बिलासपुर : केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे (Union Minister Ashwini Choubey) ने बिलासपुर में एसईसीएल, एनटीपीसी और वन, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक में प्रमुख रूप से एयर पॉल्यूशन, फ्लाई ऐश के निपटारे और कोल प्रोडक्शन को लेकर चर्चा हुई. बिलासपुर संभाग में बढ़ रहे एयर पॉल्यूशन को कम करने के मंत्री ने कड़े निर्देश दिए.
एयर पॉल्यूशन पर निर्देश : अश्विनी चौबे ने कहा कि कोरबा में बहुत संभावनाएं हैं. लेकिन आज कोरबा उन 132 शहरों में शामिल है, जो सबसे ज्यादा प्रदूषित है. यही नहीं यहां कोल चोरी और फ्लाई ऐश के निपटारे की भी बड़ी समस्या है. उन्होंने एसईसीएल, एनटीपीसी, बालको सहित अन्य संस्थाओं को एयर पॉल्यूशन (Union Minister directive on air pollution) कम करने की दिशा में काम करने के कड़े निर्देश भी दिए हैं.
कोरबा में मिली शिकायतें : चौबे के मुताबिक कोरबा भ्रमण के दौरान लोगों और जनप्रतिनिधियों से कई शिकायतें मिली हैं. पर्यावरण पर नियंत्रण के लिए आगे फैक्ट्री, उद्योगों से प्रदूषण को आधुनिक तकनीक से ठीक करने की दिशा में काम किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने जनजातीय समूह और स्थानीय लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए योजना बनाने और उद्योग स्थापित करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए हैं.
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राज्य सरकार को घेरा : केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे (Union Minister Ashwini Choubey) ने केंद्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन और कोयले को लेकर राज्य सरकार पर भी जमकर निशाना साधा. सीएम के बयान पर पलटवार करते हुए चौबे ने कहा कि, केंद्र सरकार किसी भी नीति में असफल नहीं है. कांग्रेस सरकार और आज की मोदी सरकार में जमीन आसमान का अंतर है. कांग्रेस के राज में कोई नीति कोई नियम नहीं था. अभी मोदी के नेतृत्व में यहां नीति भी है नियम भी है, अच्छे विचार भी हैं. आगे उन्होंने कहा कि, प्रदेश में कोयले की चोरी हो रही है. केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण गरीब कल्याण अन्य योजना में खुलेआम बंदरबांट और चोरी की जा रही है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ जैसा भ्रष्टाचार उन्होंने कहीं नहीं देखा है.