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सरकारी में फ्री, निजी अस्पताल में महंगा है कोरोना का इलाज

बस्तर में कोरोना संक्रमितों के लिए जिला अस्पताल में कोविड-19 का इलाज निशुल्क इलाज किया जा रहा है. वहीं निजी अस्पताल में सरकार के गाइडलाइन के मुताबिक फीस तय की गई है.

corona treatment is expensive in private hospital of bastar
जिला अस्पताल जगदलपुर
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Published : Mar 30, 2021, 5:28 PM IST

Updated : Mar 30, 2021, 5:43 PM IST

जगदलपुर: बस्तर में कोरोना संक्रमितों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. एक बार फिर मार्च महीने से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. हालांकि प्रशासन ने बिगड़ते हालात को देखते हुए जिले में धारा 144 लागू कर दिया है. वहीं एक बार फिर से क्वॉरेंटाइन सेंटरों को खोलने की कवायद भी तेज कर दी गई है. जिले में निजी और सरकारी अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए अलग वार्ड तैयार किया गया है. जिला अस्पताल डिमरापाल में कोविड-19 अस्पताल बनाया गया है जहां सभी व्यवस्था की गई है.

स्वास्थ्य विभाग ने धरमपुरा में कोविड-19 आइसोलेशन वार्ड की भी शुरुआत की है. अस्पताल में भी नि:शुल्क इलाज की सुविधा भी मरीजों की दी जा रही है. शहर के एक निजी अस्पताल में भी संक्रमितों का इलाज जारी है. ज्यादातर कोरोना संक्रमितों का इलाज डिमरापाल अस्पताल में जारी है.

बस्तर में कोरोना रिटर्न: तेजी से बढ़ रही संक्रमितों की संख्या

सरकारी अस्पतालों में निशुल्क इलाज की सुविधा

जिले में सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों का इलाज हो रहा है. सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है. निजी अस्पताल में सरकार के तय गाइडलाइन के मुताबिक फीस ली जा रही है, कोरोना के इलाज के लिए निजी अस्पताल को तीन श्रेणी में बांटा गया है.

  • सामान्य कोविड वार्ड - 7500 रुपये प्रतिदिन
  • आईसीयू - 10 हजार रुपये प्रतिदिन
  • वेंटिलेटर - 12 हजार रुपये प्रतिदिन

बस्तर जिले में प्लाज्मा पीड़ित मरीजों के लिए इलाज की कोई सुविधा नहीं है. ऐसे में उन्हें रायपुर या फिर विशाखापट्टनम के लिए रेफर कर दिया जाता है. सरकारी अस्पतालों में संक्रमित मरीजों के लिए इलाज की सुविधा नि:शुल्क है, लेकिन अधिकतर मरीजों को अस्पताल में दवाई नहीं मिलने की वजह से अपने पैसों से बाहर से दवाइयां खरीदनी पड़ती है.

3 जगहों पर है इलाज की सुविधा

स्वास्थ विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बस्तर जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त संसाधन है. डिमरापाल अस्पताल में अलग से कोविड-19 अस्पताल बनाया गया है और यहां बस्तर संभाग के सातों जिलों के संक्रमित मरीजों का इलाज किया जाता है. स्वास्थ्य विभाग ने धरमपुरा इलाके में कोविड आइसोलेशन वार्ड स्थापित किया है. शहर के एक निजी अस्पताल में कोविड मरीजों के इलाज के लिए सारी सुविधा उपलब्ध है.


कोविड अस्पतालों में बेड की सुविधा

  • स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक डिमरापाल कोविड-19 अस्पताल में 200 बेड की सुविधा है.
  • धरमपुरा आइसोलेशन वार्ड में 250 बेड की सुविधा है.
  • शहर के एक निजी अस्पताल में 50 बेड की सुविधा है.

जिले में बढ़ रही मरीजों की संख्या
एक बार फिर से बस्तर जिले के साथ-साथ समूचे बस्तर संभाग में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. बस्तर जिले में पिछले सप्ताह भर में ही संक्रमित मरीजों की संख्या 100 पार हो गई है. तीन लोगों की मौत हो गई है. वर्तमान में जिले में तेजी से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले तीन-चार दिनों में यह संख्या 150 के पार हो सकती है.

जगदलपुर: बस्तर में कोरोना संक्रमितों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. एक बार फिर मार्च महीने से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. हालांकि प्रशासन ने बिगड़ते हालात को देखते हुए जिले में धारा 144 लागू कर दिया है. वहीं एक बार फिर से क्वॉरेंटाइन सेंटरों को खोलने की कवायद भी तेज कर दी गई है. जिले में निजी और सरकारी अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए अलग वार्ड तैयार किया गया है. जिला अस्पताल डिमरापाल में कोविड-19 अस्पताल बनाया गया है जहां सभी व्यवस्था की गई है.

स्वास्थ्य विभाग ने धरमपुरा में कोविड-19 आइसोलेशन वार्ड की भी शुरुआत की है. अस्पताल में भी नि:शुल्क इलाज की सुविधा भी मरीजों की दी जा रही है. शहर के एक निजी अस्पताल में भी संक्रमितों का इलाज जारी है. ज्यादातर कोरोना संक्रमितों का इलाज डिमरापाल अस्पताल में जारी है.

बस्तर में कोरोना रिटर्न: तेजी से बढ़ रही संक्रमितों की संख्या

सरकारी अस्पतालों में निशुल्क इलाज की सुविधा

जिले में सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों का इलाज हो रहा है. सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है. निजी अस्पताल में सरकार के तय गाइडलाइन के मुताबिक फीस ली जा रही है, कोरोना के इलाज के लिए निजी अस्पताल को तीन श्रेणी में बांटा गया है.

  • सामान्य कोविड वार्ड - 7500 रुपये प्रतिदिन
  • आईसीयू - 10 हजार रुपये प्रतिदिन
  • वेंटिलेटर - 12 हजार रुपये प्रतिदिन

बस्तर जिले में प्लाज्मा पीड़ित मरीजों के लिए इलाज की कोई सुविधा नहीं है. ऐसे में उन्हें रायपुर या फिर विशाखापट्टनम के लिए रेफर कर दिया जाता है. सरकारी अस्पतालों में संक्रमित मरीजों के लिए इलाज की सुविधा नि:शुल्क है, लेकिन अधिकतर मरीजों को अस्पताल में दवाई नहीं मिलने की वजह से अपने पैसों से बाहर से दवाइयां खरीदनी पड़ती है.

3 जगहों पर है इलाज की सुविधा

स्वास्थ विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बस्तर जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त संसाधन है. डिमरापाल अस्पताल में अलग से कोविड-19 अस्पताल बनाया गया है और यहां बस्तर संभाग के सातों जिलों के संक्रमित मरीजों का इलाज किया जाता है. स्वास्थ्य विभाग ने धरमपुरा इलाके में कोविड आइसोलेशन वार्ड स्थापित किया है. शहर के एक निजी अस्पताल में कोविड मरीजों के इलाज के लिए सारी सुविधा उपलब्ध है.


कोविड अस्पतालों में बेड की सुविधा

  • स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक डिमरापाल कोविड-19 अस्पताल में 200 बेड की सुविधा है.
  • धरमपुरा आइसोलेशन वार्ड में 250 बेड की सुविधा है.
  • शहर के एक निजी अस्पताल में 50 बेड की सुविधा है.

जिले में बढ़ रही मरीजों की संख्या
एक बार फिर से बस्तर जिले के साथ-साथ समूचे बस्तर संभाग में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. बस्तर जिले में पिछले सप्ताह भर में ही संक्रमित मरीजों की संख्या 100 पार हो गई है. तीन लोगों की मौत हो गई है. वर्तमान में जिले में तेजी से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले तीन-चार दिनों में यह संख्या 150 के पार हो सकती है.

Last Updated : Mar 30, 2021, 5:43 PM IST
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