दुर्ग : कपसदा हत्याकांड मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिऱफ्तार किया है.Kapsada Family murder mystery solved इस मामले में आरोपियों ने हत्याकांड के बाद लूट को अंजाम दिया था. पैसे और जेवर लेकर सभी आरोपी फरार हो गए थे. बताया जा रहा है कि हत्याकांड के पीछे पैसा और अवैध संबंध था. आरोपी के पास से पुलिस ने लूट के 7 लाख से अधिक नकदी और सोने चांदी के जेवर बरामद किए हैं.एसपी अभिषेक पल्लव ने हत्याकांड का खुलासा किया है. आरोपियों में छोटा भाई किस्मत यादव,आकाश मांझी, टीकम दास घृतलहरे शामिल है.
क्यों किया परिवार का अंत : एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि '' मृतक का बड़ा भाई जुआ खेलने का आदी था और बाड़ी में शहर के बड़े-बड़े लोगों को बुलाकर जुआ खिलाता था. वहीं मृतक भोलानाथ यादव बाहर से लड़का लड़कियों को बुलाकर शराब पार्टी का आयोजन करता था. जिससे उसे हर माह मोटी रकम मिलती थी. मृतक भोलानाथ यादव अवैध कामों में लिप्त था. मृतक भोलानाथ यादव की अय्याशियां बढ़ रही थी. यही नहीं मृतक भोलेनाथ और आरोपी किस्मत यादव की एक ही महिला से संबंध थे.
अवैध संबंध भी बनीं वजह : आरोपी किस्मत यादव ने भोलानाथ से महिला को अपनी ओर लाने के लिए तंत्र मंत्र का भी इस्तेमाल किया था. छोटे भाई किस्मत ने आरोपी आकाश मांझी की मदद से ओडिशा के घुरकोटी में जाकर तंत्रमंत्र करवाकर महिला को अपनी ओर सम्मोहित कराना चाहता था. इसके लिए उसे 15 हजार की जरूर थी. छोटे भाई को जानकारी थी कि बड़े भाई के पास अवैध कमाई का पैसा आलमारी में रखा है.
कब हुई थी घटना : कुम्हारी के पास अकोला गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या हुई है. सिर पर कुल्हाड़ी मारकर एक ही परिवार के 4 लोगों की जान लेने की यह खबर आसपास के क्षेत्र में सनसनी की तरह फैल गई थी. घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची कुम्हारी पुलिस ने विवेचना शुरू कर दी है. यह घटना कपसदा के समीप एक बाड़ी की है जहां ओडिशा मूल के निवासी भोलानाथ यादव बाड़ी को किराए में लेकर परिवार समेत निवास करता था.भोलानाथ यादव उसकी पत्नी नैला यादव उनके दो बच्चे परमद यादव और मुक्ता यादव की कुल्हाड़ी से वार कर निर्मम हत्या कर दी गई थी.
आरोपी भाई ने ही दी थी पुलिस को सूचना : घटना की जानकारी तब लगी जब मृतक के छोटे भाई किस्मत यादव लगातार अपने बड़े के फोन रिसीव नही करने पर बाड़ी जाकर देखा. गेट के सामने बड़े भाई की शव था. जब अंदर जाकर देखा तो 3 लोगों का शव जमीन पर पड़ा था. भोलानाथ यादव अपने परिवार के साथ ओडिशा से आकर खेत में मजदूरी का काम करता था. सभी की हत्या कुल्हाड़ी जैसे धारदार हथियार से की गई थी.