिसके बाद मगरमच्छ को खूंटाघाट के जलाशय में आजाद कर दिया गया.
आबादी के बीच पहुंचा मगरमच्छ : दरअसल मगरमच्छ भटककर आबादी क्षेत्र में आ पहुंचा था. जिसे पकड़कर वन विभाग (korba Forest department ) के हवाले कर दिया गया. विकासखंड पाली के अंतर्गत ग्राम परसदा में यह मगरमच्छा बीते दिन की दरम्यानी रात देखा गया. वह अपने लिए सुरक्षित पनाह की तलाश करते भटकता देखा गया. ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. जिसके बाद मगर को छोड़ा (korba Forest department released in water) गया.
परसदा के दमदमा चौक, कन्धहाखार के आसपास के 4 तालाब हैं. जिनमें बंधिया, कन्धहा, मगरा तालाब, हनुमान बांध शामिल हैं. समय-समय पर इन तालाबों में मगरमच्छ दिख जाते हैं. खूंटाघाट जलाशय में पाली विकासखंड के कई नदी-नालों से पानी जाता है.बांध के तटवर्ती इलाकों के ग्रामों में तालाब भी हैं. यहां इन्हीं नदी-नालों के माध्यम से मगरमच्छ अक्सर गांव के तालाब या खेतों में पहुंच जाते हैं. खूटाघाट बांध के समीप डुबान क्षेत्र के ग्राम परसदा के हनुमान बांध में भी कुछ मगरमच्छ हैं. जो गाहे-बगाहे निकल आते हैं. बीती रात रिमझिम बारिश में शिकार की तलाश में निकला एक मगरमच्छ गांव की बस्ती में घूमने लगा. जिसे कुछ ग्रामीणों ने देख लिया और बड़ी अनहोनी टल गई.
विशालकाय मगरमच्छ सड़क पर घूमते देख गांव में सनसनी फैल गई. रात में ही ग्रामीणों एवं सरपंच बालाराम आर्मों के द्वारा काफी मशकत के बाद उसे
पकड़ा गया. इसके बाद परसदा के सरपंच एवं सरपंच संघ के अध्यक्ष बालाराम आर्मो ने वन विभाग पाली को इसकी सूचना दी. सुबह वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची।.वन अमले ने मगरमच्छ को पकड़कर सुरक्षित खूंटाघाट बांध में छोड़ने की व्यवस्था की और तब ग्रामीणों ने राहत की सांस ली. ग्रामीणों ने बांध में कुछ और मगरमच्छ होने की भी जानकारी दी है.