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Swine flu case in Bastar : दशहरा में लापरवाही पड़ सकती है भारी, बाहरी राज्यों से आने वालों की जांच में कोताही

Swine flu case in Bastar छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू का कहर जारी है. लगातार नए मरीजों की पहचान हो रही है और अब तक कई मरीजों ने जान भी स्वाइन फ्लू के कारण गंवाई है. छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है. लोगों को लक्षण दिखने बाद तुरंत जांच कराने के लिए कहा गया है. कोरोना और स्वाइन फ्लू के लक्षण एक जैसे होने के कारण मरीजों को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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Published : Oct 4, 2022, 3:11 PM IST

Updated : Oct 4, 2022, 5:41 PM IST

जगदलपुर : स्वाइन फ्लू को लेकर बस्तर में किसी भी प्रकार का अलर्ट नहीं किया गया है. सीमावर्ती क्षेत्रों के नाकों में किसी भी प्रकार की जांच नहीं की जा रही है. ना ही स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर गंभीर है. अगर इस तरह के मामले बस्तर में भी पहुंचते हैं तो स्वास्थ्य विभाग को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता (Swine flu case in Bastar)है.

दरअसल, स्वाइन फ्लू के प्रकरण आमतौर पर सर्दियों में होते हैं. इससे बचने को और सावधान रहने की जरूरत है. स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को मौसमी बीमारियों के साथ ही कोविड-19 और स्वाइन फ्लू से अलर्ट रहने की अपील की (Increasing cases of swine flu in Bastar ) है. स्वाइन फ्लू के लक्षण भी कोरोना के लक्षणों से मिलते-जुलते हैं. इसमें खांसी, बलगम आना, गले में दर्द या खराश, जुकाम और कुछ लोगों को फेफड़ों में इन्फेक्शन होने पर सांस चढ़ने लग जाती है. जिन व्यक्तियों को इस तरह के लक्षण महसूस हो रहे हैं, उन्हें तुरंत स्वाइन फ्लू के साथ कोरोना की भी जांच कराना (swine flu increase trouble in Dussehra 2022 ) चाहिए.प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में स्वाइन फ्लू की जांच की सुविधा है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, सिविल अस्पतालों, जिला चिकित्सालयों और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में इसका इलाज कराया जा सकता है. जिस प्रकार कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन उपलब्ध है, वैसे ही स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए इन्फ्लूएंजा वैक्सीन लगाई जाती है. इस वैक्सीन से स्वाइन फ्लू की वजह से होने वाली गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है.वहीं मेडिकल कॉलेज के एचओडी डॉ नवीन दुलानी का कहना है कि '' सर्दियों के मौसम में सीमाई क्षेत्रों से आने वाले लोग इसके ज्यादा चपेट में आते हैं. वहीं बस्तर में 8 मामले स्वाइन फ्लू के आ चुके हैं. बावजूद इसके बस्तर में अब तक अलर्ट जारी नहीं किया गया है और ना ही सीमावर्ती क्षेत्रों पर नाकाबंदी की गई है. महाराष्ट्र आंध्र प्रदेश और ओडिशा के लोग दशहरा घूमने बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं. अगर इस तरह की बीमारी बस्तर में दस्तक करता है तो जाहिर सी बात है कि लोगों में कोरोना जैसी स्थिति बन सकती है.''Bastar Dussehra 2022

जगदलपुर : स्वाइन फ्लू को लेकर बस्तर में किसी भी प्रकार का अलर्ट नहीं किया गया है. सीमावर्ती क्षेत्रों के नाकों में किसी भी प्रकार की जांच नहीं की जा रही है. ना ही स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर गंभीर है. अगर इस तरह के मामले बस्तर में भी पहुंचते हैं तो स्वास्थ्य विभाग को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता (Swine flu case in Bastar)है.

दरअसल, स्वाइन फ्लू के प्रकरण आमतौर पर सर्दियों में होते हैं. इससे बचने को और सावधान रहने की जरूरत है. स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को मौसमी बीमारियों के साथ ही कोविड-19 और स्वाइन फ्लू से अलर्ट रहने की अपील की (Increasing cases of swine flu in Bastar ) है. स्वाइन फ्लू के लक्षण भी कोरोना के लक्षणों से मिलते-जुलते हैं. इसमें खांसी, बलगम आना, गले में दर्द या खराश, जुकाम और कुछ लोगों को फेफड़ों में इन्फेक्शन होने पर सांस चढ़ने लग जाती है. जिन व्यक्तियों को इस तरह के लक्षण महसूस हो रहे हैं, उन्हें तुरंत स्वाइन फ्लू के साथ कोरोना की भी जांच कराना (swine flu increase trouble in Dussehra 2022 ) चाहिए.प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में स्वाइन फ्लू की जांच की सुविधा है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, सिविल अस्पतालों, जिला चिकित्सालयों और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में इसका इलाज कराया जा सकता है. जिस प्रकार कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन उपलब्ध है, वैसे ही स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए इन्फ्लूएंजा वैक्सीन लगाई जाती है. इस वैक्सीन से स्वाइन फ्लू की वजह से होने वाली गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है.वहीं मेडिकल कॉलेज के एचओडी डॉ नवीन दुलानी का कहना है कि '' सर्दियों के मौसम में सीमाई क्षेत्रों से आने वाले लोग इसके ज्यादा चपेट में आते हैं. वहीं बस्तर में 8 मामले स्वाइन फ्लू के आ चुके हैं. बावजूद इसके बस्तर में अब तक अलर्ट जारी नहीं किया गया है और ना ही सीमावर्ती क्षेत्रों पर नाकाबंदी की गई है. महाराष्ट्र आंध्र प्रदेश और ओडिशा के लोग दशहरा घूमने बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं. अगर इस तरह की बीमारी बस्तर में दस्तक करता है तो जाहिर सी बात है कि लोगों में कोरोना जैसी स्थिति बन सकती है.''Bastar Dussehra 2022
Last Updated : Oct 4, 2022, 5:41 PM IST
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