जगदलपुर : लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण में 11 अप्रैल को बस्तर लोकसभा सीट के लिए मतदान होने हैं. नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब सभी राजनीतिक पार्टी के प्रत्याशी चुनाव प्रचार-प्रसार अभियान में जुट गए हैं. विधानसभा चुनाव की बात की जाए, तो भाजपा ने कांग्रेस की तुलना में जोर-शोर से प्रचार किया था. वहीं लोकसभा चुनाव की बात की जाए, तो भाजपा प्रचार में ढ़ीली पड़ती दिखाई दे रही है.
एक तरफ जहां कांग्रेस विधानसभा चुनाव के तर्ज पर जीत हासिल करने के लिए एकजुट होकर प्रचार अभियान में जुट गई है. वहीं दूसरी तरफ भाजपा में बैठकों का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. आलम ये है कि कांग्रेस में कार्यकर्ताओं से लेकर बड़े नेता दीपक बैज के लिए वोट मांग रहे हैं. इसके चलते पार्टी कार्यालय में सन्नाटा है. वहीं भाजपा कार्यालय में बीते कुछ दिनों से लगातार बैठक और सम्मेलन होने से कांग्रेस की तुलना में भाजपा प्रत्याशी बैदुराम कश्यप प्रचार अभियान में पीछे चल रहे हैं.
विलंब से टिकट बंटने पर प्रचार की गति धीमी
हालांकि इसकी अहम वजह यह भी मानी जा रही है कि पार्टी आलाकमान द्वारा कश्यप परिवार के टिकट काटे जाने से उनके समर्थकों में थोड़ी नाराजगी है. हालांकि भाजपा नेता संजय पांडेय का कहना है कि पार्टी द्वारा विलंब से टिकट वितरण होने से चुनाव प्रचार की गति धीमी है. समय से पहले एक-एक मतदाताओं तक पहुंचने के लिए भाजपा प्रत्याशी बैदूराम समेत भाजपा कार्यकर्ता एकजुट होकर मैदान में अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं.
बैदुराम कश्यप के मिलनसार आचरण वोट का कारण
भाजपा नेता का दावा है कि इस चुनाव में बस्तर की जनता के वोट भाजपा के पक्ष में आएंगे. इसका मुख्य कारण बस्तर में केंद्र सरकार की योजना का लाभ व बैदुराम कश्यप के मिलनसार व्यक्तित्व का होना है. इधर कांग्रेसियों का कहना है कि विधानसभा में मिली जीत के बाद कांग्रेसी कार्यकर्ता उत्साहित हैं. बस्तर लोकसभा के सभी विधायक अपने-अपने विधानसभा में कमान संभाली है और प्रत्याशी दीपक बैज को अपने विधानसभा के मतदाताओं से मिलाने में जुटे हैं.