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कवर्धा में केंद्र की जल जीवन मिशन योजना फेल

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Published : Jun 1, 2022, 2:16 PM IST

Updated : Jun 1, 2022, 6:20 PM IST

कवर्धा जिले में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन अमृत मिशन अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत का शिकार हो गई है. जिसका नतीजा ये है कि काम 25 फीसदी भी पूरा नहीं ( In Kawardha even 25 percent of the work was not completed) हुआ.

Center Jal Jeevan Mission scheme failed in Kawardha
कवर्धा में केंद्र की जल जीवन मिशन योजना फेल

कवर्धा : केंद्र सरकार ने देश के सभी राज्यों में गांव के आखिरी छोर तक गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के घरों में साफ पेयजल उपलब्ध कराने जल जीवन मिशन योजना संचालित की थी. केंद्र आम आदमी तक जल पहुंचाने की कोशिश कर रही है. लेकिन योजना के बीच अधिकारी और ठेकेदार ग्रहण बन गए हैं. छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के मैदानी क्षेत्र से लेकर सुंदूर वनांचल क्षेत्र के आखिरी घर तक साफ पेयजल पहुंचाने केंद्र सरकार ने 526.78 करोड़ की स्वीकृति दी है. बावजूद इस योजना का जिले में बुरा हाल है.

कवर्धा में केंद्र की जल जीवन मिशन योजना फेल

कितने घरों में देना है पानी : केंद्र सरकार का जल जीवन मिशन जिले में पिछड़ा हुआ (Center Jal Jeevan Mission scheme failed in Kawardha ) है. 1.49 लाख घरों मे नल कनेक्शन देने का लक्ष्य है. लेकिन पीएचई विभाग अधिकारियों की लापहरवाही और ठेकेदारों की सुस्त रवैये ने मिशन को संकट में डाल दिया है. आलम यह है कि पेयजल के लिए जिन घरों मे नल कनेक्शन लगे हैं, उन नलों मे भी पानी की सप्लाई शुरु नही हुई है. जिसके कारण ग्रामीणों को घर में नल लगने के बावजूद भी पेयजल के लिए भटकना पड़ रहा है.

कितनी फीसदी हुआ काम : कवर्धा जिले में जल जीवन मिशन योजना के पात्र 1 लाख 94 हजार 489 घर हैं. जिनमें से 4839 घरों में पहले से नल कनेक्शन लगे हैं. जल जीवन मिशन योजना के तहत 01 लाख 8939 घरों मे नल कनेक्शन लगाया जाना था. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही और ठेकेदारों के सुस्त रवैये के कारण दो सालों में महज 13 ग्राम पंचायतों के 42496 घरों में ही नल लगाया गया है. जो लक्ष्य का 21.40 प्रतिशत ( In Kawardha even 25 percent of the work was not completed) है. इससे भी विडंबना ये है कि जिन घरों मे नल कनेक्शन लगाया गया है उनमें भी अब तक पेयजल सप्लाई शुरु नही किया गया है. जिन घरों मे नल कनेक्शन लगाया जाना है वह भी भगवान भरोसे ही है.

क्यों पूरा नहीं हुआ काम : जल जीवन मिशन के तहत नल कनेक्शन लगाने के कार्य के लिए जिलास्तरीय टेंडर प्रक्रिया (Late work due to district level tender process)के तहत ठेकेदारों को कार्य दिया जा रहा है.अधिकारी और ठेकेदारों की मिली भगत से अपने चहेते और ऊंची पहुंच रखने वाले ठेकेदारों को उनकी क्षमता से अधिक कार्य दिया गया है. जिसके कारण कार्य बेहद धीमी गति से हो रहा है. ठेकेदार कम लागत में कार्य करने कम कर्मचारी और अपनी सुविधा अनुसार कार्य कर रहे हैं. जिसका खामियाजा आम जनता भुगत रही है. अगर जिले के अलग-अलग क्षेत्र के लिए अधिक ठेकेदारों को कार्य बांट दिया गया होता तो अधिक लोग मिलकर कार्य को अब तक पूरा कर लिए होते.


कितनी हो रही समस्या : ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से पेयजल और निस्तारी के लिए पानी की समस्या से लोग जुझ रहे हैं. सरकार की योजना के तहत नल लगने से बेहद खुशी हुई थी. लेकिन नल कनेक्शन लगने के 06 महीने बाद भी नल में पानी नही आने से समस्या जस के तस है. वहीं पीने के लिए पानी ट्यूबवेल वालों से मंहगे दाम में खरीदना पड़ता (In Kawardha people are buying and drinking water) है.

ये भी पढ़ें- दलदली और केसमर्दा के ग्रामीण पेयजल की समस्या से हो रहे हैं परेशान

अधिकारियों की अपनी डफली अपना राग : वहीं पीएचई विभाग के ईई आंनद शुक्ला के मुताबिक सरकार की योजना का कार्य जोर शोर से किया जा रहा है. इंजीनियर ठेकेदार अधिकारी सभी कार्य को पूरा करने में जुटे हुए हैं. योजना को अधिकारी 23 अप्रैल 2023 तक पूरा कर लेने का दावा कर रहे हैं. अब आगे देखना होगा कि अधिकारी इस योजना को समय पर पूरा कर लोगों को पेयजल उपलब्ध करा पाते है या अधिकारियों की लापरवाही के कारण लोगों को जल जीवन मिशन योजना से वंचित रहना होगा.

कवर्धा : केंद्र सरकार ने देश के सभी राज्यों में गांव के आखिरी छोर तक गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के घरों में साफ पेयजल उपलब्ध कराने जल जीवन मिशन योजना संचालित की थी. केंद्र आम आदमी तक जल पहुंचाने की कोशिश कर रही है. लेकिन योजना के बीच अधिकारी और ठेकेदार ग्रहण बन गए हैं. छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के मैदानी क्षेत्र से लेकर सुंदूर वनांचल क्षेत्र के आखिरी घर तक साफ पेयजल पहुंचाने केंद्र सरकार ने 526.78 करोड़ की स्वीकृति दी है. बावजूद इस योजना का जिले में बुरा हाल है.

कवर्धा में केंद्र की जल जीवन मिशन योजना फेल

कितने घरों में देना है पानी : केंद्र सरकार का जल जीवन मिशन जिले में पिछड़ा हुआ (Center Jal Jeevan Mission scheme failed in Kawardha ) है. 1.49 लाख घरों मे नल कनेक्शन देने का लक्ष्य है. लेकिन पीएचई विभाग अधिकारियों की लापहरवाही और ठेकेदारों की सुस्त रवैये ने मिशन को संकट में डाल दिया है. आलम यह है कि पेयजल के लिए जिन घरों मे नल कनेक्शन लगे हैं, उन नलों मे भी पानी की सप्लाई शुरु नही हुई है. जिसके कारण ग्रामीणों को घर में नल लगने के बावजूद भी पेयजल के लिए भटकना पड़ रहा है.

कितनी फीसदी हुआ काम : कवर्धा जिले में जल जीवन मिशन योजना के पात्र 1 लाख 94 हजार 489 घर हैं. जिनमें से 4839 घरों में पहले से नल कनेक्शन लगे हैं. जल जीवन मिशन योजना के तहत 01 लाख 8939 घरों मे नल कनेक्शन लगाया जाना था. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही और ठेकेदारों के सुस्त रवैये के कारण दो सालों में महज 13 ग्राम पंचायतों के 42496 घरों में ही नल लगाया गया है. जो लक्ष्य का 21.40 प्रतिशत ( In Kawardha even 25 percent of the work was not completed) है. इससे भी विडंबना ये है कि जिन घरों मे नल कनेक्शन लगाया गया है उनमें भी अब तक पेयजल सप्लाई शुरु नही किया गया है. जिन घरों मे नल कनेक्शन लगाया जाना है वह भी भगवान भरोसे ही है.

क्यों पूरा नहीं हुआ काम : जल जीवन मिशन के तहत नल कनेक्शन लगाने के कार्य के लिए जिलास्तरीय टेंडर प्रक्रिया (Late work due to district level tender process)के तहत ठेकेदारों को कार्य दिया जा रहा है.अधिकारी और ठेकेदारों की मिली भगत से अपने चहेते और ऊंची पहुंच रखने वाले ठेकेदारों को उनकी क्षमता से अधिक कार्य दिया गया है. जिसके कारण कार्य बेहद धीमी गति से हो रहा है. ठेकेदार कम लागत में कार्य करने कम कर्मचारी और अपनी सुविधा अनुसार कार्य कर रहे हैं. जिसका खामियाजा आम जनता भुगत रही है. अगर जिले के अलग-अलग क्षेत्र के लिए अधिक ठेकेदारों को कार्य बांट दिया गया होता तो अधिक लोग मिलकर कार्य को अब तक पूरा कर लिए होते.


कितनी हो रही समस्या : ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से पेयजल और निस्तारी के लिए पानी की समस्या से लोग जुझ रहे हैं. सरकार की योजना के तहत नल लगने से बेहद खुशी हुई थी. लेकिन नल कनेक्शन लगने के 06 महीने बाद भी नल में पानी नही आने से समस्या जस के तस है. वहीं पीने के लिए पानी ट्यूबवेल वालों से मंहगे दाम में खरीदना पड़ता (In Kawardha people are buying and drinking water) है.

ये भी पढ़ें- दलदली और केसमर्दा के ग्रामीण पेयजल की समस्या से हो रहे हैं परेशान

अधिकारियों की अपनी डफली अपना राग : वहीं पीएचई विभाग के ईई आंनद शुक्ला के मुताबिक सरकार की योजना का कार्य जोर शोर से किया जा रहा है. इंजीनियर ठेकेदार अधिकारी सभी कार्य को पूरा करने में जुटे हुए हैं. योजना को अधिकारी 23 अप्रैल 2023 तक पूरा कर लेने का दावा कर रहे हैं. अब आगे देखना होगा कि अधिकारी इस योजना को समय पर पूरा कर लोगों को पेयजल उपलब्ध करा पाते है या अधिकारियों की लापरवाही के कारण लोगों को जल जीवन मिशन योजना से वंचित रहना होगा.

Last Updated : Jun 1, 2022, 6:20 PM IST

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