कोरबाः शासन स्तर (governance level) पर चलाए जा रहे रोका-छेका अभियान का भी असर सड़कों पर नहीं दिख रहा है. गाय-भैंस मुख्य मार्ग (main road) के सड़कों पर ही बैठे दिख जाते हैं. ऐसे मवेशी राह चलते लोगों के लिए बड़ी मुसीबत का सबब बनते हैं. ऐसे में कोरबा नगर निगम सड़क पर घूमने वाले मवेशियों पर लगाम कसने के लिए अब कांजी हाउस का सहारा लेगा. वह ऐसे मवेशियों को पकड़ कर काजी हाउस ले जाएगा. वहीं पर उनकी नीलामी की जाएगी.
कई बार सड़कों पर मवेशियों की भीड़ की वजह से दुर्घटनाएं (accidents) होती हैं. ऐसे में निगम ने अब इनकी धर-पकड़ शुरू करते हुए कांजी हाउस से ही इन्हें नीलाम करने की बात कही है. कोरबा जिले में शायद ही ऐसी कोई सड़क होगी, जहां मवेशियों का कब्जा नहीं होगा.
सुबह से लेकर शाम तक मवेशी सड़क पर जुगाली करते हुए बैठे रहते हैं. जिनकी धर-पकड़ करने में प्रशासन अब तक नाकाम रहा है. फिर चाहे वह मुख्यालय की सीएसईबी (CSEB) से लेकर निहारिका मार्ग हो, पश्चिम क्षेत्र का गेरवा घाट पुल हो, कटघोरा से अंबिकापुर जाने वाला हाईवे या कुसमुंडा मार्ग हर स्थानों पर मवेशियों का कब्जा है.
मवेशियों पर नहीं होगा पशुपालकों का हक
ऐसे मवेशियों को अब निगम प्रशासन ने पकड़ कर कांजी हाउस में रखने की योजना बना लिया है. मवेशियों का हर सप्ताह नीलामी किया जाएगा. पशुपालक यदि अपने मवेशियों को छुड़ाने आते हैं, तो ठीक अन्यथा इन्हें नीलाम कर बेच दिया जाएगा. जिसके बाद पशुपालक मवेशियों (herding cattle) पर अपना हक नहीं जाता सकेंगे.
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दोबारा पशुपालकों पर 4 गुना जुर्माना
कई बार ऐसा देखा गया है कि पशुपालक एक बार अपने मवेशियों को कांजी हाउस से छुड़ा कर ले जाते हैं और इन्हें दोबारा सड़कों पर छोड़ देते हैं. ऐसा करते हुए पाए जाने पर इस तरह के लापरवाह पशुपालकों पर निगम ने 4 गुना जुर्माना अधिरोपित करने का नियम बना दिया है. निगम उम्मीद जता रहा है कि इस तरह की सख्ती के बाद पशुपालकों में कुछ भय का वातावरण जरूर निर्मित होगा.