कोरबा: विद्युत विभाग की लापरवाही की वजह से एक मजदूर की मौत हो गई थी. हादसे में 4 अन्य मजदूर भी घायल हो गए थे. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया था. जिसके बाद विभाग के ठेकेदार ने पीड़ित परिवार को मुआवजे के रूप में 1 लाख रुपये दिया है. मुआवजा राशि मिलने के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया.
यह है पूरा मामला
राजगामार चौकी क्षेत्र में 4 बिजली ठेकाकर्मी खंभे पर चढ़कर मेंटनेंस का काम कर रहे थे, तभी अचानक चारों करंट की चपेट में आ गए. हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई और तीन बिजली ठेकाकर्मी घायल हो गए. बताया जा रहा है बिजलीकर्मी खंभे पर चढ़कर काम कर रहे थे, इसी दौरान चारों करंट की चपेट में आ गए, हादसे में एक कर्मचारी की मौत हो गई थी, जबकि चार का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
पढ़ें : कोरबा: करंट लगने से एक बिजली ठेकाकर्मी की मौत, चार घायल
इधर, सूत्रों के मुताबिक बिजली कंपनी के दफ्तर में पर्याप्त सुरक्षा उपकरणों की कमी है. ऐसे में हादसा होने में भी समय नहीं लगता है. ये सभी कटघोरा के बिझरा निवासी बताए हैं. घटना के बारे में रजगामार पुलिस को जानकारी दे दी गई है. बताया जा रहा ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थ बिजली कंपनी के लाइनमैन सहायक के रूप में ठेका में लोगों को रख लेते हैं, जिनको बिना सुरक्षा के ही खंभे पर चढ़ाकर दिया जाता है, जो अक्सर हादसे का शिकार हो जाते हैं.
लाइनमैन के पास ये उपकरण जरूरी
हाईटेंशन लाइन में सुधार का काम करते वक्त हर कर्मचारी को नायलोन के लांग ग्लब्स, लांग बूट, हेलमेट, कैप, टेस्टर, टॉर्च, झूला, सीढ़ी और सूती कपड़े की वर्दी पहनना जरूरी है, लेकिन फिलहाल बिजली कंपनी के ठेका कर्मचारियों के पास इनमें से ज्यादातर उपकरण नजर नहीं आते हैं.